World Hypertension Day: आजकल की आधुनिक जीवनशैली और खानपान की गलत आदतों की बदौलत कई बीमारियां सिर उठा रही हैं। जिनमें से एक है-हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर जिससे छोटे-बड़े सभी इस बीमारी से जूझ रहे हैं। विश्व भर में हाइपरटेंशन के जितने भी लोग हैं, उसमें से दो-तिहाई लोग विकासशील देशों में हैं। भारत की बात करें तो हर तीन में से एक व्यक्ति को हाइपरटेंशन की समस्या है। गांवों (10 प्रतिशत) के बजाय शहरों में (25 प्रतिशत) लोगों में यह देखने को मिलता है। कुल मरीजों में से दो-तिहाई की उम्र 60 साल से कम होती है। 85 प्रतिशत लोग ऐसेे होते हैं जिनमें हाइपरटेंशन के साथ कोई न कोई दूसरी बीमारियां भी जुड़ी होती हैं।
क्या है हाइपरटेंशन

हृदय हमारे शरीर में एक पंप के रूप में काम करता है और ब्लड सर्कुलेशन पूरे शरीर में होता है। ब्लड सर्कुलेशन के समय होने वाले ब्लड के दवाब को ब्लड प्रेशर कहते हैं। जब हार्ट ब्लड को पंप करता है तब प्रेशर ज्यादा होता है जिसे सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहा जाता है। और दूसरी बीट से पहले हार्ट रिलेक्स कर रहा होता है तब ब्लड प्रेशर कम होता है जिसे डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहते हैं। एक व्यस्क व्यक्ति का आदर्श ब्लड प्रेशर 120/80 होना चाहिए। लेकिन यह रीडिंग घटती-बढ़ती रहती है। हाई ब्लड प्रेशर होने पर व्यक्ति को सिरदर्द हेानाए धड़कनों का तेज होनाए चलते समय सांस फूलनाए चक्कर आना, थकावट होना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
क्या है खतरा
हाइपरटेंशन को साइलेंट किलर भी कहा जाता है। यदि हाई ब्लड प्रेशर को पहचानकर अगर सही इलाज न हो तो इसका बढा़ हुआ स्तर हमारे पूरे शरीर पर प्रभाव डालता है और हार्टएब्रेनए लिवरए आंखों जैसे महत्वपूर्ण अंगों को क्षति पहुंचाता है। मरीज को कई समस्याएं हो सकती हैं जैसे- हार्ट अटैक, हार्ट फैल्योर, ब्रेन हैमरेज, ब्रेन स्ट्रोक, पैरालाइसिस होने का खतरा, रेटिनल हैमरेज, पेरिफरल मास्कुलर डिजीज, किडनी फैल्योर। स्टडी के हिसाब से दुनिया भर में होने वाले हार्ट अटैक के 45 प्रतिशत और 50 प्रतिशत से ज्यादा मामलों का मूल कारण हाइपरटेंशन है।
आयुर्वेदिक उपायों से करें बचाव
स्वस्थ जीवन जीने के लिए जरूरी है कि ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखा जाए। ब्लड प्रेशर कम हो या ज्यादा-दोनों ही नुकसानदायक होते हैं, लेकिन हाई ब्लड प्रैशर आपको ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। आयुर्वेद में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के लिए कई उपाय बताए गए हैं जिनमें से कुछ इस तरह हैं-
लहसुन

रोजाना सुबह खाली पेट लहसुन की एक कली पानी के साथ निगलें। या फिर लहसुन की कलियों को छाया में सुखा लें। मिक्सी में पीस कर इनका पाउडर बना लें। सुबह खाली पेट एक-चौथाई चम्मच से आधा चम्मच पानी के साथ लें। लहसुन में मौजूद एलिसिन तत्व नाइट्रेट ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ाता है। मांसपेशियों को रिलेक्स करता है जिससे रक्त संचार को सुचारू रूप से चलने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
हरी इलायची
रोजाना हरी इलायची खाने से ब्लड प्रेशर प्रभावी ढंग से कम होता है। इसे खाने से शरीर को एंटी ऑक्सीडेंट मिलते हैं, जिससे रक्त संचार सुचारू रूप से चलने में मदद मिलती है।
काली मिर्च
एक कप गुनगुने पानी में 2 चुटकी काली मिर्च पाउडर डालकर रोजाना पिएं। काली मिर्च में मौजूद पेपेरिन कम्पाउंड और पोटेशियम तत्व से भरपूर होता है जो ब्लड प्रेशर कम करने में मदद करता है।
अर्जुन छाल

रात के समय एक गिलास पानी में आधा-एक छोटा चम्मच अर्जुन छाल का पाउडर भिगो दें। सुबह खाली पेट इस पानी को छान कर पी लें। या छाल का एक इंच टुकड़ा एक गिलास पानी में उबाल लें। पानी थोड़ा ठंडा होने पर छानकर पी लें। अर्जुन छाल में मौजूद को-एन्जाइम क्यू 10 और अर्जुनॉयड्स ब्लड प्रेशर कम करने में मदद करते हैं।
एप्पल साइडर वेनेगर और शहद
एक गिलास गुनगुने पानी में आधा छोटा चम्मच एप्पल साइडर वेनेगर और एक छोटा चम्मच शहद डाल कर अच्छी तरह मिलाएं। इसे सुबह खाली पेट लें। ये चीजें शरीर में मौजूद रक्त वाहिकाओं को रिलेक्स करने और फैलने में मदद करता है जिससे ब्लड प्रेशर कम होता है।
तरबूज और खसखस के बीज
दोनों के 100-100 ग्राम बीज लें। इन्हे अलग-अलग पीस लें। इन्हें बोतल में अच्छी तरह मिलाकर स्टोर कर लें। इन्हें एक चम्मच नाश्ता करने के आधा-एक घंटे बाद गुनगुने पानी के साथ लें।
अजवाइन

अजवायन को भून लें। चुटकी भर भुनी अजवाइन सुबह पानी के साथ नियमित रूप से लें। आप अजवाइन को रात को एक गिलास पानी में 1 चम्मच अजवाइन भिगो दें। सुबह इस पानी को छान कर पी लें। अजवाइन में थाइमोन नामक एंजाइम होता है जो रक्त वाहिकाओं की ब्लॉकेज को कम करता है। ब्लड प्रेशर केा कम करने में मदद मिलती है।
आंवला और शहद
सुबह नाश्ता करने के बाद और रात को खाना खाने के आधा घंटा बाद एक छोटा चम्मच आंवले का रस और एक छोटा चम्मच शहद मिलाकर लें। सूखे आंवले का एक छोटा चम्मच पाउडर सुबह खाली पेट और रात को सोने से पहले पानी के साथ लें। आंवले का मुरब्बा ले सकते हैं। विटामिन सी से भरपूर आंवला शरीर की नसों को रिलेक्स करता है जिसकी वजह से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
(डॉ कोमल मलिक, आयुर्वेदिक चिकित्सक, एनडीएमसी आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी, दिल्ली से बातचीत पर आधारित)
