Positive Energy at Home: कोई भी त्यौहार उपहारों के आदान-प्रदान और पकवान बनाने भर के लिए नहीं होता बल्कि यह घर-आंगन में सकारात्मक ऊर्जा भरने का सुनहरा अवसर भी होता है। अगर घर में सुख-समृद्धि चाहिए तो दीपावली पर कुछ विशेष उपाय करने जरूरी माने जाते हैं।
दिवाली हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण त्यौहार है जिसे कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि पर मनाया जाता
है। दिवाली को मुख्य रूप से प्रकाश का प्रतीक माना जाता है, क्योंकि इस दिन दीप प्रज्वल्लित किए जाते हैं। लेकिन दिवाली का पर्व दीप जलाने, घर सजाने और मिठाइयां बांटने के साथ ही सकारात्मक ऊर्जा से भी जुड़ा होता है। यही कारण है कि दिवाली से पहले लोग घर की साफ-सफाई
करते हैं और साज सज्जा में जुट जाते हैं। यह ऐसा विशेष अवसर होता है, जब मां लक्ष्मी का स्वागत किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि दीपावली के दिन मां लक्ष्मी भक्तों को सुख-शांति, सौभाग्य, धन-समृद्धि और स्वास्थ्य का आशीर्वाद देती हैं। लेकिन मां लक्ष्मी का वास केवल उन्हीं घरों पर होता
है जहां सकारात्मक ऊर्जा रहती है। इसके साथ ही दिवाली का पर्व अमावस की काली रात को मनाया जाता है।
अमावस के काले अंधेरे को दूर करने के लिए लोग इस रात को दीप के प्रकाश से जगमगा देते हैं। लेकिन सकारात्मक ऊर्जा के लिए भी दिवाली के दिन कई उपाय किए जाते हैं। आप भी दिवाली के दिन वास्तु शास्त्र में बताए कुछ ऐसे काम कर सकते हैं, जिससे घर पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ेगा और साथ ही सुख-समृद्धि भी आमंत्रित होगी।
दिवाली पर घर में सकारात्मक ऊर्जा कैसे लाएं

साफ-सफाई करें: घर की साफ-सफाई वैसे तो नियमित रूप से की जाती है। लेकिन दिवाली ऐसा विशेष अवसर होता है जब हर कमरे को व्यवस्थित करना होता है और घर के कोने-कोने की साफ-सफाई की जाती है।
इसके लिए लोग कई दिन पहले से ही जुट जाते हैं। मुख्य द्वार से लेकर घर का हर कोना साफ-सुथरा होना चाहिए। इसका कारण यह है कि साफ-सफाई के जरिए ही दिवाली के अवसर पर नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद मिलती है। इस समय घर की रंगाईपुता ई के साथ ही अनावश्यक चीजों को भी हटाना जरूरी होता है। जैसे- घर पर मौजूद अनुपयोगी चीजें, टूटी फूटी चीजें, पुराने सामान, रद्दी कागज, पुराने और कटे-फटे कपड़े, टूटे बर्तन आदि को घर से पूरी तरह
हटा दें। क्योंकि ये ऐसी चीजें होती हैं जो नकारात्मक ऊर्जा को तेजी से बढ़ाती हैं। इन चीजों को हटाने से आपका घर दिवाली के दिन न सिर्फ व्यवस्थित लगेगा, बल्कि इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बढ़ेगा और घर पर सुख समृद्धि का आगमन होगा।
मुख्य द्वार, पूर्व और उत्तर दिशा पर दें ध्यान: दिवाली पर पूरे घर की साफ-सफाई और सजावट के साथ ही मुख्य द्वार पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है क्योंकि मां लक्ष्मी का आगमन मुख्य द्वार से ही होता है। साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश भी इसी स्थान से होता है, इसलिए घर को
सकारात्मक बनाए रखने के लिए प्रवेश द्वार मुख्य रूप से काम करता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार दिवाली के शुभ अवसर पर मुख्य द्वार के लिए पूर्व और उत्तर दिशा सबसे जरूरी मानी जाती है। यदि आपके घर के मुख्य द्वार के दरवाजे की दिशा पूर्व या उत्तर में है तो इसे बहुत ही शुभ माना जाता है।
यदि किसी कारण इन दिशाओं में मेन गेट नहीं है तो यह सुनिश्चित करें कि मुख्य द्वार की साफ-सफाई अच्छे से होनी चाहिए, यहां पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए, फूल और तोरण आदि से सजावट करें और रंग-बिरंगे रंगों से रंगोली बनाएं। ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है।
खड़की-दरवाजे खोलकर रखें: दिवाली के दिन हो सके तो कुछ समय के लिए अपने घर की खिड़की दरवाजों को खोल कर रखें। ऐसा माना जाता है कि इस समय मां लक्ष्मी धन-समृद्धि के आशीर्वाद के साथ ही सकारात्मक ऊर्जा भी लेकर आती है इसलिए इस समय घर के खिड़की और दरवाजे खुले
रहने चाहिए।
ताजे फूलों का करें प्रयोग: कई लोग दिवाली की साज-सजावट अर्टिफिकल फूल-पत्तियों से करते हैं। इससे घर की सुंदरता भले ही बढ़ जाती है, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने में कोई मदद नहीं मिलती। यदि आप घर पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार चाहते हैं
तो दिवाली पर चमेली, गेंदा और गुलाब आदि जैसे ताजे फूलों से घर के मुख्य द्वार से लेकर पूजा मंदिर और अन्य कमरे की सजावट कर सकते हैं। खासकर अगर आप ताजे फूलों को घर के उत्तर-पूर्व कोने में रखेंगे तो यह अधिक शुभ होता है, क्योंकि इस दिशा का संबंध विकास और शांति से
होता है। आप दिवाली के अलावा अन्य दिनों में भी इस दिशा को जीवंत और ताजा बनाए रखने के लिए फूलों से नियमित सजावट कर सकते हैं। सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करने के लिए ताजे फूल और पत्तियों का तोरण भी मुख्य द्वार पर लटका सकते हैं। इससे घर पर सौभाग्य आमंत्रित होता है।
ये उपाय बढ़ाएंगे सकारात्मकता
1. वास्तुशास्त्र की माने तो घर का दक्षिण पश्चिम कोना ऐसा स्थान है जो स्थिरता और संतुलन को बढ़ाता है। साथ ही यह स्थान जमीन से जुड़ाव का प्रभाव पैदा करता है, जिससे कि ऊर्जा ठोस और स्थिर रहती है। इसलिए इस दिशा में आप सोफा, फर्नीचर या अलमारी आदि जैसी भारी चीजें रखें।
2. दिवाली के शुभ दिन पर हवा को शुद्ध, शांत और सकारात्मक बनाने के लिए सबसे सरल और प्रभावी तरीका होता है कि इस दौरान धूप बत्ती जलाएं। आप चंदन, लैवेंडर या चमेली जैसे तेलों का छिड़काव करके भी नकारात्मकता को दूर कर सकती हैं।
3. दिवाली से पहले घर पर मौजूद सभी कांटेदार या नुकीले पौधों को हटा दें या ऐसे पौधे जिससे दूध या फिर सफेद तरल पदार्थ निकलता हो इन्हें भी हटा दें। क्योंकि ये पौधे नकारात्मक ऊर्जा के साथ ही तनाव और कलह क्लेश को भी बढ़ाते हैं। इसके बजाय आप दिवाली से पहले मनी प्लांट, बांस,
पत्तेदार पौधे और तुलसी का पौधा लगा सकते हैं।
4. दिवाली से पहले लोग घर पर रंग-रोगन का काम कराते हैं। लेकिन याद रखें कि सकारात्मक ऊर्जा के लिए सही रंग का चुनाव बेहद जरूरी होता है। आप अपने घर पर गहरे रंगों का प्रयोग करने से बचें, क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा को बाधित करता है।
5. दिवाली के दिन लगभग सभी घरों में गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित कर पूजा की जाती है। वास्तु अनुसार मूर्ति को पूजा स्थल में पूर्व दिशा में रखना शुभ होता है। इससे घर पर सुख-समृद्धि आती है।

“सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करने के लिए ताजे फूल और पत्तियों का तोरण भी मुख्य द्वार पर लटका सकते हैं। इससे घर पर सौभाग्य आमंत्रित होता है।”
