Postpartum Depression: एक बच्चो को जन्म देना एक महिला के जीवन में सबसे खुशी के समय में से एक हो सकता है। जन्म देना और एक नए बच्चे से पहली बार आमने-सामने मिलना किसी खास पल से कम नहीं हो सकता। लेकिन एक बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं को फिजिकल और मेंटल कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लगभग सात में से एक मां को डिलीवरी के बाद अवसाद हावी हो जाता है।
एफडीए की पहल
For the first time, the FDA has approved a pill, taken once a day for 14 days, to help women manage these often strong, sometimes overpowering symptoms. Here's what to know: https://t.co/uYQI2hrk5Q pic.twitter.com/9GQZPYX3fZ
— WebMD (@WebMD) August 10, 2023
एफडीए ने महिलाओं को इस कंडीशन से उबरने के लिए 14 दिनों के लिए दिन में एक बार ली जाने वाली एक दवा को मंजूरी दी है। वेबएमडी ने मानसिक स्वास्थ्य और महिलाओं के स्वास्थ्य के कई विशेषज्ञों से इस विषय पर बात की।
महिलाओं को हुई ये दिक्कतें
बातचीत में कई महिलाओं ने बताया कि इस कंडीशन में उन्हें अपने ही बच्चे के साथ वक्त बिताने में रुचि नहीं रही, किसी को मरने के, तो किसी को आत्महत्या के विचार आते थे। लॉस एंजिल्स में निजी प्रैक्टिस में मनोचिकित्सक सारा ओरेक, एमडी ने कहा कि महिलाओं की इस कंडीशन के लिए कोई दवा नहीं है, जो तेजी के साथ काम कर सके। उन्होंने कहा ऐसा हार्मोनल बदलावों के कारण होता है।
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प्रयोग की गई यह दवा

ज़ुरानोलोन अधिकांश अन्य अवसादरोधी दवाओं से अलग है – इसे 2 सप्ताह तक लेने के लिए डिज़ाइन किया गया है। महिलाओं के स्वास्थ्य में विशेषज्ञता रखने वाले मनोचिकित्सक किम्बर्ली योंकर्स ने कहा आईवी दवा मरीज को अस्पताल, क्लिनिक या डॉक्टर के कार्यालय में दी जानी चाहिए ताकि जटिलताओं के लिए उनकी निगरानी की जा सके।