Exercise for Cholesterol
Exercise for Cholesterol

Exercise for Cholesterol: आज की दौड़ती-भागती ज़िंदगी में असंतुलित खानपान, तनाव और कम शारीरिक सक्रियता के चलते कोलेस्ट्रॉल की समस्या आम हो गई है। बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल सिर्फ एक नंबर नहीं होता, यह दिल की बीमारियों, हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थितियों का कारण बन सकता है। लेकिन अच्छी बात ये है कि कुछ नियमित एक्सरसाइज़ की मदद से इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है — और वो भी बिना किसी दवा के। आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी एक्सरसाइज़ आपकी सेहत को नई दिशा दे सकती हैं।

तेज चलना (ब्रिस्क वॉकिंग)

अगर आप जिम नहीं जाते या भारी एक्सरसाइज़ से दूर रहना चाहते हैं, तो तेज़ चलना आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। रोज़ाना 30 से 45 मिनट की वॉक अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने और खराब कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करती है। इसे सुबह-सुबह ताज़ी हवा में करने से न केवल शरीर तंदुरुस्त रहता है बल्कि दिमाग़ भी तरोताज़ा हो जाता है।

जॉगिंग और रनिंग

जॉगिंग या हल्की दौड़ शरीर की कैलोरीज़ बर्न करने के साथ-साथ ब्लड सर्कुलेशन सुधारती है। जब शरीर ज्यादा सक्रिय होता है, तो लीवर ज़्यादा कोलेस्ट्रॉल प्रोसेस करता है जिससे ब्लड में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होने लगती है। हफ्ते में 3–4 बार 20–30 मिनट की रनिंग काफी असरदार साबित हो सकती है।

साइकलिंग

साइकल चलाना न सिर्फ पर्यावरण के लिए अच्छा है, बल्कि ये आपके दिल के लिए भी फायदेमंद है। इससे पैरों की मसल्स मज़बूत होती हैं, फैट बर्न होता है और कोलेस्ट्रॉल स्तर में सुधार आता है। चाहें जिम की स्टैटिक साइकल हो या असली सड़क पर चलने वाली — दोनों ही शरीर को एक्टिव रखती हैं।

योग और प्राणायाम

योग सिर्फ स्ट्रेचिंग नहीं है, यह शरीर और मन दोनों की गहराई से देखभाल करता है। कुछ खास योगासन जैसे कपालभाति, अनुलोम-विलोम और भुजंगासन कोलेस्ट्रॉल कम करने में कारगर माने जाते हैं। साथ ही प्राणायाम से तनाव कम होता है जो कि कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का एक छुपा कारण है।

स्विमिंग

तैराकी एक ऐसी एक्सरसाइज़ है जिसमें शरीर के लगभग हर हिस्से की कसरत होती है। इससे मेटाबोलिज्म तेज़ होता है और वजन नियंत्रित रहता है, जो कि कोलेस्ट्रॉल कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सप्ताह में 2–3 बार आधा घंटा तैराकी करने से आपको फर्क साफ़ महसूस होगा।

डांस

अगर आपको एक्सरसाइज़ बोरिंग लगती है, तो डांस के ज़रिए फिट रहना एक मज़ेदार विकल्प हो सकता है। ज़ुम्बा, एरोबिक्स जैसे डांस वर्कआउट से शरीर में पसीना आता है, हार्ट रेट बढ़ता है और कोलेस्ट्रॉल स्तर में सुधार होता है। साथ ही, यह तनाव भी दूर करता है।

मेरा नाम श्वेता गोयल है। मैंने वाणिज्य (Commerce) में स्नातक किया है और पिछले तीन वर्षों से गृहलक्ष्मी डिजिटल प्लेटफॉर्म से बतौर कंटेंट राइटर जुड़ी हूं। यहां मैं महिलाओं से जुड़े विषयों जैसे गृहस्थ जीवन, फैमिली वेलनेस, किचन से लेकर करियर...