Overview: सोना कहां रखें कि धन हमेशा बढ़ता रहे?
वास्तु के अनुसार सोना रखने के लिए उत्तर-पश्चिम दिशा सबसे शुभ मानी जाती है, जहां मां लक्ष्मी और कुबेर की कृपा रहती है। दक्षिण और आग्नेय दिशा में सोना रखना अशुभ माना गया है। टूटे गहने न रखें और तिजोरी को साफ-सुथरा रखें। सही दिशा और नियम धन-वृद्धि और समृद्धि लाते हैं।
Gold Storage Vastu Tips: सोना हिंदू परंपरा में सिर्फ एक कीमती धातु नहीं, बल्कि धन, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। ऐसा विश्वास है कि जहां सोना सही दिशा में और साफ-सुरक्षित अवस्था में रखा जाता है, वहां मां लक्ष्मी का स्थिर वास होता है और घर में धन का प्रवाह लगातार बना रहता है। वहीं गलत दिशा में सोना रखने से धनहानि, आर्थिक रुकावटें और नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है। वास्तुशास्त्र में सोना रखने के कुछ बेहद प्रभावी नियम बताए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा सकता है।
सोना कहां रखें कि धन हमेशा बढ़ता रहे?

सोना रखने की शुभ दिशा
वास्तुशास्त्र के अनुसार, सोना या सोने के आभूषण रखने के लिए उत्तर-पश्चिम दिशा (North-West) सबसे उत्तम मानी जाती है। यह दिशा देवताओं की दृष्टि वाली मानी गई है, जहां मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की कृपा बनी रहती है।
जो लोग अपनी तिजोरी या लॉकर को इस दिशा में रखते हैं, वे आर्थिक रूप से मजबूत होते हैं और कम समय में अच्छी समृद्धि प्राप्त करते हैं। यह दिशा धन बढ़ाने और बचत को स्थिर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
किस दिशा में सोना रखना है अशुभ?
जहां सोना सही दिशा में रखने से धनलाभ होता है, वहीं कुछ दिशाओं में रखने से धन की हानि भी हो सकती है। वास्तु के अनुसार, निम्न स्थानों पर सोना रखना बिल्कुल ठीक नहीं माना गया है।
दक्षिण दिशा (South): यह दिशा स्थिर धन के लिए अनुकूल नहीं होती। यहां रखा सोना धन की कमी और आर्थिक समस्याओं को निमंत्रण देता है।
दक्षिण-पूर्व (South-East): यह अग्नि का क्षेत्र है। इस दिशा में सोना रखने से धन टिकता नहीं है और अचानक खर्च बढ़ने लगते हैं।
लोहे के बक्से या काले बैग: धन की ऊर्जा लोहा और काला रंग दोनों ही अवशोषित कर लेते हैं, जिससे सोने का शुभ प्रभाव कम हो जाता है।
रसोईघर या अपवित्र स्थान: अशुद्ध या ज्यादा उथल-पुथल वाली जगहों पर सोना रखना वास्तु दोष पैदा करता है।
टूटे हुए गहनों को रखना क्यों अशुभ?
बहुत से लोग टूटे हुए गहनों को जल्दी ठीक नहीं कराते और उन्हें लॉकर में ही पड़े रहने देते हैं। वास्तु के अनुसार, ऐसे टूटे आभूषण नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं और धन हानि का कारण बन सकते हैं। टूटे गहनों को या तो तुरंत ठीक करा लें, या भगवान के समक्ष रखकर उचित निर्णय लें। इन्हें लंबे समय तक तिजोरी में रखना आर्थिक रुकावटें ला सकता है।
तिजोरी में गहने वर्षों तक न छोड़ें निष्क्रिय
वास्तु कहता है कि गहनों को लंबे समय तक निष्क्रिय अवस्था में तिजोरी में पड़ा नहीं रहने देना चाहिए। इन्हें अवसर-अवसर पर बाहर निकालना और भगवान को अर्पित करना शुभ माना जाता है।
शुभ अवसरों पर यह करने से धन का प्रवाह बना रहता है, घर में संपन्नता बढ़ती है। मां लक्ष्मी की कृपा स्थायी रहती है। यह एक तरह से धन के प्रति आभार व्यक्त करने का तरीका भी है, जो सकारात्मक ऊर्जा को और मजबूत करता है।
सोना रखने से जुड़े विशेष वास्तु टिप्स
तिजोरी का दरवाजा हमेशा उत्तर दिशा की ओर खुलना शुभ माना गया है।
सोने के गहनों को कपड़े में लपेटकर रखें, खासकर लाल या पीले कपड़े में।
तिजोरी को हमेशा साफ-सुथरा और सुव्यवस्थित रखें।
तिजोरी में लक्ष्मीजी, कुबेर भगवान या श्री यंत्र की तस्वीर रखना शुभ माना जाता है।
