प्रकृति ने विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों की पत्तियों में अनोखा गुण भी भर दिया है। यहां कुछ खास पत्तियों के बारे में जानकारी दी जा रही है, जिनके द्वारा कुछ रोगों का इलाज घर बैठे किया जा सकता है

नीम की पत्तियां

नीम की पत्तियों को पीसकर फोड़े-फुंसी पर लगाने से आराम मिलता है। त्वचा रोग और खुजली में भी नीम की पत्तियां औषधि का कार्य करती हैं। इसे पानी में उबालकर नहाने से त्वचा संबंधी बीमारियां दूर हो जाती हैं।

अमरूद की पत्तियां

अमरूद की पत्तियों को पानी में उबालकर कुल्ला करने से मुंह के छाले एवं मसूढ़ों का 
दर्द दूर होता है और मुंह की दुर्गन्ध भी। अमरूद की पत्तियों को थोड़े से पानी में 
उबालकर इसकी लुगदी बनाकर फोड़े पर लगाने से फोड़़ा शीघ्र फूटकर बैठ जाता है।

चमेली की पत्तियां

मुंह के छाले यदि ठीक न हो रहे हों तो थोड़े से पत्ते चमेली के चबा लें। छालों से शीघ्र छुटकारा मिल जाएगा। बच्चों को टांसिल का दर्द होने पर चमेली के पत्तों में चुटकी भर नमक डालकर उबाल लें और इसके भाप का सेवन बच्चे को करवाएं। दिन में तीन-चार बार भाप लेने से टांसिल का दर्द 
ठीक हो जाता है।

आडू की पत्तियां

आडू की पत्तियां पेट के अनावश्यक कीड़ों का नाश करने की अचूक औषधि है। बड़े और बच्चे दोनों ही इसका सेवन कर सकते हैं। थोड़े से आडू के नरम पत्तों को चबाने से पेट के कीड़े मर जाएंगे।

मूली की पत्तियां

पीलिया के रोगी को कच्ची मूली के पत्ते अधिक से अधिक मात्रा में खाने चाहिए, इससे रोगी को आराम मिलता है।

सुदर्शन की पत्तियां

ये एक प्रकार के फूल का पौधा होता है। इसकी पत्तियां लम्बी-लम्बी होती हैं। कान के दर्द में इसकी पत्ती का रस डालने से कान दर्द ठीक हो जाता है।