भरोसे पर कायम हो रिश्ता

अपने पार्टनर के साथ ज्यादा से ज्यादा बातें करें, उनसे अपनी सभी बातों को शेयर करें, उन्हें साथ होने का भरोसा दिलाएं, उनके हर छोटे-बड़े कामों का हिस्सा बनें। इसके अलावा उसके भीतर भरोसा पैदा करें कि वे आपके लिए कितने महत्वपूर्ण हैं, उनकी तारीफ करें और उनकी छोटी-छोटी अपेक्षाएं पूरी करें। इससे आपका रिश्ता बेस्ट बना रहेगा।

साथ में टाइम स्पेंड करें

खुशहाल कपल साथ में समय बिताने को हमेशा प्राथमिकता में रखते हैं। वे पूरी कोशिश करते हैं कि समय मिलते ही अपने साथी के साथ लंच व डिनर करें या एक कॉल ही कर लें। वीकेंड पर वक्त बिताने के लिए वे कुछ अलग प्लान बनाते हैं। इसके लिए जरूरी नहीं कि वे घूमने ही जाएं, हो सकता है कि घर के कुछ जरूरी सामान ही साथ में लेने चले जाएं या इवनिंग वॉक ही साथ में कर लें।

प्यार का इज़हार करें

कई कपल्स को लगता है कि शादी होने के बाद यह बताने की जरूरत ही नहीं रहती कि आप एक-दूसरे से प्यार करते हैं, लेकिन शायद आप नहीं जानते कि तब तो यह बताना और भी जरूरी हो जाता है, ताकि दूसरे को यह ना लगे कि अब प्यार खत्म हो गया है का इजहार करें, उसे यूं ही आई लव यू बोल दें, जिससे दोनों के बीच एक उमंग बनी रहें। आपके शब्दों और एक्शंस में भी प्यार दिखना चाहिए। आप फेस एक्सप्रेशन और बॉडी लैंग्वेज के जरिए भी प्यार जता सकते हैं।

सोशल नेटवॄकग से दूर रहें

जब आप ज्यादा व्हॉटसअप, फेसबुक, इंटरनेट पर लगे रहते हैं तो ऐसे में अपने साथी को आप समय नहीं दे पाते और ऐसा इतना धीरे-धीरे होता है कि आपको पता भी नहीं चलता कि कब आप अपने साथी से दूर होकर सोशल नेटवर्क के करीब हो गए हैं। थोड़ा-बहुत ठीक है पर हर समय ऐसा ना करें।

टीम वर्क की तरह काम करें

अगर आप पार्टनर के साथ टीम वर्क की तरह काम करेंगे तो न सिर्फ काम जल्दी होगा, बल्कि इससे आप दोनों एक साथ खुश रह पाएंगे। अकसर कपल्स के बीच ईगो आ जाती है, जिसके कारण टीमवर्क नामुमकिन सा हो जाता है। समझदारी इसी में है कि आप पार्टनर के साथ हाथ बटाएं।

अन-बन ना बढ़ाएं

छोटा-मोटा लड़ाई-झगड़ा तो हर कपल के बीच होता है, लेकिन कई बार छोटी-छोटी बातें बहुत बड़ी बन जाती है। अपनी लड़ाई को इस लेवल तक ना जाने दें। हालांकि लड़ाई और नोकझोंक से भी प्यार बढ़ता है, लेकिन तब, जब उस लड़ाई में कुछ लॉजिक छिपा हो। तभी आप एक-दूसरे को समझ पाते हैं, वरना लड़ाई को बढ़ाना बेकार है।

मुस्कराते रहिए मुस्कराते और हंसते रहने की आदत आपको एक बेहतर इंसान बनाने में मदद करती है। छोटी बातों पर ज्यादा दुखी न हों या फिर किसी मजाक को लेकर ज्यादा गंभीर न हों। हमेशा मुस्कुराते रहें और हंसते रहें। इससे आपका मन खिलखिला रहेगा। साथ ही आपसे जुड़े लोगों को भी आपके साथ अच्छा और मजेदार समय बिताने का मौका मिलेगा।

रिसर्च ने बताई प्यार की अहमियत

यह स्टडी 1938 में शुरू हुई, जब रिसर्चर्स की एक टीम ने हावर्ड के 268 पुरुषों के जीवन और स्वास्थ्य का अध्ययन करना शुरू किया। इन लोगों में ब्रेदिली शामिल थे, जो आगे जाकर वॉशिंगटन पोस्ट के एडिटर बने। साथ ही उस समय शोध में जॉन एफ कैनेडी को भी शामिल किया गया, जो अमेरिका के प्रेसिडेंट बने। शोध जैसे-जैसे आगे बढ़ा, इसमें उन लोगों की पत्नियां, बॉस्टन शहर के 456 निवासी और उनकी पत्नियों समेत हावर्ड के 1300 छात्र जुड़ते गए, जो अब लगभग 50 से 60 साल के हैं। इस शोध का उद्देश्य यह देखना था कि व्यक्ति के जीवन में आने वाले शुरुआती अनुभव उसके जीवन के आगे आने वाले सालों को किस तरह प्रभावित करते हैं। इस शोध के दौरान शोधार्थियों ने अपने प्रतिभागियों के स्वास्थ्य समेत प्रेम और करियर में उनकी सफलता जैसे कई पहलुओं पर ध्यान दिया। उसके लिए समय-समय पर प्रश्नोत्तरी और इंटरव्यू सेशन आयोजित हुए। साथ ही, मेडिकल रिपोट्र्स पर भी नजर रखी गई। स्टडी के शुुरुआती समय में प्रतिभागियों के तिल, बर्थमार्क और हस्तलेखन के सैंपल भी लिए गए। हालांकि बाद में तकनीकी सुलभ हो जाने के चलते, उनके डीएनए सैंपल लिए जाने लगे और स्वास्थ्य के लिए एमआरआई स्कैन किया गया, ताकि प्रतिभागी के स्वास्थ्य पर पैनी निगाह बनाए रखी जा सके। अब 80 साल बाद इस शोध में पता चला है कि आईक्यू, सोशल क्लास और धन-संपत्ति किसी व्यक्ति के जीवन की अवधि उसकी खुशियों को बढ़ाने में उतने मायने नहीं रखती, जितना परिवार, दोस्त और समाज रखते हैं। इस शोध के परिणाम से शोध करने वाले भी बेहद आश्चर्यचकित बताए जा रहे हैं।

शोध की इस टीम को 1972 से 2004 के दौरान लीड करने वाले जॉर्ज वैल्लंत के मुताबिक जब शोध शुरू हुआ था तो किसी ने संवेदना या स्नेह को जीवन बढ़ाने वाले टॉनिक के रूप में कतई नहीं सोचा था। हां, अब शोध के बाद साफ हुआ है कि खुशहाल जीवन का राज केवल और केवल रिश्ते हैं, प्रगाढ़ रिश्ते। अच्छे रिश्ते इतने जरूरी हैं कि जो लोग 50 की उम्र में रिश्तों से संतुष्ट थे, उनका स्वास्थ्य 80 की उम्र में भी काफी बेहतर था। यह बात उनके कोलेस्ट्रोल लेवल से भी साफ हुई। शोध के मुताबिक अपने शरीर का ध्यान रखना जरूरी है लेकिन प्रगाढ़ संबंध बनाना भी एक तरह से खुद का ध्यान रखना ही है और यह बेहद जरूरी है। ऐसे में याद रखे कि अपने शरीर का भी खास ख्याल रखें और ऐसे रखे जैसे आपको अगले सौ साल तक इसकी जरूरत पड़ेगी और कौन जानता है यह जरूरत अगले सौ सालों तक सच में कायम भी रहे।

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