दिवाली का त्यौहार अपने साथ नई ऊर्जा और खुशियां लेकर आता है, जब लोग अपने घर-आंगन को साज-संवार कर मां लक्ष्मी का स्वागत करते हैं। ऐसे में घर की सफाई बेहद जरूरी हो जाती है। खासकर घर से उन चीजों का निकालना बेहद जरूरी है, जो कि आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का कारण बनते हैं। इस बारे में हमने जानेमाने ज्योतिषाचार्य और एस्ट्रोमाता के संस्थापक आचार्य आनन्द से बातचीत की है, तो चलिए जानते हैं कि कि दिवाली के पहले घर से कौन-कौन सी चीजें बाहर कर देनी चाहिए। 

कैक्टस और कांटेदार पौधे

कैक्टस और उसी तरह के और कई पौधों को घर में नहीं रखना चाहिए. इसमें गुलाब के पौधे और कई तरह के औषधीय पौधे नहीं शामिल हैं. माना जाता है घर में पौधे के रहने से घर में तनाव का माहौल बना रहता है. जिन पौधों से श्वेत सैप बाहर निकलते हैं उन्हें खाड़ी में रखा जाना चाहिए।

नकली फूल और पौधे

कहा जाता है कि नकली फूल और पौधों को घर या दफ्तर में रखने से वहां का वातावरण खराब हो जाता है। ऐसा मानते हैं कि इस तरह के पौधे बहुत धूप और महक को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं।

टूटी हुईं चीज़े 

अगर आपके घर में या दफ्तर में किसी भी तरह का कोई टूटा हुआ सामान, फर्नीचर, फूलदान, पड़ा हो तो उसे जरुर बनवाए अगर वो न बन पाए तो उसे फेक दें, क्यों कि टूटी हुईं चीजें नकारत्मक उर्जा को आकर्षित करती हैं।

टूटे हुए शीशे और मूर्तियां

हमें हमेशा टूटे हुए शीशे या टूटी हुई मूर्तियां घर में नहीं रखनी चाहिए, ये सारी चीज़े घर में नकारत्मक उर्जा को आकर्षित करती हैं।

नकारत्मक को बढ़ावा देने वाली तस्वीरें

लोगों को अपने घरों और दफ्तरों में नकारत्मक को बढ़ावा देने वाली तस्वीरें नहीं लगानी चाहिए। अगर हम किसी पेड़ की भी तस्वीर लागते हैं तो उसमें फल जरुर लगे होने चाहिए, लड़ते हुए , शिकार करते हुए, कैद जानवरों की तस्वीरों को इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। हमें हमेशा अश्लील और निराश करने वाली तस्वीरों को इस्तेमाल दफ्तर या घर सझाने के लिए नहीं करना चाहिए।

तस्वीर या नटराज की प्रतिमा

हर क्लासिकल डांसर के घर पर हमें नटराज देव की प्रतिमा देखने को मिल ही जाती है। ये भगवान शिव का नृत्य अवतार है. भगवान का ये नृत्य विनाश का प्रतिक है जिस वजह से हमें घरों और दफ्तरों में इसे नहीं रखना या लगाना चाहिए।