How to handle unwanted advice in pregnancy
How to handle unwanted advice in pregnancy

Summary: गर्भावस्था में कौन सी सलाह अपनाएँ या छोड़ें

परिवार और रिश्तेदारों की हर सलाह जरूरी नहीं, सही और गलत को पहचानकर ही अपनाएं, बाकी नज़रअंदाज़ करें।

How to handle Unwanted Advice in Pregnancy: गर्भावस्था किसी भी महिला के जीवन का सबसे खास समय होता है। इस दौरान महिला नए अनुभवों का सामना करती है, साथ ही सामना करती है लोगों के अनचाहे सुझावों का। गर्भावस्था के शुरुआती महीनो में यह सुझाव अच्छे लगते हैं, पर धीरे-धीरे रिश्तेदारों की अनचाही सलाह की अधिकता महिला के तनाव को बढ़ाती है। आज हम इस लेख में जानेंगे गर्भवती महिलाओं को इस दौरान किस तरह की सलाह पर ध्यान देना चाहिए और किस तरह के सलाह को नजरअंदाज करना चाहिए आइए जानते हैं।

महिला के गर्भावस्था के दौरान परिवार या रिश्तेदारों द्वारा सलाह देना एक सामान्य बात है। इसमें गर्भवती महिला और होने वाले बच्चे के प्रति उनकी फिक्र छिपी रहती है। खासतौर पर अगर महिला पहली बार गर्भवती हुई है।

गर्भावस्था के दौरान प्रत्येक महिला का अनुभव अलग हो सकता है और वह अपने अनुभव और परेशानियों को ध्यान में रखते हुए आपको सलाह देती हैं।

How to handle unwanted advice in pregnancy
Why do relatives and family give advice?

गर्भावस्था के दौरान घर के बड़े बुजुर्गों के सलाह मिथकों से जुड़े हो सकते हैं जिन्हें मानने के लिए गर्भवती महिला पर दबाव बनाया जाता है।

गर्भावस्था के दौरान अगर कोई सलाह आपके डॉक्टर द्वारा दिया जा रहा है या फिर आपके परिवार द्वारा कोई सलाह दी जा रही है जो वैज्ञानिक तर्कों पर आधारित है तो उसे आपको मानना चाहिए।

गर्भावस्था के दौरान पोषण तथा संतुलित आहार से जुड़ी सलाह को आपको मानना चाहिए, लेकिन ध्यान रखें किसी भी सलाह को पहले अपने डॉक्टर से पूछे, फिर अपनाएं।

आपको योग, हल्की एक्सरसाइज जैसे सुझाव अपने डॉक्टर से पूछ कर मनाने चाहिए। गर्भावस्था के दौरान हल्का योग और एक्सरसाइज आपके शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।

आपको डॉक्टर द्वारा बताएं टेस्ट और नियमित जांच के सुझाव को अनदेखा नहीं करना चाहिए यह आपके और शिशु दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

तनाव ना ले, तनाव कम करने के लिए ध्यान, योग या फिर अपने पसंद के कार्य करें जैसे सलाह आपको मानने चाहिए।

अगर किसी भी तरह के सलाह जो की डर, मिथक, या किसी अफवाह से जुड़ी हो उन सलाहों को नजर अंदाज करें। जैसे,

गर्भावस्था के दौरान यह खाने से बच्चा गोरा पैदा होगा।
गर्भावस्था में दूध पीने से बच्चे का वजन बढ़ जाएगा।
चाय मत पियो बच्चा काला पैदा होगा।
रात में बाहर मत जाओ नजर लग जाएगी। ग्रहण होने पर सीधे खड़े रहो नहीं तो बच्चे के अंग खराब हो जाएंगे।
ज्यादा आराम मत करो नहीं तो नॉर्मल डिलीवरी नहीं होगी।
इस तरह के कुछ प्रचलित मिथक और सलाह है जिनका सामना हर गर्भवती महिला को करना पड़ता है। आपको इस तरह के सलाह को नजरअंदाज करना चाहिए।

अगर आप किसी तरह के आयुर्वेदिक या घरेलू नुस्खा अपनाना चाहती हैं तो डॉक्टर से सलाह जरूर ले।

रिश्तेदारों द्वारा दिए गए सलाह को शांत रहकर सुन ले, लेकिन उन्हें अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से पूछे।

बेकार की सलाह से तनाव लेने की बजाए डॉक्टर से बात करें वैज्ञानिक तर्कों पर भरोसा करें।

सोशल मीडिया पर इस तरह की ज्यादा वीडियो देखकर अपना तनाव न बढ़ाएं।

हो सके तो अपना ज्यादा समय परिवार के साथ या अपने पसंदीदा काम करते हुए बिताएं।

निशा निक ने एमए हिंदी किया है और वह हिंदी क्रिएटिव राइटिंग व कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। वह कहानियों, कविताओं और लेखों के माध्यम से विचारों और भावनाओं को अभिव्यक्त करती हैं। साथ ही,पेरेंटिंग, प्रेगनेंसी और महिलाओं से जुड़े मुद्दों...