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एक समय था जब उम्र बढ़ने के साथ हार्ट अटैक के मामले ज्यादा सामने आते थे। अब कम उम्र में भी हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं। थम्ब पाम टेस्ट से इसे रोक सकते हैं।
Thumb Test for Heart: पिछले कुछ समय से लोगों को अचानक हार्ट अटैक आने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां तक कि कम उम्र के लोगों यानी युवाओं में भी हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने दिल का खास ख्याल रखें। लेकिन अधिकांश लोग समय पर हार्ट टेस्ट ही नहीं करते हैं। अब यह परेशानी खत्म हो गई। आप घर में ही आसान सा हार्ट टेस्ट कर सकते हैं।
थम्ब टेस्ट से पता चलेगी दिल की सेहत
पिछले दिनों कैलिफोर्निया के एक हार्ट स्पेशलिस्ट ने घर में ही आसान सा टेस्ट करके हार्ट टेस्ट करने का तरीका दुनिया को बताया है। एक मिनट में होने वाले इस टेस्ट को जानना, हर किसी के लिए फायदेमंद हो सकता है। कैलिफोर्निया के इमरजेंसी स्पेशलिस्ट डॉ. जो व्हिटिंगटन ने यह आसान ‘थम्ब पाम टेस्ट’ खोजा है, जो अब सुर्खियों में है। डॉ.व्हिटिंगटन का दावा है कि इससे हार्ट अटैक को काफी हद तक रोका जा सकता है।
महाधमनी है आपके लिए महत्वपूर्ण
डॉ.व्हिटिंगटन ने बताया कि इस थम्ब टेस्ट में आपको अपनी कलाई के पार तक अंगूठे को मोड़ना है। अगर आप एओर्टिक एन्यूरिज्म से पीड़ित होंगे तो यह टेस्ट आपको हाई रिस्क का संकेत दे सकता है। इसमें महाधमनी की हेल्थ का अंदाजा लग सकता है। यही धमनी हृदय से शरीर के बाकी हिस्सों में ब्लड लेकर जाती है। अगर महाधमनी में सूजन हो तो इसके फटने का जोखिम रहता है, जो हार्ट अटैक का कारण बनता है।
थम्ब टेस्ट में ध्यान रखें ये बातें
डॉ. व्हिटिंगटन ने अपना यह वीडियो टिकटॉक पर शेयर किया है। जिसे अभी तक 230,000 से ज्यादा बार देखा जा चुका है। डॉ. व्हिटिंगटन ने बताया कि अपनी हथेली को ऊपर उठाएं और अंगूठे को जितना हो सके उतना फैलाने की कोशिश करें। ध्यान रखें इस दौरान हथेली एकदम सीधी रहनी चाहिए। इसे मोड़ना नहीं है। अगर अंगूठा हथेली से आगे निकलता है तो यह हो सकता है कि आपके संयोजी ऊतक ‘बहुत लचीले’ हैं। ऐसे में धमनियों में ऊतकों पर भी यही खिंचाव लागू होता है, जिसका मतलब है कि सूजन या उभार की ज्यादा आशंका है। ऐसे लोगों को तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि यह एक गंभीर स्थिति है।
एओर्टिक एन्यूरिज्म टेस्ट इसलिए है जरूरी
अमेरिकन जर्नल ऑफ कार्डियोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार एओर्टिक एन्यूरिज्म वाले 60 प्रतिशत लोगों का थम्ब टेस्ट पॉजिटिव था। यानी उनका अंगूठा हथेली को पार कर रहा था। एक अनुमान के अनुसार यूके में हर साल लगभग 5,000 लोगों की मौत महाधमनी फटने के कारण होती है। चिंता की बात यह है कि एन्यूरिज्म के लक्षण पहले नजर आती हैं। महाधमनी फटने के बाद ही पता चलता है कि शख्स की एन्यूरिज्म में परेशानी थी।
इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
डॉक्टर जरूर समय पर एओर्टिक एन्यूरिज्म को पहचान सकते हैं। इसका इलाज भी संभव है। लेकिन जिन लोगों को अचानक हार्ट अटैक आता है, वे इसपर ध्यान ही नहीं देते। खासतौर पर कम उम्र के लोग। एओर्टिक एन्यूरिज्म की स्थिति में छाती, गर्दन और पीठ में दर्द होता है। कई बार बाहों में सूजन, सांस की तकलीफ या खून की खांसी जैसे लक्षण दिखते हैं।
