भगवान विष्णु भक्तों के दिलों में बसते हैं। उनको मानने वालों की लंबी कतार है। भगवान विष्णु से जुड़ी ऐसी ढेरों कहानियां भी हैं, जो भक्तों को उनकी आस्था छोड़ने नहीं देती हैं। ये कहानियां रोचक भी हैं और जानकारी वाली भी। इनको जानने के बाद आपकी विष्णु भगवान पर आस्था बढ़ेगी तो आप जरा और बड़े भक्त भी बन जाएंगे। भगवान विष्णु के बारे में कहा जाता है कि उनका निवास पाताललोक में है। इतना ही नहीं उनके जन्म के बारे में भी कई कहानियां है। भगवान विष्णु से जुड़ी कई रोचक कहानियों को जान लीजिए।

विष्णु जी का जन्म-
विष्णु भगवान के जन्म के बारे में भी दो कहानियां कही जाती हैं। दरअसल शिव पुराण और विष्णु पुराण, दोनों में ही अलग-अलग कहानियां बताई गई हैं। शिव पुराण के हिसाब से शिव जी जब अपने घुटनों में अमृत माल रहे थे तो भगवान विष्णु ने जन्म लिया था। जबकि कुछ पौराणिक किस्सों में कहा गया है कि शिव से विष्णु नहीं बल्कि विष्णु से शिव जन्में थे। इसके हिसाब से विष्णु की नाभि से ब्रह्मा और माथे से भगवान शिव का जन्म हुआ था।
नाराज लक्ष्मी को मनाने पहुंचे धरती पर-
एक बार विष्णु जी से नाराज होकर पत्नी लक्ष्मी धरती पर आ गईं थीं। कुछ समय बाद विष्णु जी भी धरती पर पहुंच गए। क्योंकि लक्ष्मी जी गोदावरी नदी के किनारे आश्रम में रहती थीं इसलिए विष्णु जी भी शेषाद्री नदी के पास एक पहाड़ी पर रहने लगे। इस झगड़े से भगवान शिव और ब्रह्मा जी गाय और बछड़े का रूप लेकर वे धरती पर आए और चोल राजा के यहां रहने लगे। इन दोनों को ग्वाला रोज उसी पहाड़ी पर ले जाता था, जहां विष्णु जी रहा करते थे। ब्रह्मा जी गाय के रूप में अक्सर सारा दूध विष्णु जी को पीला देते थे। लेकिन ग्वाला दूध के खत्म हो जाने की वजह से परेशान था। ऐसे में एक दिन उसने गाय का पीछा किया और पहाड़ी के भीतर कौन है, ये जानने के लिए उसने पहाड़ी पर कुल्हाड़ी मार दी, जो सीधे विष्णु जी के लगी और उनके खूब निकलने लगा।
विष्णु से पहले वराहस्वामी-
अपने शरीर से निकलते खून को रोकने के लिए भगवान विष्णु, वराहस्वामी की समाधि पर पहुंचे। इस वक्त वराहस्वामी ने ये कह कर मदद करने की बात कही कि विष्णु से पहले वराहस्वामी की उपासना की जाएगी। वराहस्वामी सुअर के रूप में विष्णु के तीसरे अवतार हैं।
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