इग्जाम खत्म हो गये थे और अब बारी थी रिजल्ट आने की। कल रिजल्ट आने वाला था इसलिए पूरी रात मुझे नींद नहीं आई वैसे तो मैं रोज रात 11 बजे सो जाती थी पर ना जाने कल रात रात इतनी बेचैनी क्यों बार-बार ध्यान सामने लगी घड़ी पर ही जा रहा था। पूरी रात करवट-बदलते ही बीती घड़ी की सुई भी जैसे जल्दी-जल्दी आगे बढ़ रही हो। करवट बदलते-बदलते ही बीती घड़ी की सुई भी जैसे जल्दी-जल्दी आगे बढ़ रही हो। करवट बदलते-बदलते चार बज गये। नींद न आने की वजह से सिर दर्द और शरीर में दर्द होने लगा तो मैंने सोचा कि क्यों न चाय बना के पी लूं शायद थोड़ा सर दर्द कम हो जाये। मैं चाय बनाने के लिए रसोई में जा रही थी कि मैंने देखा पापा बाहर सोफे पर बैठे हैं। मैंने पापा से पूछा- पापा आप यहां क्यों बैठे हैं इतनी सुबह क्या आपको भी नींद आ रही मतलब क्या तुम भी नहीं सोई मीना। मीना ने कहा नहीं पापा पता नहीं क्यों नींद ही नहीं आ रही बेचैनी हो रही है और नींद ना आने की वजह से सिर दर्द शुरू हो गया इसलिए मैं रसोई में जा रही थी चाय बनाने पापा आप भी चाय पीयेंगे मैं आपके लिए भी बना लूं चाय। पापा ने कहा हां मीना बेटा बना ला चाय। मीना रसोई में चाय बनाने के लिए गई और ऊपर से चाय का पतीला उठाया और उसमें पानी भर कर गैस पर चढ़ा ही रही थी कि अचानक मीना को हाथ से चाय का पतीला गिर गया। चाय का पतीला गिरने की वजह से मम्मी उठी और भागी-भागी आई रसोई में।
मम्मी मुझे देख कर बोलने लगी कि अरे मीना तू है मुझे लगा रसोई में कोई बिल्ली आ गई होगी और मेरा दूध का पतीला गिरा दिया होगा इस बात पर मीना और मम्मी दोनों हंसने लगे कि मम्मी मैं तुम्हें बिल्ली दिखती हूं हाहाहाहा। पापा भी वहीं बगल वाले कमरे में थे हंसते हुए बोले की हाँ मीना की मां ये बिल्ली ही तो है हा हा हा। मीना थोड़े गुस्से में बोली पापा आपने मुझे बिल्ली कहा। पापा हंसने लगे हा हा हा अरे मीना बेटा मैं तो बस मजाक कर रहा हूं अब तू चाय बना ले। मम्मी बोलने लगी इतनी सुबह सुबह तुम दोनों बाप बेटी को चाय पीना है नींद नहीं आ रही थी क्या। मीना ने कहा, नहीं मम्मी मुझे तो पूरी रात नींद नहीं आई इसलिए सर दर्द होने लगा तो सोचा कि चाय बना के पी लूं तो थोड़ा सर दर्द कम हो जाएगा। मैं अपने कमरे से बाहर आई तो देखा कि पापा भी बाहर सोफे पर बैठे पापा को भी नींद नहीं आ रही थी। इसलिए मैं हम दोनों के लिए चाय बनाने के लिए रसोई में गई। उतने में पतीला गिरने की वजह से आपकी नींद भी खराब हो गई। सॉरी मम्मी आपकी नींद खराब कर दी मैंने इतनी सुबह मम्मी ने कहा कोई बात नहीं अब तो आंख खुली गई है। तो एक काम कर ये जो नीचे जमीन पर पानी गिर गया है इसे तू साफ कर दे चाय मैं बना देती हूं। मम्मी चाय का पतीला साफ करके चाय बनाने लगी और मैंने भी बाहर से पोंछा ला कर रसोई में गिरा पानी साफ कर दिया। मम्मी ने कहा मीना तू जरा चाय देख उबल जाय तो इसमें दूध डाल देना मैं जरा कमर् का पंखा बंद कर आती आवाज सुन कर यूं ही भाग आई थी। मीना ने कहा ठीक है मम्मी आप पंखा बंद करके ड्रॉइंग रूम में ही बैठ जाना मैं आपके और पापा के लिए चाय लेकर आ जाऊंगी।
मम्मी ने कहा ठीक है। लेकिन जरा ध्यान से गरम चाय मत गिरा लेना खुद पर ध्यान से निकालना चाय और हां अपने पापा के लिए गिलास में ही चाय निकालना तुझे तो पता है उन्हें कम में चाय पीना पंसद नहीं है। मम्मी कमरे का पंखा पंद करके ड्रॉइंग रूम में बैठ गईं पापा के साथ बातचीत करने लगीं। पापा ने मीना को आवाज दी मीना चाय के साथ बिस्कुट जरूर लेती आना मीना ने कहा हां-हां पापा मुझे याद है आप बिना बिस्कुट के चाय नहीं पीते और चाय हमेशा गिलास में पीते हैं। लीजिए पापा आपकी़, मम्मी की, मेरी चाय भी आ गई और चाय के साथ आपके स्पेशल बिस्कुट भी। पापा मम्मी बिस्कुट के साथ चाय की चुस्की ले रहे थे पर मेरा ध्यान तो अब भी कहीं और था। पापा ने कहा क्या हुआ मीना चाय क्यों नहीं पी रही मीना ने कहा कुछ नहीं पापा वो चाय थोड़ी गरम है इसलिए मम्मी बात समझ गई थीं कि मेरा ध्यान कहां मम्मी ने कहा आज तुम्हारा रिजल्ट आने वाला है उसके लिए इतना परेशान हो तुम और रात भर नहीं सोई। मीना ने कहा मम्मी वो थोड़ी टेंशन हो रही कि रिजल्ट कैसा आएगा मम्मी ने कहा परेशान मत हो मीना तू अच्छे नंबर से पास होगी मुझे पता है और तेरे रिजल्ट की वजह से तेरे पापा भी रात भर नहीं सोये क्योंकि तुझे डॉक्टर बनाने का सपना जो है तेरे पापा का। पापा ने कहा मुझे पूरा विश्वास है मीना फस्ट आयेगी दिन रात मेहनत की है, इसने जिसकी मीना जैसी बेटी हो उसे बेटे की जरूरत ही नहीं है। अब ये सारी बातें करते-करते सुबह के छह बज गये थे मीना ने कहा पापा मम्मी मैं जा कर तैयार हो जाऊं और मैं आज तुम्हारी पसंद की खीर बनाऊंगी क्योंकि मुझे पता है तम बहुत अच्छे नंबर से पास हो जाओगी पापा ने कहा मीना अगर तुम चाहो तो मैं तुम्हारे साथ चलूं तुम्हारा रिजल्ट देखने मीना ने कहा पापा आपको ऑफिस भी तो जाना है और आज आपकी जरूरी मीटिंग है ऑफिस में आपने कहा था पापा ने कहा कोई बात नहीं मैं मीटिंग कैंसिल कर दूंगा तुमसे ज्यादा जरूरी कुछ नहीं है मीना बेटा मेरे लिए मीना ने कहा पापा नहीं आप ऑफिस जाइए रिजल्ट में आपको ऑफिस में आकर बता दूंगी मैं जानती हूं आपको इस मीटिंग को अटेंड करना कितना जरूरी है मम्मी ने भी कहा हां आप ऑफिस जाइए मीना आपके ऑफिस आकर आपको रिजल्ट बता देगी पापा ने कहा ठीक है जैसा तुम दोनों कहो पापा ने कहा मुझे भी ऑफिस जाना है मैं भी जा कर तैयार हो जाता हूं।
मीना तैयार हो कर बाहर आ गई और बोलने लगी पापा मम्मी मैं स्कूल जा रही हूं। रिजल्ट देखने मम्मी ने कहा नाश्ता तो करके जा मैं जल्दी से कुछ बना देती हूं मीना ने कहा नहीं मम्मी अब रिजल्ट देखने के बाद ही कुछ खाऊंगी। पापा ने कहा जाने दो उसे मेरे ऑफिस जब मैं खिला दूंगा उसे कुछ बाहर से मंगवा कर अभी वो नहीं रुकेगी तुम जितना भी बोलोगे मीना ने कहा पापा मम्मी बाय मैं जा रहीं हूं। पापा मम्मी ने भी कहा बाय बेटा। मीना स्कूल पहुंच गई और स्कूल पहुंचते ही इतनी भीड में अपना रोल नं. निकालकर ढूंढ़ने लगी सामने लगे चार्ट पर की मैं पास हूं या नहीं मीना ने रोल नं. देखा और वो फस्ट आई थी खुशी से पागल होकर मीना जल्दी पापा के ऑफिस पहुंची और पापा को रिजल्ट दिखाया और पापा ने कहा तेरे जैसी बेटी मुझे हर जन्म में मिले मम्मी भी ऑफिस में थी वो अपने साथ खीर लाई थी खीर से मीना का मुंह मीठा करवाया।
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