जानिये बाथरूम में टूथब्रश रखने के ये गंभीर नुक़सान
आजकल के मॉडर्न टॉयलेट्स में लोग किताबें और अखबार रखना भी पसंद करते हैं। हमारी यही आदतें हमें वायरस और बैक्टीरिया के संपर्क में लाती हैं।
Washroom Hygeine: क्या आप भी घर से बाहर निकलने के बाद पब्लिक टॉयलेट इस्तेमाल करने से पहले बहुत बार सोचते हैं,तो ये एक अच्छी आदत है। अक्सर हम यही मानते हैं की सिर्फ पब्लिक टॉयलेट ही ख़राब स्तिथि में होते हैं और इसके इस्तेमाल से ही हमें नुकसान हो सकता है। हालांकि ये बात हमारे घर के टॉयलेट में भी लागू होती है। बाहरी रूप से साफ़ दिखने वाला हमारे घर का टॉयलेट भी पूरी तरह से साफ़ नहीं होता है। उसमें बहुत से बैक्टीरिया होते हैं जो हमारी सेहत को नुक़सान पहुँचा सकते हैं। ये हमारे घर का एक ऐसा हिस्सा होता है जिसे काफी साफ़ रखने के बाद भी इसमें अनदेखे कीटाणु होते हैं। टॉयलेट में हम सबसे ज्यादा फ्लश का इस्तेमाल करते हैं।
फ्लश का इस्तेमाल करने के बाद बनने वाली ऐरोसोल की बूँदें वायरस और कीटाणुओं का अड्डा बन जाती हैं। एयरोसोल को सरल शब्दों में कुछ यूँ समझा जा सकता है। फ्लश करने के दौरान उसकी पानी की छोटी छोटी बूँदें हवा से मिल जाती हैं और आस पास बिखर जाती हैं जैसे टॉयलेट की दीवारों पर और आस पास रखे सामान पर। सामान्य आँखों से इन्हें देखा नहीं जा सकता है। इसलिए हमें इस बात का एहसास भी नहीं होता। किसी भी घर के टॉयलेट में कुछ चीज़ें हमेशा रखी रहती हैं जैसे टूथब्रश और पेस्ट, तौलिया, हेयर ड्रायर आदि। आजकल के मॉडर्न टॉयलेट्स में लोग किताबें और अखबार रखना भी पसंद करते हैं। हमारी यही आदतें हमें वायरस और बैक्टीरिया के संपर्क में लाती हैं।
आइये जानते हैं बाथरूम में किन चीज़ों को रखने से हमारा शरीर बीमारियों का घर बन सकता है।
ब्यूटी प्रोडक्ट्स

महिलाएं अक्सर अपने बहुत से ब्यूटी प्रोडक्ट्स बाथरूम में रखना पसंद करती हैं। जिस से उन्हें तैयार होने में आसानी रहे और इधर उधर सामन ढूंढ कर परेशान भी ना होना पड़े। इस तरह वो अपना समय भी बचा लेती हैं और ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती है। जल्दी जल्दी में कई बार इन के ढक्कन खुले रह जातें हैं या ठीक से बंद नहीं हो पाते हैं जिसकी वजह से कीटाणु इसमें पनपना शुरू कर देते हैं। भले ही हमें ये आँखों से दिखाई ना दें पर जब इन चीज़ों का इस्तेमाल करते हैं तो हमें त्वचा से जुडी बीमारियाँ होने लगती हैं और हम इनका कारण तक पता नहीं लगा पाते हैं। अगर आप भी अपने ब्यूटी प्रोडक्ट्स वाशरूम में रखना पसंद करती हैं तो आज ही अपनी इस खराब आदत से पीछा छुड़ा लीजिये।
टूथ ब्रश

अब आप सोचेंगे टूथ ब्रश की सही जगह तो बाथरूम ही है। लेकिन आपका ऐसा सोचना भी आपको कई बीमारियों का साथी बना सकता है। एयरोसोल की वजह से आपके टूथ ब्रश में हज़ारों सूक्ष्म जीव अपना घर बना चुके होते हैं। इस तरह के ब्रश से अपने दांतों की सफाई करना आपको बहुत भारी पड़ सकता है। दूसरा बाथरूम में अक्सर नमी रहती है,और नमी में कीटाणुओं के पनपने का खतरा बना रहता है। ऐसा करना आपके दांतों के लिए परेशानी बन सकता है। आज ही अपने बाथरूम से टूथब्रश के साथ साथ टूथ पेस्ट भी हटाएं और अपने दांतों को स्वस्थ मजबूत बनाएं रखें।
दवाइयां

दवा हमारी सेहत का ख्याल रखती है और हमें रोगों से छुटकारा दिलाती है। क्या होगा अगर यही दवा हमारी सेहत की दुश्मन बन जाए। ऐसा इसलिए की अक्सर कुछ लोगों को खाली पेट दवा खानी होती हैं या फिर रात में सोने से पहले भी एक दवा लेनी होती है। हम दिन भर की दवा तो कम ही भूलते हैं पर सुबह और रात में सोने से पहले ली जाने वाली दवाएं अक्सर भूल जातें हैं। हम एक ऐसी जगह तलाशते हैं जहाँ सुबह उठते ही हमें ये दवा दिख जाए और रात में सोने से पहले भी हम इसे ना भूल पाएं। ऐसे में हमें सबसे आसान विक्लप नज़र आता है वाशरूम, जहाँ हम सोने से पहले एक बार जरूर हो कर आते हैं और उठने के बाद भी ब्रश करने या मुँह हाथ धोने के लिए वहीँ का रुख करते हैं। जाने अनजाने हम सबसे बड़ी गलती कर बैठते हैं, जो दवा हमारे सेहत को अच्छा करने के लिए डॉक्टर हमें देते हैं उन्हें बाथरूम में रख कर हम उन्हें नमी से संक्रमित कर रहे हैं। अपनी सेहत के साथ ऐसा खिलवाड़ ना करें।
बाथ टॉवल

बाथ टॉवल या हैंड टॉवल जब भी इस्तेमाल में लाएं उसके बाद धूप में जरूर सुखाने रखें ताकि उसमें बनी हुई नमी सूख जाए और तौलिया दुबारा इस्तेमाल में लाया जा सके। इस तरह ना तो कीटाणु पनपेंगे और ना ही आपके टॉवल में बाथरूम की गंध आएगी। नमीयुक्त तौलिया इस्तेमाल में लाने से उसमें मौजूद बैक्टीरिया आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।
बाथरूम में ना रखें किताबें

बाथरूम में किताबें या मैगज़ीन पढ़ने की आदत पर जरा कण्ट्रोल करें। इस से आपको कई फायदें होंगे। अगर हमारा ध्यान किताब पढ़ने पर होगा तो इस से हमारा बाउल मूवमेंट ख़राब होगा। दूसरा हम जरुरत से ज्यादा समय बाथरूम में बिताएंगे। जब आप बाथरूम में किताबें रखते हैं तो यहाँ मौजूद नमी की वजह से पेपर उसे सोखने लगता है जिसमे कई तरह के वायरस और बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। किताबें उनकी सही जगह किसी कमरे की बुकशेल्फ में रखें ये सुन्दर भी दिखेंगी और इनका हाइजीन भी बना रहेगा।
इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स

इन्हें बाथरूम में रखने की भूल ना करें। नमी सोखकर इनमें बैक्टीरिया पनपेंगे। गलती से गीला हो जाने पर ये इलेक्ट्रिक शॉक भी दे सकतें हैं। इन्हें किसी साफ़ सुथरी और सूखी सतह पर रखें जहाँ पानी का इस्तेमाल बिलकुल ना होता हो ताकि आप करंट लगने के खतरे से भी बचें और बैक्टीरियल इन्फेक्शन से भी। कई बार ये प्रोडक्ट नमी सोख लेने पर ख़राब भी हो जाते हैं जिसकी वजह से आपका काफी नुक़सान हो जाता है।
कुछ इस तरह रखें साफ़ सफाई का ध्यान
नहाने के बाद गीले फर्श को अच्छे से साफ़ कर के सुखा लें।
हफ्ते में एक दिन अच्छे से डिसइंफेक्टेंट से पूरा बाथरूम साफ़ करें,नल,कमोड,वाशबेसिन,टाइल्स,बाथरूम के कोने आदि।
घर के सभी सदस्य अलग अलग तौलिया और साबुन इस्तेमाल में लाएं।