मैं भी प्रेग्नेंट हो गई हूं
stories of grihalakshmi

गृहलक्ष्मी की कहानियां – एक दिन मेरे मंगेतर ने सगाई होने की खुशी में एक पार्टी अपने खास दोस्तों के लिए रखी और उसमें मुझे भी बुलाया। ना-नुकुर के बाद मैं आने के लिए तैयार हुई और कह दिया कि ‘ठीक है, मैं पार्टी में प्रजेंट हो जाऊंगी।’ जब पार्टी में पहुंची तो वहां सब मेरा ही इंतजार कर रहे थे। ‘लो भई, मैं भी प्रेग्नेंट हो गई हूं।’ घबराहट की वजह से मेरे मुंह से ‘प्रजेंट’ की जगह ‘प्रेग्नेंट’ निकल गया।

‘अभी तो शादी भी नहीं हुई, खुशखबरी पहले ही सुना दी आपने!’ मेरे मंगेतर के दोस्तों ने हंसते हुए कहा तो मैं सही मतलब मारे शर्म के लाल हो गई।

मैं भी प्रेग्नेंट हो गई हूं
Stories of Grihalakshmi

2-रेडमार्क

मैं एक बालिका इंटर कॉलेज में अध्यापिका हूं। हमारी प्रिंसिपल बहुत ही अनुशासन प्रिय हैं, इसलिए किसी भी टीचर के लेट आने पर उस दिन उनके नाम के सामने रेड मार्क लग जाता है। मेरी बेटी नवेली इस बात पर मेरा बहुत मजाक बनाती है कि मम्मी आपको तो हमेशा ही रेड मार्क मिलता है, जबकि मेरी टीचर को तो हमेशा नीला मिलता है। सुबह-सुबह काम की अधिकता और मेरी हड़बड़िया आदत के कारण घर में सबने मेरा तो नाम ही रेड मार्क बना लिया है।
एक दिन का वाकिया है। जाड़ों के दिन थे। मुझे 8 बजे स्कूल पहुंचना था। रोज की तरह हड़बड़ी में तैयार हो रही थी, परंतु यह क्या? जल्दबाजी में मेरी साड़ी से मैचिंग सेंडिल ही नहीं मिल रही थी। घड़ी देखी तो 7.40 बज गए थे। आव देखा न ताव देखा, मैं ऐसे ही भागी। ऊपर से नवेली ने आवाज लगाई कि मम्मी अपनी सेंडिल तो पहन लो। यह सुनकर जब मैंने अपने पैर देखे, मैं तो बाथरूम स्लीपर ही पहनकर स्कूल जा रही थी। मेरे पति भागते हुए मेरी सेंडिल हाथ में उठाकर लाए, पीछे-पीछे नवेली भी आ गई। अपने पति को हाथ में सेंडिल लाता देख मैं शर्म से लाल हो गई।

यह भी पढ़ें –बिना कपड़ों के ही रखा