अर्जुन की छाल कितने दिन पीना अच्छा होता है, जानिए जरूर
अधिकांश लोगों को ये पता नहीं होता है कि अर्जुन की छाल का इस्तेमाल कैसे और कितने दिन तक करना चाहिएI इसलिए आइए विस्तार से जानते हैं अर्जुन की छाल के बारे में ताकि इसका सेवन करने में आसानी हो और इसका फायदा शरीर को मिल सकेI
Arjuna Chaal: कभी न कभी आपने बड़े-बुजुर्गों के मुंह से अर्जुन की छाल के बारे में जरूर सुना होगाI अगर आपने नहीं सुना है तो आपको बता दें कि अर्जुन की छाल एक आयुर्वेदिक औषधी है जिसका सेवन मुख्य रूप से काढ़े के रूप में किया जाता हैI इसे पीने से कई बीमारियों, जैसे-सर्दी जुकाम, खांसी, बुखार में काफी आराम मिलता हैI साथ ही ये छाल सेहत संबंधी कई तरह की परेशानियों में भी फायदेमंद होता हैI लेकिन जानकारी के अभाव के कारण लोगों को ये पता नहीं होता है कि इसका इस्तेमाल कैसे करना चाहिए और कितने दिन तक करना चाहिएI इसलिए आइए विस्तार से जानते हैं अर्जुन की छाल के बारे में ताकि इसका सेवन करने में आसानी हो और इसका फायदा शरीर को मिल सकेI
अर्जुन की छाल क्या है?

अर्जुन के पेड़ के तने की बाहरी परत को अर्जुन की छाल कहा जाता हैI इस पेड़ का नामकरण ‘अर्जुन‘ इसके स्वच्छ सफेद रंग के आधार पर किया गया हैI अर्जुन शब्द का संस्कृत में यौगिक अर्थ सफेद और स्वच्छ होता हैI अर्जुन का पेड़ एक सदाबहार पेड़ है, जो करीब 60 से 80 फीट तक ऊंचा होता हैI इसकी पत्तियां करीब-करीब अमरुद की पत्तियों की तरह दिखाई देती हैंI यह पेड़ हिमालय की तराई और शुष्क पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित नदी-नालों के किनारे बहुतायत में देखने को मिलता हैI इसका वैज्ञानिक नाम टर्मिनेलिया अर्जुना हैI इस पेड़ की छाल को पेड़ से अलग कर औषधीय उपयोग में लाया जाता हैI इसकी खासियत यह है कि यह छाल करीब 4 मिलीमीटर तक मोटी होती है और साल में एक बार अपने आप पेड़ से अलग होकर गिर जाती हैI इस पेड़ के तने की छाल, जड़, पत्ते और फल का उपयोग औषधि के लिए किया जाता हैI
कैसे करना चाहिए अर्जुन की छाल का इस्तेमाल
अगर आप अर्जुन के पेड़ की छाल का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आप सुबह के नाश्ते और रात के खाने के आधे घण्टे बाद दूध के साथ इसका सेवन कर सकते हैंI इसका इस तरह से इस्तेमाल करने से काफी फायदा होता हैI
अर्जुन की छाल के फायदे

आयुर्वेद में अर्जुन के पेड़ का उपयोग कई प्रकार के औषधी में किया जाता हैI अर्जुन की छाल के फायदे में सबसे ज्यादा उपकारी टैनिन होता है, इसके साथ पोटाशियम, मैग्निशियम और कैल्शियम भी होता हैI
एसिडिटी से राहत

अर्जुन की छाल एसिडिटी से राहत दिलाने में भी बहुत मददगार हैI साथ ही इससे कब्ज की समस्या दूर होती हैI
पिंपल्स से छुटकारा दिलाता है अर्जुन की छाल

आजकल के बढ़ते प्रदूषण और ख़राब खानपान के कारण मुँहासों की समस्या आम हो गई हैI ऐसे में अर्जुन की छाल के इस्तेमाल से न सिर्फ मुँहासों से छुटकारा मिलता है बल्कि इससे चेहरे की चमक भी बढ़ती हैI अर्जुन की छाल के चूर्ण को शहद में मिलाकर लगाने से मुँहासों में काफी फायदा मिलता हैI
सूजन की समस्या से राहत

ह्रदय संबंधी कई तरह की बिमारियों के कारण शरीर में सूजन आ जाती है, ऐसे में अर्जुन की छाल का काढ़ा या फिर चाय बनाकर पीने से सूजन कम होता हैI
रक्तपित्त में फायदेमंद
अगर आप रक्तपित्त यानी कान-नाक से खून निकालने की समस्या से परेशान हैं तो अर्जुन की छाल का सेवन करने से आपको जल्दी आराम मिलेगाI इसके लिए 2 चम्मच अर्जुन छाल को रात भर पानी में भिगोकर रखें, सुबह इसे मसल कर छान कर या उबालकर काढ़ा बना कर या चाय की तरह पीने से रक्तपित्त में काफी लाभ होता हैI
डायबिटीज में है असरदार

अर्जुन की छाल डायबिटीज की बीमारी में काफी असरदार हैI यह डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए फायदेमंद मानी जाती हैI शोध में पाया गया है कि इसमें हेक्सोकिनेस, फॉस्फोग्लुकोसोमेरेस, एल्डोलेस और ग्लूकोनियोजेनिक जैसे कई एंजाइम पाए जाते हैं जो डायबिटीज को नियंत्रित करने का काम करते हैंI इसलिए अगर आपको डायबिटीज है और आप इससे परेशान है तो एक बार अर्जुन की छाल का उपयोग जरुर करें, इससे आपको काफी फायदा होगाI
दिल की बीमारी में है फायदेमंद

अर्जुन की छाल हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती हैI इसमें प्राकृतिक तरीके से ब्लड प्रेशर को कम करने और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने की क्षमता होती हैI दिल की बीमारियाँ जैसे कि अनियमित दिल की धड़कन, अस्थमा, अर्थराइटिस और अन्य बीमारियों के इलाज में भी अर्जुन की छाल के अनेक फायदे होते हैंI अगर आपको दिल की बीमारी है और आप इससे काफी समय से परेशान है तो आपको अर्जुन की छाल से राहत मिल सकती हैI इसके लिए आपको अर्जुन की छाल को पीसकर मलाई वाले दूध के साथ एक चम्मच मिलाकर पीना हैI ऐसा आपको सुबह और शाम दोनों समय करना हैI इसका प्रयोग लगातार एक महीना करें, इससे आपको काफी आराम मिलेगाI
सर्दी-खांसी में है असरदार

बदलते मौसम में अक्सर लोगों को खांसी या सर्दी की समस्या हो जाती है, ऐसे में अर्जुन की छाल का सेवन करना चाहिए, इससे इम्युनिटी मजबूत होती है और सर्दी-खांसी की समस्या खत्म होती हैI
मोटापा दूर करे

अर्जुन की छाल में हाइपोलिपिडेमिक गुण मौजूद होता है जो वज़न घटाने में बहुत कारगर हैI इसके सेवन से पेट की चर्बी दूर होती हैI यह कब्ज, पाचन तंत्र से जुड़ी परेशानी को भी दूर करने में सहायक हैI
यूरिनरी इन्फेक्शन में कारगर

यूरिनरी इन्फेक्शन यानी मूत्र मार्ग में संक्रमण होनाI अर्जुन की छाल में एंटीबैक्टीरियल गुण होता है यानी बैक्टीरिया को नष्ट करने वाला गुण, जिसके कारण ये मूत्र मार्ग में संक्रमण पैदा करने वाले सूक्ष्म बैक्टीरिया को नष्ट करने में मददगार हैI
कैंसर में सहायक

अर्जुन की छाल एंटी कैंसर गुणों से भरपूर होती है जो कैंसर सेलों के विकास को रोकती हैI कैंसर रोगियों को इसका सेवन अवश्य करना चाहिएI
अल्जाइमर के रोग में उपयोगी
अर्जुन की छाल अल्जाइमर जैसी बीमारियों के इलाज में उपयोगी होती हैI इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स के कारण यह ब्रेन हेल्थ को सुधारने में मदद करती हैI
मुंह के छाले ठीक होते हैं

अर्जुन की छाल पेट साफ करती है और इसकी तासीर भी ठंडी होती है इसलिए यदि इसका रोज सेवन किया जाए तो कभी भी मुंह में छाले नहीं होते हैंI इसके अलावा यह खून को बगैर दवा लिए प्राकृतिक रूप में पतला करने भी औषधि हैI इसके सेवन से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में भी आराम मिलता हैI
अर्जुन की छाल की तासीर कैसी होती है?
अर्जुन की छाल की तासीर ठंडी होती हैI यह शीतल वीर्य होती है जो शरीर को ठंडा करने और वात को नियंत्रित करने में मदद करती हैI इसलिए गर्मियों के इसका सेवन करना अच्छा होता हैI
अर्जुन की छाल कितने दिन पीना चाहिए?
अर्जुन की छाल कितने दिन पीना चाहिए यह मुख्य रूप से बीमारी की गंभीरता और उसके ईलाज पर निर्भर करता हैI लेकिन सामान्यत हल्के और मध्यम स्थितियों के लिए 3-4 सप्ताह तक इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है और पुरानी एवं गंभीर बिमारियों के लिए 3 महीने तक अर्जुन की छाल का काढ़ा पीना फायदेमंद होता हैI आप अपनी स्वास्थ्य स्थिति और अपने चिकित्सक की सलाह के आधार पर काढ़े को दिन में एक या दो बार पी सकते हैंI
अर्जुन की छाल का काढ़ा कैसे तैयार करें?
अर्जुन की छाल का काढ़ा तैयार करने के लिए 1-2 चम्मच सूखे अर्जुन की छाल को एक कप पानी में मिला लेंI फिर इस मिश्रण को 5-10 मिनट तक उबालें, अब छानकर इस काढ़े को पी लेंI अगर आपको सामान्य खांसी या सर्दी हैं तो आप दो से तीन दिन इसका सेवन करेंI सर्दी-खांसी की समस्या ठीक हो जाने के बाद अर्जुन की छाल का सेवन बंद कर देंI अगर आप किसी भी बीमारी के लिए अर्जुन की छाल पी रहे हैं और आपको पीते हुए लगभग एक महीना से अधिक हो गया है और आपको कोई आराम नहीं मिल रहा है तो अर्जुन की छाल पीना बंध कर देI क्योंकि अगर आप अधिक दिन अर्जुन छाल पीते हैं, तो आपको इसका साइड इफेक्ट भी हो सकता हैI
अर्जुन की छाल का सेवन कैसे करना चाहिए

चाय के रूप में
आयुर्वेद में अर्जुन की चाय को काफी फायदेमंद माना जाता हैI अर्जुन की छाल की चाय बीमार व्यक्ति के साथ-साथ स्वस्थ व्यक्ति के लिए भी कुछ दिनों तक पीना लाभदायक होता हैI आप अर्जुन की छाल को दिन में दो बार पी सकते हैं लेकिन ध्यान रहे इस चाय में भूलकर भी चीनी ना डालेंI
छाल के पाउडर के रूप में

आप अर्जुन की छाल का पाउडर के रूप में भी सेवन कर सकते हैंI इसके लिए आप अर्जुन की छाल को मिक्सर में पीस कर पाउडर बना लेंI अर्जुन की छाल का पाउडर बन जाने के बाद इसको अच्छे से छन्नी से छान लेंI अब इसे गुनगुने पानी या दूध के साथ लेंI आप चाहें तो इस पाउडर को शहद के साथ मिलाकर भी ले सकते हैंI
काढ़ा के रूप में
आप अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैंI इसके लिए आप एक गिलास पानी में अर्जुन की छाल डालेंI अब इसे अच्छी तरह से उबाल लें फिर छान कर पी लेंI आप इस काढ़ा को शाम के समय पिएंI
किन लोगों को नहीं करना चाहिए अर्जुन की छाल का सेवन?

- कुछ लोगों को अर्जुन की छाल से कब्ज, पेट फूलना और पेट की परेशानी हो सकती हैI इसलिए अगर आपको भी इस तरह की कोई समस्या हो तो इसका सेवन बंद कर देंI
- अर्जुन की छाल मधुमेह रोधी दवाओं सहित कुछ अन्य दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकती हैI इसलिए अगर आप कोई प्रिस्क्रिप्शन दवाएं ले रहे हैं तो अर्जुन की छाल का उपयोग करने से पहले चिकित्सक से परामर्श जरूर करें, खुद से इसका सेवन शुरू ना करेंI
- गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अर्जुन की छाल का सेवन नहीं करना चाहिएI
अर्जुन की छाल के कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं, इसलिए निम्न बातों का ध्यान रखें-
- अगर आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करते है तो आपको उल्टी या चक्कर जैसा महसूस हो सकता हैI
- अगर आप इसका सेवन पहली बार कर रहे हैं तो आपको बदन दर्द और सिर दर्द की समस्या भी हो सकती हैI
- अर्जुन की छाल का सेवन ज्यादा करने से पेट में सुजन हो सकती हैं और आपको पेट में दर्द भी हो सकता हैI
- कुछ लोगों को इसके सेवन से अनिद्रा की परेशानी भी हो सकती हैI
FAQ | क्या आप जानते हैं
क्या अर्जुन की छाल का सेवन प्रेगनेंसी में कर सकते हैं?
प्रेगनेंसी में अर्जुन की छाल का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती हैI साथ ही जो महिलाएं बच्चे को स्तनपान कराती हैं उन्हें भी इसका सेवन नहीं करना चाहिएI
अर्जुन की छाल की तासीर कैसी होती है?
अर्जुन की छाल की तासीर ठंडी होती हैI इसलिए आप इसे गर्मी के मौसम में भी आराम से पी सकते हैंI
क्या अर्जुन की छाल रोज ले सकते हैं?
जी हाँ, आप आराम से अर्जुन की छाल का सेवन दिन में दो बार कर सकते हैंI लेकिन अगर आपको इससे किसी तरह की कोई परेशानी हो तो तुरंत इसका सेवन बंद कर देंI
क्या अर्जुन की छाल की चाय पीने से पेट में गर्मी होती है?
जी नहीं, ऐसा बिलकुल भी नहीं हैI अर्जुन की छाल की चाय पीने से पेट में गर्मी बिलकुल भी नहीं होती है क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती हैI आप इसका सेवन आराम से कर सकते हैंI
क्या अर्जुन की छाल का काढ़ा खाली पेट पी सकते हैं?
जी हाँ, आप सुबह-सुबह इसका सेवन खाली पेट कर सकते हैंI खाली पेट इसका सेवन करने से शरीर में जमा गंदा कोलेस्ट्रॉल बाहर निकल जाता हैI इस छाल का काढ़ा पीने से बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल करने में मदद मिलती हैI साथ ही, यह शरीर में इंसुलिन को बेहतर तरीके से नियंत्रित करने का काम भी करता हैI
अर्जुन की छाल का सेवन कब करना चाहिए?
अर्जुन की छाल का सेवन सुबह के समय खाली पेट करना काफी फायदेमंद होता हैI
क्या अर्जुन की छाल हार्ट ब्लॉकेज को ठीक कर सकता है?
हां, अर्जुन की छाल हृदय के स्वास्थ्य को बढ़ाने में मददगार हैI यह एक प्राकृतिक औषधि है जिसमें विशेष गुण होते हैं जिससे ह्रदय संबंधी बीमारियाँ ठीक होती हैI