public toilet istemaal karte samay jaroor barten ehtiyatw:
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Public Toilet Tips: महिलाओं को स्वस्थ रहने के लिए नियमित रूप से पर्सनल हाइजीन के साथ-साथ घर की साफ-सफाई का ध्यान रखना जरूरी है। जिसमें सबसे जरूरी है-वाॅशरूम की साफ-सफाई। क्योंकि घर के टाॅयलेट की कितनी भी सफाई करें, टाॅयलेट सीट के ऊपर अनेक जर्म्स और बैक्टीरिया होते हैं जो हमें दिखाई नहीं देते। जिनकी वजह से महिलाओं को यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन (यूटीआई) या यूरिनरी ब्लैडर इंफेक्शन (यूबीआई) होने की संभावना रहती है।
लेकिन स्कूल काॅलेज जाने वाली, ऑफिस जाने वाली वर्किंग महिलाएं या बाहर घूमने या बाजार जाने वाली या ट्रेवल करने वाली महिलाओं की मुश्किलें कहीं अधिक हैं। मजबूरी में उन्हें पब्लिक टाॅयलेट इस्तेमाल करना ही पड़ता है जो सर्वाधिक अनहाइजीनिक जगह होती हैं। आमतौर पर ऐसे टाॅयलेट रोजाना कई लोग इस्तेमाल करते हैं। टाॅयलेट की सफाई ठीक तरह नहीं होती और उनमें जर्म्स और बैक्टीरिया काफी मात्रा में होते हैं। अनचाहे ही महिलाएं इंफेक्शन की चपेट में आ जाती हैं। कोशिश करें कि इंडियन पब्लिक टाॅयलेट इस्तेमाल करें। अगर ऐसा नहीं है तो वेस्टर्न टाॅयलेट की सीट को इस्तेमाल करते समय अगर महिलाएं सचेत रहें और पब्लिक टाॅयलेट इस्तेमाल करते समय कुछ एहतियात बरतें, तो वो इनसे बच सकती हैं। खासकर वो महिलाएं जिन्हें बार-बार यूटीआई होता हो, पीरियड्स चल रहे हों, प्रेगनेंट हो या डिलीवरी कुछ समय पहले ही हुई हो, आर्थराइटिस की वजह से घुटनों में दर्द रहता हो – उन्हें पब्लिक टाॅयलेट इस्तेमाल करते समय विशेष ध्यान देने की जरूरत होेती है।
हैंड बैग जमीन पर न रखें-
पब्लिक टाॅयलेट में हैंड बैग ले जाना जरूरी हो तो ध्यान रखें कि उसे जमीन पर बिल्कुल न रखें। क्योंकि जमीन पर जर्म्स की भरमार होती है, नीचे रखने पर बैग बैक्टीरिया से संक्रमित हो सकता है। जो बाद में आप तक आसानी से पहुंच सकते हैं। बैग को हैंगर पर टांगे या सिंक के पास रखना बेहतर है।

स्कवाॅट की पोजिशन में करें यूरिन पास-
पब्लिक टाॅयलेट पर स्कवाॅट की पोजिशन में यूरिन पास करना भी सुरक्षित है। इसके लिए आप टाॅयलेट सीट के दोनों तरफ पैर खोल कर खड़े हो जाएं। एक हाथ से अपने कपड़े पकड़ें और दूसरे हाथ से अपनी टांग को सपोर्ट देें। दोनों घुटनों को हल्का-सा मोड़कर स्कवाॅट पोजिशन में यूरिन पास करें। जिससे आपके हिप टाॅयलेट सीट पर न लगें। यह भले ही थोड़ा मुश्किल और हास्यास्पद हो, लेकिन मजबूरी में टाॅयलेट सीट पर बैठ कर आप इंफेक्शन को न्यौता तो नहीं दे सकतीं।
टिशू पेपर का करें इस्तेमाल-
टाॅयलेट में रखें टिशू पेपर टाॅयलेट सीट पर लगाएं। सीट गीली होने पर टिशू पेपर गीले हो जाएंगे। यानी टाॅयलेट सीट के बैक्टीरिया टिशू पेपर सोख लेगा। ध्यान रखें कि इन टिशू पेपर पर न बैठें। पैर से टिशू पेपर घुमाकर कंबोड में डाल दें और टिशू पेपर को हाथ पर लपेटकर फ्लश कर दें। टाॅयलेट सीट पर दुबारा टिशू पेपर फैलाकर ही इस्तेमाल करें।
टाॅयलेट सेनिटाइजर स्प्रे का करें इस्तेमाल-
चूंकि महिलाओं की बाॅडीशेप ही ऐसी बनी है कि टाॅयलेट के लिए उन्हें टाॅयलेट सीट पर बैठना पड़ता है। पब्लिक टाॅयलेट सीट को इस्तेमाल करने से पहले आप टाॅयलेट सेनिटाइजर स्प्रे भी इस्तेमाल कर सकती हैं जिसे आप अपने पर्स में आसानी से रख सकती हैं। यह स्प्रे वहां मौजूद बैक्टीरिया को मार आपको 99.5 प्रतिशत जर्म्स से प्रोटेक्शन प्रदान करता है। यह स्प्रे बहुत जल्दी सूख जाता है। आप इत्मीनान से सीट पर बैठ कर यूरिन कर सकती हैं।

पानी की छोटी बोतल का करे इस्तेमाल-
पानी की छोटी बोतल को बीच में से और एक तरफ से आयताकार काट लें। ताकि पब्लिक टाॅयलेट में उसे इस्तेमाल कर सकें और इंफेक्शन से बच सकें। इसके लिए कटी हुई बोतल का ढक्कन खोल कर अपनी टांगों के बीच वजाइना के पास ले जाएं। बोतल को थोड़ा टेढ़ा करके उसका मुंह टाॅयलेट सीट की ओर रखें। लड़कों की तरह आसानी से खड़े होकर यूरिन पास कर सकती हैं। लिहाजा पब्लिक टाॅयलेट की परेशानी दूर करने के लिए बाहर जाते समय अपने बैग में पानी की बोतल जरूर रखें।

यूरिनेशन किट हैं मददगार-
पब्लिक टाॅयलेट इस्तेमाल करने में होने वाली समस्याओं को देखते हुए आजकल बाजार में फीमेल यूरिनेशन किट भी उपलब्ध हैं। इनकी मदद से आप टाॅयलेट सीट पर बैठने के बजाय लड़कों की तरह खड़े होकर यूरिन कर सकती हैं। किट में लैमिनेटिड पेपर का बना पी-होल्डर और यूरिन के बाद वजाइना को सुखाने के लिए इंटीमेट वाइप होती है। पी-होल्डर को वजाइना से टच करें और दूसरे भाग को टाॅयलेट सीट के ऊपर रखकर बिना किसी डर के यूरिन कर सकती हैं। बाद में इंटीमेट वाइप से वजाइना को आगे से पीछे तक पौंछ कर सुखा लेना चाहिए ताकि बैक्टीरिया वजाइना एरिया में न पहुंचे। इस्तेमाल करने के बाद इन्हें किट पैक में डालकर डस्टबिन में डिस्पोज़ कर दें।

इसी तरह आप बाजार में उपलब्ध रबर की बनी पी-होल्डर भी इस्तेमाल कर सकती हैं जिन्हें रि-यूज किया जा सकता है। पी-होल्डर को वजाइना के पास लगाकर टाॅयलेट सीट के ऊपर यूरिन कर सकती हैं। इस्तेमाल करने के बाद पी-होल्डर को धोकर पाॅलिबैग में रख बैग में रख सकती हैं। हाइजीन के लिहाज जरूरी है घर जाकर उसे सोप से अच्छी तरह साफ कर लें ताकि किसी तरह के इंफेक्शन का खतरा न हो।
टाॅयलेट सीट कवर-
पब्लिक टाॅयलेट को इस्तेमाल करने के लिए महिलाएं अपने साथ टाॅयलेट सीट कवर लेकर जा सकती हैं। ये कवर ऑनलाइन या मेडिकल स्टोर में आसानी से मिल जाते हैं। जरूरत पड़ने पर आसानी से सीट पर बिछाकर यूरिन कर सकती हैं। ये कवर आपको टाॅयलेट सीट पर मौजूद जम्र्स या बैक्टीरिया से बचाते हैं। पब्लिक टाॅयलेट चूंकि यू-शेप के होते हैं और वो पानी और जर्म्स को सीट पर जमा होने से बचाते हैं। कवर बाॅयोडिग्रेडेबल मैटिरियल से बने होते हैं और पानी में आसानी से गलकर खत्म हो जाते हैं। टाॅयलेट इस्तेमाल करने के बाद आप इन्हें फ्लश में डिस्पोज़ कर सकती हैं।
अपनाएं फ्लशिंग टेकनीक-
पब्लिक टाॅयलेट में टाॅयलेट सीट ही नहीं, फ्लशिंग हैंडल, पानी के नल, दरवाजे के हैंडल पर भी बैक्टीरिया हो सकते हैं। इन्हें इस्तेमाल करने से पहले टाॅयलेट पेपर या टिशू पेपर को अपनी उंगलियों में लपेटना बेहतर है। जिसे आप आसानी से डस्टबिन में फेंक सकती हैं। हाइजीन के लिहाज से पब्लिक टाॅयलेट से बाहर आने के बाद अपने हाथ सेनिटाइज करना न भूलें।
