5 प्रसिद्ध दुर्गा मंदिर, जहाँ दर्शन के लिए जरूर जाएँ
हम आपको भारत के कुछ खास और प्रसिद्ध माँ दुर्गा के मंदिरों के बारे में बता रहे हैं, जहाँ आप नवरात्रों में दर्शन के लिए जा सकते हैं।
Famous Durga Temples: हिंदू धर्म में माँ दुर्गा और नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। कुछ ही दिनों में चैत्र नवरात्रि शुरू होने वाली है। काफी सारे लोग नवरात्रि के खास मौके पर माँ दुर्गा के सिद्ध मंदिरों में दर्शन के लिए जाते हैं। लेकिन सिद्ध पीठ मंदिरों के अलावा भी माँ दुर्गा के कुछ खास प्रसिद्ध मंदिर हैं, जिनसे श्रद्धालुओं की गहरी आस्था जुड़ी है और उनमें ऐसा विश्वास है कि इन मंदिरों में दर्शन करने से सभी मनोकामना पूरी होती हैं। आज हम आपको भारत के कुछ खास और प्रसिद्ध माँ दुर्गा के मंदिरों के बारे में बता रहे हैं, जहाँ आप नवरात्रों में दर्शन के लिए जा सकते हैं।
मनसा देवी मंदिर

मनसा देवी मंदिर उत्तराखंड में स्थित है। यह मंदिर हरिद्वार के पास झुनझुनू रोड पर सादुलपुर गांव में माँ मनसा देवी को समर्पित है। भक्तों के बीच ऐसी आस्था है कि यहाँ दर्शन करने से भक्त की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। यहाँ माता के तीन चमत्कारिक स्थान हैं। पहला मायादेवी शक्तिपीठ, दूसरा चंडी देवी और तीसरा मनसा देवी मंदिर। यह मंदिर सुबह 8 बजे से शाम के 5 बजे तक ही खुला रहता है। दोपहर के समय 12 से 2 बजे तक मंदिर के द्वार बंद कर दिए जाते हैं।
चामुंडा देवी मंदिर

माँ चामुंडा देवी का मंदिर हिमाचल प्रदेश के पालमपुर जिले में बनेर नदी के किनारे स्थित है। चामुंडा देवी मंदिर को ‘चामुंडा नंदीकेश्वर धाम’ के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ मां चामुंडा देवी के अलावा भगवान शिव भी मृत्यु रूप में निवास करते हैं। चामुंडा देवी मंदिर पहुंचने के लिए कांगड़ा एयरपोर्ट सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है। यहां ट्रेन से आना चाहते हैं तो पठानकोट रेलवे स्टेशन आना होगा, फिर आप प्राइवेट टैक्सी या फिर बस की मदद से इस मंदिर तक आसानी से पहुँच सकते हैं।
अम्बे माता मंदिर

अम्बे माता मंदिर गुजरात के जूनागढ़ में स्थित है, यहाँ दूर-दूर से भक्त माता के दर्शन के लिए आते हैं। यह मंदिर बारहवीं शताब्दी में बना हुआ है और भक्त इस मंदिर में खुशहाल शादीशुदा जीवन का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं। यह मंदिर ऊंची पहाड़ की चोटी पर स्थित है, जहाँ रोपवे के माध्यम से पहुंचा जाता है।
दक्षिणेश्वर काली माता मंदिर

दक्षिणेश्वर काली माता मंदिर कोलकाता में विवेकानंद ब्रिज के उत्तर में बैरकपुर में स्थित है। यह मंदिर एक ऐतिहासिक हिन्दू मंदिर है, यहाँ की मुख्य देवी, भवतारिणी हैं, जो हिन्दू देवी माँ काली का ही रूप हैं। इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि इस मंदिर के साथ से लगे हुए ही और भी 12 मंदिर हैं जो भगवान शिव को समर्पित हैं। यह मंदिर प्रतिदिन सुबह 6 बजे से दोपहर के 12:30 बजे तक और फिर दोपहर में 3:30 बजे से रात के 8:30 बजे तक ही खुला रहता है।
करणी माता मंदिर

करणी माता मंदिर राजस्थान के बीकानेर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर देशनोक में स्थित है। इस मंदिर को ‘चूहों का मंदिर’ भी कहा जाता है। इस मंदिर में 25 हजार से भी ज्यादा चूहे रहते हैं, जो काले व सफेद दोनों रंगों के हैं। ऐसी मान्यता है कि इन चूहों का कुतरा हुआ खाना खाना सौभाग्य की बात है और यह माता का आशीर्वाद होता है। यह मंदिर भक्तों के लिए सुबह 4 बजे से रात के 10 बजे तक खुला रहता है।
