भारत में कुकंम के अतिरिक्त सीमन्त (मांग) में सिन्दूर लगाना सुहागिन स्त्रियों का प्रतीक माना जाता है और यह मंगलसूचक भी है। स्त्रियों के ललाट में सिन्दूर का बिन्दु जहां सौभाग्य का प्रधान लक्षण समझा जाता है, वहीं इससे स्त्री के सौंन्दर्य में भी चार-चांद लग जाते हैं। विवाह -संस्कार े समय वर वधू के मस्तक (मांग) में सिन्दूर लगाता है। यह एक प्रकार का संस्कार है। इसके बाद विवाहित स्त्री अपने (सुहाग) पति की दीर्घायु के लिए जीवनपर्यन्त मांग में सिन्दूर लगाती है। तथा पति की मृत्यु हो जाने पर स्त्रियां मांग भरना बंद कर देती है।