नारियल के पेड़ की पूजा से पाएं लक्ष्मी-नारायण का आशीर्वाद,जानें सरल पूजा विधि: Coconut Tree Puja
Coconut Tree Puja

Coconut Tree Puja: नारियल के पेड़ की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है। नारियल को शुभता का प्रतीक मानते हुए इसकी पूजा विशेष विधि से की जाती है। नारियल के पेड़ की पूजा करने के लिए पहले इसे गंगाजल से स्नान कराएं, फिर उसके तने पर हल्दी और चंदन का लेप लगाएं। पेड़ के पास दीप जलाएं और नारियल के फल को भगवान शिव, विष्णु, और लक्ष्मी को अर्पित करें। इसके बाद, नारियल के पेड़ की परिक्रमा करें और अपनी मनोकामना पूरी होने की प्रार्थना करें। इस पूजा से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सकारात्मकता और समृद्धि का वास होता है।

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नारियल के पेड़ की पूजा करने के लिए आप किसी भी शुभ मुहूर्त का चयन कर सकते हैं, जैसे अमावस्या, पूर्णिमा, या गुरुवार। सही मुहूर्त में पूजा करने से देवी-देवताओं की विशेष कृपा प्राप्त होती है और शुभ फल मिलता है।

पूजा के लिए नारियल के पेड़ के नीचे एक साफ और पवित्र स्थान चुनें। उस स्थान को पहले साफ कर लें और फिर वहां ध्यान मुद्रा में बैठ जाएं। यह स्थान पवित्रता और शांति का प्रतीक होगा।

पूजा करते समय एक साफ आसन बिछाकर पेड़ की ओर मुख करके बैठें। ऐसा करने से आपकी प्रार्थना और ध्यान सही दिशा में केंद्रित होते हैं और पूजा का प्रभाव बढ़ता है।

पूजा से पहले मुंह में जल लेकर तीन बार कुल्ला करें। यह शुद्धिकरण की प्रक्रिया है, जिससे आपका शरीर और मन दोनों शुद्ध होते हैं और आप पूजा के लिए मानसिक रूप से तैयार होते हैं।

नारियल के पेड़ की पूजा करते समय सबसे पहले उसके तने पर शुद्ध जल चढ़ाएं। यह प्रकृति और देवताओं को सम्मान देने का प्रतीक है और इससे पेड़ को शीतलता और शुद्धता प्राप्त होती है, जिससे आपकी प्रार्थनाएं अधिक प्रभावी होती हैं।

तने पर जल अर्पित करने के बाद, रोली से तिलक लगाएं। यह शुभता और सौभाग्य का प्रतीक है, और इसे लगाने से पेड़ की दिव्यता को मान्यता मिलती है। तिलक लगाने से पूजा की पवित्रता और बढ़ जाती है।

इसके बाद, पेड़ के चारों ओर चावल अर्पित करें। चावल को शुद्धता और पूर्णता का प्रतीक माना जाता है, और इसे पेड़ के चारों ओर अर्पित करने से देवताओं को प्रसन्नता होती है और जीवन में समृद्धि आती है।

चावल अर्पित करने के बाद, विधिपूर्वक मंत्रों का उच्चारण करें। मंत्रों के उच्चारण से वातावरण शुद्ध होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे आपकी प्रार्थनाएं देवताओं तक शीघ्र पहुंचती हैं।

अंत में, पेड़ के नीचे फूल अर्पित करें और धूप जलाएं। फूल सुंदरता और पवित्रता का प्रतीक हैं, जबकि धूप जलाने से वातावरण शुद्ध होता है और देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। इससे पूजा पूरी होती है और शुभ फल की प्राप्ति होती है।

नारियल के पेड़ की पूजा करते समय आप किसी भी पवित्र मंत्र का जाप कर सकते हैं, जैसे “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” या माता लक्ष्मी के मंत्र। इन मंत्रों का जाप करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और जीवन में शुभता व समृद्धि प्राप्त होती है।

मंत्र जाप के बाद नारियल के पेड़ की 11 बार परिक्रमा करना शुभ माना जाता है। परिक्रमा से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है, और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। परिक्रमा करने से पूजा का प्रभाव और भी बढ़ जाता है।

परिक्रमा के बाद भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के स्तोत्र का जाप करना अत्यधिक लाभकारी होता है। यह जाप भक्त की मनोकामनाओं को पूर्ण करने और जीवन में सुख, शांति और धन की प्राप्ति का माध्यम बनता है।

मैं आयुषी जैन हूं, एक अनुभवी कंटेंट राइटर, जिसने बीते 6 वर्षों में मीडिया इंडस्ट्री के हर पहलू को करीब से जाना और लिखा है। मैंने एम.ए. इन एडवर्टाइजिंग और पब्लिक रिलेशन्स में मास्टर्स किया है, और तभी से मेरी कलम ने वेब स्टोरीज़, ब्रांड...