Stories in Hindi: अरी !उमा कैसी है तू बहन, मैं तो ठीक हूं पर तेरे जीजा जी, क्या जीजा जी बोल ना तू, रोने क्यों लगी पुष्पा ने चलाते हुए कहा, मेरा गला बैठा जा रहा है ।तू रोना बंद कर पहले मुझे बता क्या हुआ ।क्या बताऊं दीदी पुष्पा 2 दिन बुखार आया था उसके बाद तीसरे दिन सुबह तेरे जीजा जी सुन्न हो गए ना बोल रहे है ना सुन पा रहे हैं। शरीर ठंडा पड़ा हुआ है उमा ने रोते हुए कहा ।डॉक्टर क्या बोल रहे हैं डॉक्टर तो बोल रहे हैं भगवान से दुआ करो वैसे बचना मुश्किल है। चल ठीक है ,फोन रख मैं तेरे पास आ रही हूं।पर दीदी आपके बच्चों को कौन संभालेगा। पर वर कुछ नहीं बस मैं आ रही हूं ।
शाम को पुष्पा पहुंच गई। उमा बहुत रोई अपने दीदी से लिपटकर अरे उमा हार मत मानो, हम मंदिर चलते हैं। पर दीदी सब क्या बोलेंगे मैं मंदिर में घूम रही हूं। अरे छोड ये सब तू चल मेरे साथ दोनों मंदिर के पुजारी के पास जाकर सारी बातें बताती हैं।पुजारी बोले बेटा हम तो कोशिश कर सकते हैं बाकी सब भगवान के हाथ में है। आप उसका इलाज भी चलने दो और हम मिलकर भगवान के सामने बैठकर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हैं।
उमा घर जाकर पूजा के सामान के साथ -साथ सच्ची श्रद्धा के साथ मंत्रों का जाप करने लगी। जो -जो पंडित ने बताया सब किया। उमा अपनी दीदी को साथ गौशाला ले गई । वृद्धा आश्रम गई ,कोई मंदिर नहीं छोड़ा जहां जा कर पूजा न की हो।एक सप्ताह तक लगातार बीच-बीच में पति को भी देखने जाती थी ।डॉक्टर भी अपनी तरफ से पूरा जोर लगा रहे थे ।उनके पति राज को बाहर से देखने के लिए भी डॉक्टर आ रहे थे ।लगभग 12 दिन के बाद अस्पताल से खबर आई कि उनके पति राजकुमार के शरीर में हलचल हुई है। डॉक्टरों की टीम बहुत खुश थी। जिसे वेंटीलेटर पर रखा था आज कुछ ठीक हुआ और पुष्पा ने भगवान का और डॉक्टरों का शुक्रिया अदा किया ।घर आकर भगवान की पूजा में लगी रहती। कभी खुद पूजा करती,कभी बहन बैठ जाती। अखंड ज्योति जला रखी थी अगले दिन उनके पति राजकुमार ने आंखें खोली पर बोल नहीं पाया कुछ भी ।अब डॉक्टरों ने पुष्पा को राज के पास रहने के लिए आज्ञा दे दी ।
उन्होंने अपने सभी घरवालों से कहा भगवान की कृपा से आज राज की सेहत में सुधार हुआ है। मैं तो अब उन्हीं के पास रहूंगी पर आप सभी मेरी अखंड ज्योत मत बुझने देना। सभी ने कहा तू चिंता मत कर। तू राज को देख हम यहां पर संभालते हैं ।सभी की दुआओं का असर और डॉक्टरों की मेहनत का फल ।जो डॉक्टर दिन रात श्रद्धा के साथ इलाज कर रहे थे । डॉक्टरों की टीम ने कमाल कर दिखाया उमा का पति आज पूर्ण रूप से ठीक है।
आज तो उमा की खुशी का ठिकाना नहीं है लगातार छह महीने अस्पताल में रहने के बाद आज रात को छुट्टी मिल गई ।उमा सभी को बता रही थी कि एक भगवान यहां मंदिर में बैठता है, और एक दूसरा भगवान वहां पर अस्पताल में रहकर हमारी सहायता करता है ।आज उमा की भक्ति घरवालों की मेहनत और डॉक्टरों की लगन से उमा का सुहाग बच गया।
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