Overview: खरमास लगते ही 30 दिनों तक रुक जाएंगे ये काम
सूर्य के गुरु की राशि में प्रवेश करते ही खरमास लगता है, जोकि 30 दिनों हातो है। इस समय विवाह, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य वर्जित रहते हैं।
Kharmas 2025: हिंदू धर्म में खरमास को अशुभ माना जाता है। इसलिए इस समय शुभ-मांगलिक काम वर्जित होते हैं। पंचांग के अनुसार वर्ष में दो बार खरमास आता है। पहला खऱमास तब लगता है जब सूर्य का गोचर धनु राशि में होता है। वहीं दूसरा खरमास तब लगता है जब सूर्य का गोचर मीन राशि में होता है करता है। धनु और मीन दोनों राशि के स्वामी गुरु हैं। गुरु की राशि में जब सूर्य आते हैं तो सूर्य के तेज से गुरु की शुभता कम हो जाती है। इसलिए साल में दो बार 30-30 दिनों को लिए शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। आइए जानते हैं दिसंबर महीने में कब लगेगा खरमास और किन कामों पर रहेगी रोक।
खरमास का महत्व

ऐसी मान्यता है कि, सूर्य देव दक्षिणायण या उत्तरायण गति में परिवर्तन के कारण विश्राम करते हैं, तब वे पृथ्वी पर कोई शुभ कार्य नहीं करवाते। इस कारण यह अवधि विश्राम काल मानी जाती है। इस दौरान यदि कोई मांगलिक कार्य किया जाता है तो, वह शुभ फल प्रदान नहीं करता। खरमास के समाप्त होने के बाद सूर्य जब अगली राशि चक्र में प्रवेश करते हैं, तब फिर से शुभ कार्यों की शुरुआत होती है।
दिसंबर 2025 में कब लगेगा खरमास
खरमास आमतौर पर मार्च-अप्रैल और नवबंर-दिसंबर के बीच ही लगता है। इस साल दिसंबर 2025 में खरमास 16 दिसंबर से लग जाएगा। मंगलवार 16 दिसंबर को सूर्य सुबह 04 बजकर 27 मिनट पर वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में गोचर करेंगे और 30 दिनों तक इसी राशि में रहेंगे। धनु राशि में सूर्य के आते ही 16 दिसंबर 2025 से 14 जनवरी 2026 तक खरमास रहेगा। 14 जनवरी 2025 को सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे तो खरमास की समाप्ति हो जाएगी।
खरमास में कौन से काम नहीं होते

नया घर बनवाना:- खरमास के दौरान भवन निर्माण, भूमि पूजन, नींव भरने या घर-दुकान के लिए जमीन या प्लॉट खरीदने से बचना चाहिए।
मांगलिक काम:- खरमास के 30 दिनों में शादी-विवाह, सगाई, मुंडन, गृहप्रवेश, अन्नप्राशन आदि जैसे शुभ मांगलिक काम भी निषेध होते हैं।
खरीदारी:- खरमास की अवधि में नया वस्त्र भी खरीदने से बचें। घर के बड़े सामान जैसे वाहन, मशीन आदि, गहने आदि भी इस समय न खरीदें।
नए काम की शुरुआत:- नया व्यापार या किसी नए काम की शुरुआत के लिए भी खरमास की अवधि को शुभ नहीं माना जाता है। इस समय में कोई बड़ा निवेश भी न करें तो बेहतर रहेगा।
खरमास में कौन से काम कर सकते हैं

खरमास के समय केवल शुभ-मांगलिक कार्यों पर रोक रहती है। आप दैनिक पूजा-पाठ या अन्य कार्य कर सकते हैं। खरमास का समय आध्यात्मिक साधना, दान-पुण्य और जप-तप के लिए शुभ माना गया है। इस समय भगवान विष्णु की उपासना करनी चाहिए। तुलसी पर जल चढ़ाना और दीप जलाना भी शुभ फलदायी होता है। विष्णु सहस्रनाम या गीता पाठ कर सकते हैं। खरमास में गरीब या जरूरतमंदों को अन्न और वस्त्र करने से नकारात्मक प्रभाव कम होता है। खरमास के 30 दिनों में सुबह स्नान कर सूर्य और विष्णु दोनों की आराधना करना फलदायी होता है।
