Bad Posture
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Bad Posture: बैड पोस्चर की समस्या अपने साथ कई अन्य तरह की परेशानियां लेकर आती है। अमूमन यह माना जाता है कि जो लोग वर्किंग होते हैं, उन्हें ही बैड पोस्चर की समस्या होती है। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। आज के समय में अधिकतर बच्चे बैड पोस्चर के कारण गर्दन में दर्द या फिर कमर में दर्द की शिकायत करते हैं। टीवी या मोबाइल देखते हुए बेड पर थोड़ा सरक जाना, पढ़ते समय बहुत अधिक झुकना या फिर बहुत अधिक भारी बैग के कारण कंधे को झुकाना कुछ ऐसे कारण हैं, जिनकी वजह से बच्चे को बैड पोस्चर की समस्या का सामना करना पड़ता है। यकीनन यह स्थिति ठीक नहीं है। लेकिन फिर भी ऐसे कई आसान उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर बच्चों के इन बैड पोश्चर की समस्या को आसानी से दूर किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं इन उपायों के बारे में-

सही पोश्चर के बारे में बताएं

Bad Posture
Right Posture

ज्यादातर बच्चे गलत तरीके से बैठते या चलते हैं क्योंकि उन्हें वास्तव में सही पोश्चर के बारे में पता ही नहीं होता है। इसलिए, यह जरूरी है कि आप उन्हें बैठने और चलने का सही तरीका सिखाएं। अक्सर पैरेंट्स बच्चों से कहते हैं कि “सीधे बैठो“ या “झुको मत“। लेकिन सिर्फ इतना बोलने से काम नहीं चलने वाला है। कोशिश करें कि आप बच्चे के साथ अधिक स्पेसिफिक हों और उन्हें उनके पोस्चर की कमियों व सही पोस्चर में बैठने व चलने का तरीका बताएं। साथ ही, उन्हें गलत पोश्चर में बैठने से होने वाले नुकसान के बारे में भी बताएं। इससे बच्चे को खुद को करेक्ट करने में काफी मदद मिलती है।

तकिए की लें मदद

बच्चों को पढ़ाई के दौरान एक ही पोजीशन में बैठकर काफी समय बिताना पड़ता है। ऐसे में वे खुद को अधिक कंफर्टेबल बनाने के लिए बेड या सोफे पर हल्का सरक जाते हैं और उनका पोस्चर बिगड़ जाता है। इसलिए, बतौर पैरेंट्स यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप उनके लिए एक आरामदायक जगह खोजें जहां वे अपने पोस्चर से समझौता किए बिना घंटों बैठ सकें। यदि वे लैपटॉप का उपयोग कर रहे हैं तो सुनिश्चित करें कि यह उनके आई लेवल पर हो, जिससे उन्हें झुकने की जरूरत ना हो। इसके अलावा, उन्हें सीधे बैठने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उनकी पीठ पर तकिया लगाएं।

सही बैकपैक को खरीदें

Backpack
Backpack

बच्चों के बैड पोस्चर के लिए अक्सर उनके बैकपैक भी जिम्मेदार होते हैं। एक बैकपैक जो बहुत भारी है या अगर गलत तरीके से पहने जाते हैं, पीठ, गर्दन और कंधे के दर्द के साथ-साथ मसल्स और जोड़ों की चोट का कारण बन सकते हैं। इसलिए अपने बच्चे के लिए चौड़े, गद्देदार कंधे के पट्टियों वाले बैकपैक को चुनें। अपने बच्चे को अपने बैग को केवल एक कंधे पर फेंकने के बजाय दोनों कंधों पर पहनने के लिए प्रोत्साहित करें, जिससे मांसपेशियों में खिंचाव, सुन्नता और झुनझुनी हो सकती है। हमेशा ध्यान रखें कि एक पूरा बैग आपके बच्चे के वजन के 15 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए। यदि आपका बच्चा अतिरिक्त-भारी वजन उठा रहा है, तो ऐसे में रोलिंग बैकपैक को चुनना अच्छा विचार हो सकता है।

मिलकर करें एक्सरसाइज

यह एक आसान लेकिन प्रभावशाली तरीका है। अपने बच्चे के साथ नियमित रूप से एक्सरसाइज करने का नियम बनाएं। एक्सरसाइज ना केवल उनके पोस्चर को बेहतर बनाने में मददगार है, बल्कि इससे बच्चे के शरीर का लचीलापन बढ़ता है और वह खुद को बैलेंस करना सीखता है। इतना ही नहीं, यह मांसपेशियों में दर्द, थकान, तनाव और चोट के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। आप उनकी शारीरिक गतिविधि के स्तर को बढ़ाने और उनके पोस्चर को सही करने के लिए उनके साथ खेलने भी ले जा सकते हैं। आप बच्चे के साथ रनिंग करने से लेकर योग करना, साइकिलिंग आदि जैसी कई एक्टिविटीज का हिस्सा बन सकते हैं।

खुद पर भी दें ध्यान

Bad Posture

सुनने में आपको शायद अजीब लगे, लेकिन आपके बैठने का तरीका भी बच्चों के पोस्चर को बेहतर बना सकता है। दरअसल, बच्चे आपसे और परिवार के अन्य सदस्यों से सीखते हैं। आप कैसे बैठते हैं और आप कैसे कार्य करते हैं, वे इन सभी बातों को ग्रहण करते हैं और फिर उन्हें याद रखते हैं। बाद में, बच्चे उसी का अभ्यास करते हैं। इसलिए, यदि आप चाहते हैं कि आपका बच्चा अच्छी आदतों का पालन करे, तो बेहतर होगा कि आप स्वयं भी उनका अभ्यास करना शुरू कर दें। अपने बैठने, चलने और काम करने के बॉडी पोस्चर को करेक्ट रखें। आप देखेंगे कि कुछ ही दिनो में बच्चा भी अपना पोस्चर सही कर लेगा और वह भी आप ही की तरह सही पोस्चर में बैठना व चलना शुरू कर देगा।

लें अतिरिक्त मदद

अगर आपको ऐसा लग रहा है कि आपके समझाने या फिर एक्सरसाइज आदि तरीका अपनाने से भी बच्चे में कोई अंतर महसूस नहीं हो रहा है तो ऐसे में उनके पोस्चर को ठीक करने के लिए अतिरिक्त मदद ली जा सकती है। आप उनके लिए स्पेशलाइज्ड ऑर्थोटिक्स और ब्रेसिज आदि भी खरीद सकते हैं। बच्चों के लिए ब्रेसिज़ और ऑर्थोटिक्स उन्हें ना केवल सपोर्ट करते हैं, बल्कि उन्हें सही पोस्चर में रहने में भी मदद करते हैं। स्पेशलाइज्ड पोस्चर ब्रेसिज़, जैसे कि सॉफ्ट फॉर्म पोस्चर कंट्रोल ब्रेस आदि पेट के क्षेत्र को विशेष रूप से स्थिर करने के लिए कंप्रेसिव सपोर्ट का उपयोग करते हैं। इससे बच्चों को स्लाउचिंग से बचाने में मदद मिलती है। हालांकि, ऐसे किसी भी अतिरिक्त सपोर्ट का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें।

मैं मिताली जैन, स्वतंत्र लेखिका हूं और मुझे 16 वर्षों से लेखन में सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया में 9 साल से अधिक का एक्सपीरियंस है। मैं हेल्थ,फिटनेस, ब्यूटी स्किन केयर, किचन, लाइफस्टाइल आदि विषयों पर लिखती हूं। मेरे लेख कई प्रतिष्ठित...