क्या होता है गिल्ट कॉम्प्लेक्स और क्या हो सकते हैं इसके लक्षण
गिल्ट कॉम्प्लेक्स यानी लगातार यह लगना कि हमने कुछ गलत किया है। यह एक गंभीर समस्या हो सकती है और इससे मेंटल हेल्थ पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है। जानिए इसे मैनेज करने के तरीकों के बारे में।
Guilt complex: यह तो अपने सुना ही होगा कि मनुष्य गलतियों का पुतला है या हम अपनी गलतियों से ही सीखते हैं। लेकिन, कई बार हम अनजाने भी कोई गलती कर सकते हैं। लेकिन, इस गलती के बाद हम गिल्ट कॉम्प्लेक्स का शिकार हो सकते हैं। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो गिल्ट कॉम्प्लेक्स लगातार इस बात पर विश्वास कर लेना होता है कि हमने कुछ गलत किया है या हम कुछ गलत करेंगे। लेकिन, लगातार यह भावना शर्मिंदगी और चिंता का रूप ले सकती है। यह कॉम्प्लेक्स तब भी पैदा हो सकता है, जब गलती कोई और करता है लेकिन आपको लगता है कि यह आपकी वजह से हुआ है। यह समस्या गंभीर हो सकती है। आइए जानते हैं इसके लक्षणों और इसे मैनेज करने के बारे में।
गिल्ट कॉम्प्लेक्स के लक्षण
गिल्ट कॉम्प्लेक्स के लक्षण माइल्ड से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। इसका सबसे बड़ा लक्षण है रोगी का कंट्रोल से बाहर हो जाना। इसके अन्य लक्षण इस प्रकार हैं :
- खुद से नफरत होना और अपराधबोध
- किसी भी स्थिति में लगातार गिल्ट होना
- काम में फोकस न कर पाना
- ऐसा महसूस होना जैसे आप जीवन में कुछ भी अच्छा करने के लायक नहीं हैं
- सोने में परेशानी होना या बहुत अधिक सोना
- लोगों को नजरअंदाज करना
- डिप्रेशन या एंग्जायटी
- आत्म सम्मान की कमी
- खुद को नुकसान पहुंचने की भावना
- सुसाइडल विचार आना
- अपराधबोध और शर्मिंदगी की तीव्र भावना
- अपराधबोध की भावनाएं, जो लगातार और भारी होती जाती हैं
- गिल्ट जिससे मेंटल हेल्थ और आत्म-सम्मान पर प्रभाव पड़े
गिल्ट कॉम्प्लेक्स का एक लक्षण यह भी हो सकता है कि इसमें आप दूसरों को खुश करने के लिए बहुत अधिक प्रयास करने लगते हैं। अगर यह लक्षण आपको गंभीर लगें या मैनेज न हों तो डॉक्टर से सम्पर्क अवश्य करें।

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गिल्ट कॉम्प्लेक्स को कैसे मैनेज करें?
अगर आप लगातार गिल्ट कॉम्प्लेक्स के लक्षणों का सामना कर रहे हैं, तो इन्हें आप कुछ तरीकों से उन्हें मैनेज कर सकते हैं, जैसे:
- स्थिति का सामना करें- अगर आपको लगता है कि आपके दिमाग में नकारात्मक विचार आ रहे हैं, तो परिस्थिति के बारे में विभिन्न तरीके से सोचने की कोशिश करें। इन नकारात्मक विचारों से अपने दिमाग को हटाएं और सकारात्मक सोच के साथ परिस्थिति का सामना करें।
- खुद को माफ कर दें- खुद को माफ करने वाली प्रैक्टिस अपने गिल्ट को दूर करने का एक जरूरी टूल है। खुद को माफ कर देने का मतलब यह नहीं है कि आप अपनी गलती भूल जाएं। बल्कि, इसका अर्थ है कि आप इसकी जिम्मेदारी लें। इसके साथ ही खुद को इसका पश्चाताप करने और फिर आगे बढ़ने का रास्ता खोजने के लिए कुछ समय दें।
- किसी से इस बारे में बात करें- अगर आपके जीवन में ऐसा कुछ हुआ है जिसे लेकर आप गिल्ट कॉम्प्लेक्स का अनुभव कर रहे हैं, तो अपने किसी क्लोज दोस्त या प्रियजन के साथ अपनी फीलिंग को शेयर करें। लोगों का सहारा इस स्थिति पर उबरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इइसमें दोस्तों और प्रियजनों का साथ होना जरूरी है।

अगर आपको अपने दोस्तों या अन्य लोगों से अपनी फीलिंग व्यक्ति करने में समस्या हो रही है, तो आप किसी मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल की मदद ले सकते हैं। फेस टू फेस थेरेपी सेशंस भी इससे निपटने का अच्छा उपाय हैं। ऐसा जरूरी नहीं है कि गिल्ट हमेशा एक अनहेल्दी इमोशन हो। यह आपको उन चीजों की पहचान करने में भी मदद कर सकता है जिन्हें आप बदलना चाहते हैं। इसके साथ ही आप इससे उन रिश्तों को सुधारने के तरीके ढूंढ सकते हैं, जिन्हें आपने नुकसान पहुंचाया हो।
