नवरात्रि के दिनों मे मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहता है। इन शुभ दिनों में मां के नौ रूपों की पूजा होती है। माना जाता है नवरात्रि में किए गए ज्योतिषीय उपाय काफी असरदार होते हैं और इस दौरान की गई पूजा-अर्चना का फल भी लाभकारी होता है। आइए, जानते हैं नवरात्रि के आखिरी दिन में कौन-कौन से आसान उपाय दूर करेंगे आपकी समस्याएं।
धनलाभ के लिए
अगर आप आर्थिक रूप से परेशान हैं, तो नवरात्रि के आखिरी दिन किसी बंद कमरे में उत्तर दिशा की ओर मुंह करके पीले आसन पर बैठ जाए। इसके बाद नौ दीपकों के सामने लाल चावल की ढ़ेर बनाकर उस पर श्रीयंत्र को रखकर उसकी पूजा करें। पूजा खत्म होने के बाद श्रीयंत्र को घर के मंदिर में स्थापित करें और बाकी चीज़ों को नदी में प्रवाहित करें।
मनोकामना पूर्ति के लिए
यदि आपकी कोई मनोकामना जो कि लंबे समय से रूकी हुई है तो नवरात्रि के आखिरी दिन किसी शिव मंदिर जाए। शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शहद और चीनी चढ़ाते हुए स्नान कराते रहे और मन में मनोकामना बोलते रहें। ऐसा करने से आपकी जल्द मनोकामना पूरी होगी।
परिवार मे शान्ति के लिए
यदि आपके परिवार में शान्ति नही रहती है। कलह का वातावरण बना रहता है तो नवरात्र के आखिरी दिन सुबह स्नानादि कर के मंत्र का जाप करें-
“सब नर करहिं परस्पर नीति ,चलहि स्वधर्म निरत श्रुति नीति”
इस मंत्र का 108 बार जाप करना है मंत्र का रोज़ाना जाप करने से घर का माहौल काफी अच्छा रहेगा और पति -पत्नी में संबंध अच्छे रहेंगे।
विवाह के लिए
यदि आपके विवाह में बाधा आ रही है, तो नवरात्रि में पूजा स्थान पर शिव-पार्वती की मूर्ति रखें और फिर इस मंत्र का तीन से पांच या फिर दस बार जाप करें – “ऊं शं शंकराय सकल जन्मार्जित पाप विंध्वंसनाय पुरूषार्थ चतुष्टय लाभाय च पतिं में देहि कुरू कुरू स्वाहा।।” विवाह की समस्त बाधाएं इस मंत्र से दूर हो जाएंगी ।
नौकरी के लिए
यदि आप नौकरी के लिए परेशान हैं तो नवरात्रि के आखिरी दिन पूर्व दिशा की ओर सफेद आसन बिछाकर पूजा करने से आपको नौकरी मिल सकती है इसके लिए “ऊं हृीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिध्दि कुरू कुरू फट् स्वाहा “। साथ ही मां की आराधना भी करें।
