Vastu for Home: वास्तु शास्त्र का सीधा संबंध भवन निर्माण से माना जाता है। वास्तु शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घर की दिशाएं वास्तु शास्त्र में अहम भूमिका निभाने का काम करती है। अगर आप अपने घर में वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करते हुए घर में चीजों को व्यवस्थित करके रखते हैं तो आपके घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। साथ ही आपके घर में मां लक्ष्मी का वास होता है।
यदि आप Vastu Shastra के नियमों को अनदेखा कर देते हैं तो इससे आपके घर में वास्तु दोष उत्पन्न होता है। जिसके कारण आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वास्तु शास्त्र में दिशा के अनुसार कुछ वास्तु नियम बताए गए हैं। आइए जानते हैं पंडित इंद्रमणि घनस्याल से वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कौनसी चीजें किस दिशा में रखनी चाहिए।
पूर्व दिशा व पश्चिम दिशा

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की पूर्व दिशा के स्वामी सूर्यदेव हैं। इस दिशा में कोई भी वस्तुएं नहीं रखनी चाहिए। घर की इस दिशा को हमेशा खाली रखना चाहिए। इसी तरह पश्चिम दिशा के स्वामी वरुण देव माने जाते हैं। इस दिशा में शौचालय और रसोई घर होना चाहिए, लेकिन ध्यान रखें कि दोनों एक दूसरे से दूरी पर बने हो। रसोई घर को घर की सबसे महत्वपूर्ण जगहों में से एक होती है। रसोई घर को हमेशा साफ सुथरा रखना चाहिए, क्योंकि रसोई घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है।
उत्तर दिशा व दक्षिण दिशा

वास्तु शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, उत्तर दिशा के स्वामी कुबेर माने जाते हैं, इसलिए उत्तर दिशा में घर की तिजोरी होनी चाहिए। इससे आपके घर में हमेशा बरकत बनी रहती है और लक्ष्मी माता और धन के देवता कुबेर की कृपा बनी रहती है। आपके घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। इसी तरह दक्षिण दिशा पितरों की दिशा मानी जाती है। इस दिशा में कोई भी भारी सामान रखना चाहिए। पितरों की दिशा होने के कारण इस दिशा में जूते और चप्पलें नहीं रखने चाहिए। ऐसा करने से पितृदोष उत्पन्न होता है जिसके कारण आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दक्षिण दिशा में शौचालय नहीं बनाना चाहिए।
ईशान कोण, आग्नेय कोण और नैऋत्य कोण

वास्तु शास्त्र में दर्ज नियमों के अनुसार, यह दिशा घर की उत्तर पूर्व दिशा होती है। यह दिशा देवस्थान के लिए बहुत शुभ मानी जाती है। इस दिशा में मंदिर होना चाहिए तथा भगवान की पूजा से जुड़ी सामग्री इसी दिशा में रखनी चाहिए। आग्नेय कोण घर की दक्षिण पूर्व दिशा मानी जाती है। इस दिशा में अग्नि तत्व होता है इसलिए आग्नेय कोण में गैस सिलेंडर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण रखना शुभ माना जाता है। नैऋत्य कोण घर की दक्षिण पश्चिम दिशा होती है। इस दिशा में खिड़की और दरवाज़े नहीं बनाने चाहिए। इस दिशा में बेडरूम होना चाहिए।
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