बैठे बैठे सोना हो सकता है हाइपरसोमनिया का गंभीर लक्षण
इस बीमारी में ऐसी स्थिति भी आती है जब व्यक्ति बात करते करते या ड्राइविंग करते करते भी सो जाता है। सोचिये ये कितनी गंभीर समस्या है।
Hypersomnia Effects: पढ़ने सुनने में ये बीमारी जितनी अजीब लगती है उतना ही इसका प्रभाव भी खतरनाक है। हमारे आस पास जब कोई बहुत ज्यादा सोता है या हर वक़्त उसे सोना अच्छा लगता है, चाह कर भी वो ज्यादा देर तक नहीं जाग पाता है तो सब उस व्यक्ति का मज़ाक बनाते हैं और अलग अलग नामों से उसे बुलाते हैं। कभी कभी बहुत ज्यादा थकान हो जाना या किसी तरह की दवाई का असर होने पर हमारे साथ ऐसा होता है। चिंता करने की बात तब आती है जब ये स्तिथि भयावह रूप ले लेती है।
क्या है हाइपरसोमनिया?

शायद हम में से बहुत से लोगों ने इस बीमारी का नाम भी ना सुना हो और ऐसा होना लाजिमी है। सेहत दुरुस्त बनाये रखने के लिए कम से कम हमें 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद लेनी ही चाहिए जिस से हमारा शरीर और मस्तिष्क सही तरह से काम करता रहे और दोनों के बीच में संतुलन बना रहता है। लेकिन अगर इतनी नींद लेने के बाद भी आप थकान महसूस कर रहे हैं और कहीं भी बैठे बैठे सोने लगते हैं तो ये चिंता का विषय है। इस बीमारी में ऐसी स्थिति भी आती है जब व्यक्ति बात करते करते या ड्राइविंग करते करते भी सो जाता है। सोचिये ये कितनी गंभीर समस्या है। इस तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। आइये जानते हैं आखिर इसके पीछे की वजह क्या है।
ज्यादा वज़न होना

अत्यधिक वजन होना भी कई बीमारियों को निमंत्रण देने जैसा ही है। बहुत से लोग वजन घटाने के लिए अलग अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। कुछ घंटों जिम में पसीना बहते नज़र आते हैं, तो कुछ सुबह सुबह लम्बी सैर पर निकल पड़ते हैं, कुछ लोग कई किलोमीटर की दौड़ लगाते हैं।इन सबके साथ साथ अपने खान पान में भी बदलाव लाएं।
शराब का सेवन

अत्यधिक शराब का सेवन भी इस बीमारी का एक बड़ा कारण है। किसी भी तरह का नशीला पदार्थ हमारे शरीर के लिए किसी भी तरह से लाभदायक नहीं है। समय रहते अपनी इस आदत को छोड़ दें। एक अच्छी जीवनशैली अपनाएं।
तनाव

तनाव मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है। तनाव से बचने के लिए मैडिटेशन और योग का सहारा लें। कुछ ही दिनों में आप को खुद में फर्क नज़र आने लगेगा। अपने शरीर में आप एक सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव कर पाएंगे। इस तरह आपके आस पास रहने वाले लोग भी आपसे प्रेरणा ले कर स्वस्थ जीवनशैली अपनाएंगें।
वंशानुगत बीमारी

बहुत बार ऐसा देखा गया है की व्यक्ति एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाता है फिर भी इस तरह की बीमारी से पीछा नहीं छुड़ा पाता है। इसका एक बड़ा कारण है इस तरह की बीमारी का हमारे जीन्स में होना, अगर हमारे घर के बड़ों को बहुत समय पहले से किसी तरह की बीमारी पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है तो उस से बचना थोड़ा मुश्किल हो जाता है, पर नामुमकिन नहीं। ठीक समय पर इसका इलाज कराएं और स्वस्थ रहें।
एनीमिया

कई महिलाएं हमेशा थकान महसूस करती हैं और इस वजह से उनको बहुत नींद आती है। पीरियड्स की वजह से महिलाओं में अक्सर आयरन की कमी होने लगती है। काम के चलते वो खुद पर इतना ध्यान ही नहीं दे पाती हैं और धीरे धीरे ये समस्या बड़ी होती जाती है। जब आपका हीमोग्लोबिन का स्तर बहुत कम होने लगता है तो आपका मन किसी कम में नहीं लगता है। इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ करना आपकी सेहत के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। इस स्तिथि को और ख़राब ना होने दें समय पर अपना इलाज कराएं और इस बीमारी से छुटकारा पाएं। इसके बढ़ने पर हाइपरसोमनिया होने का डर बना रहता है।
देर तक जागना

आजकल लोगों को दिन में समय नहीं मिलने पर वो देर रात तक जाग कर ऑफिस या घर का कम निपटाने का सोचते हैं । समय बचाने का ये विकल्प उन्हें काफी आसान नज़र आता है। धीरे धीरे ये उनकी आदत बन जाता है, और वो छह कर भी समय पर नहीं सो पाते हैं। देर रात तक जागकर टीवी देखना, मोबाइल चलाना , या किसी भी तरह का काम करना सेहत के लिए नुकसानदायक है। कुछ दिनों में जब आप सोना चाहेंगे तो आदतन आपको नींद नहीं आएगी और बिना वजह देर रात तक जगे रहने की वजह से आपकी नींद पूरी नहीं होगी। देर रात तक जाग कर कम करने से आपकी आँखों पर भी असर पड़ेगा। जितना जल्दी हो सके सो जाएँ और अच्छी नींद लें, एक रात की नींद ख़राब होने पर कम से कम एक व्यक्ति 4 से 5 दिन तक परेशान रहता है।
खाना खाने में नखरे

अपने शरीर में ऊर्जा बनाये रखने के लिए हर काम सही समय पर करना जरुरी है। समय पर जागना,खाना पीना, सोना और दिन भर का काम सबका एक तय समय बनाएं ताकि आपके शरीर को इसकी आदत हो जाए और समय रहते आप अपने सारे काम निपटा लें। कुछ लोगों का मानना होता है खाना काम खाना ही अच्छा है। पेट भर कर खाना खाने से सेहत को नुक्सान होगा। ये सच है की जरुरत से ज्यादा ना खाएं पर शरीर को जितने खाने की जरुरत है काम से काम उतना तो खाएं। कम खाने से शरीर में ऊर्जा नहीं रहेगी और थकान महसूस होने की वजह से आपको दिन में भी नींद आएगी। वजन घटाने के लिए स्वस्थ भोजन तय मात्रा में खाएं पर लम्बे समय का अंतर ना रखें। इस वजह से आपको काफी परेशानी हो सकती है।

अगर आप दिन के समय भी थकान आलस या जरुरत से ज्यादा नींद महसूस कर रहें हैं तो ऐसे लक्षणों को नज़रअंदाज़ करना ठीक नहीं है। तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाएँ और उनसे इस बारे में खुलकर बात करें। इस तरह की बीमारी का इलाज एक अच्छा सायकाइट्रिस्ट ठीक तरह से कर सकता है, वो आपसे आपकी रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े सवाल करेंगे, जिसका आपको सही सही जवाब देना होगा। खान पान पर विशेष ध्यान दें और किसी भी तरह का तनाव ना लें। जितना ज्यादा दिमाग शांत रखेंगे उतना जल्दी ये इलाज आप पर असर करेगा।
