Hindu Dharma: हिंदू धर्म में मंदिर में पूजा पाठ करने के बाद भगवान के चारों ओर परिक्रमा भी लगाई जाती है। ऐसा करने के कई सारे लाभ होते हैं जैसे व्यक्ति के मन में सकारात्मकता आती है और इंसान के विचारों की पवित्रता बढ़ती है। सीधी दिशा में यानी घड़ी चलने की दिशा में अगर आप परिक्रमा लगाते हैं तो यह काफी शुभ माना जाता है। इस दौरान आप को परिक्रमा लगाने के साथ साथ भगवान का मन में ध्यान भी जरूर करना चाहिए। आइए जान लेते हैं परिक्रमा से जुड़े कुछ नियमों के बारे में।
किस देवी देवता की कितनी बार परिक्रमा लगानी चाहिए?
अगर आप महादेव की परिक्रमा लगा रहे हैं तो इनकी केवल आधी बार ही परिक्रमा लगाएं। भगवान विष्णु की पांच बार परिक्रमा लगानी चाहिए। गणपति बप्पा की चार बार परिक्रमा लगानी चाहिए। मां दुर्गा की एक बार, सूर्य देवता की सात बार, बजरंग बली जी की तीन बार परिक्रमा लगानी चाहिए।
पीपल के पेड़ की परिक्रमा लगाना भी काफी शुभ माना जाता है। इसकी 108 बार परिक्रमा लगानी चाहिए। परिक्रमा लगाते समय आप को कुछ मंत्रों का भी जाप करना चाहिए।
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परिक्रमा लगाते समय आप को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की आप एकदम सच्चे मन से परिक्रमा लगा रहे हों और इस दौरान आप के मन में भगवान का ध्यान होना चाहिए। आप को घड़ी की दिशा में परिक्रमा लगानी चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो आप के जीवन से नकारात्मक खत्म होती है और आपके जीवन से सभी कष्ट भी दूर होने लगते हैं। आप जो इच्छा रखते हैं उसकी भी शुभ फल की प्राप्ति होने में मदद मिलती है। आप को मन मन में भगवान से यह कामना करनी चाहिए की हे भगवान! मेरे सभी कष्टों का निवारण करो और साथ ही मुझे सद बुद्धि दो ताकि मैं अच्छे मार्ग पर चल सकूं।
