Story in Hindi: शादी के बाद ससुराल में अंजान लोगों के बीच जाकर मैं परेशान हो गई। मुझे अपनी सास मे माँ नज़र आने लगी उनका भी झुकाव मेरे लिए ज्यदा था। पता नही चला 2 महीने कैसे बीत गया, मैं पेट से थी मेरी उम्र ज्यादा नहीं थी, साथ बहुत सी बातों से अंजान !तुरंत गर्भ से रह गई थी , बच्चे तीन महीने के हो गये थे। अचानक बच्चेदानी मे कुछ गंभीर दिक्कत आ गई, डॉ का कहना था की दोनों मे से किसी एक को बचाना होगा किसी तरह ऑपरेशन हो गया जब होश आया तो मैं बच्चे के लिए बहुत रो रही थी मेरी सास ने मुझे खूब समझाया, मेरी ऐसी हालत हो गयी थी की मुझे बिस्तर पर ही पेशाब करना पड़ रहा था। मैं कभी नहीं भूलूंगी मेरी सास रात भर जागकर मेरा ध्यान रखती थी। मेरी सास मेरा बिस्तर भी साफ करती थीं। मेरी सास ने मां जैसा ख्याल रखा था मेरा। क्यों नहीं सास भी पूज्यनीय होती है मेरी सास की तरह
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