कब्ज एक ऐसा रोग है जिसके कारण कई अन्य बीमारियां स्वतः उत्पन्न हो जाती हैं। कब्ज के कारण आतों में अधिक देर तक मल रूका रहता है जिससे अनेक बीमारियां पैदा हो जाती हैं। यह वजह है कि कब्ज को अनेक बीमारियों की जड़ माना जाता है। इसलिए कब्ज को दूर करने हेतु शीघ्र कोई न कोई उपाय अवश्य करना चाहिए।
ध्यान रखें-
- आधा या एक चम्मच ईसबगोल की भुसी रात्रि में दूध के साथ लें। प्रातः काल पेट साफ हो जाता है।
- कुछ तुलसी के पत्ते, काला नमक एवं छोटा सा अदरक पीस कर धीरे-धीरे चाटें।
- रात में सोते समय लगभग 15 मुनक्के साफ धोकर, बीज निकाल कर दूध में उबालें। मुनक्के खाकर दूध पी लें।
- किशमिश 30 ग्राम, अंजीर एक, 5 मुनक्के आदि को 250 ग्राम पानी में शाम के समय चीनी के बरतन में भिगों दें। प्रातः काल इनको मसलें। इसमें पानी मिलाकर छान लें। पेस्ट फेंक दें अब इस रस में कुछ नींबू का रस एवं शहद मिला लें। प्रातः काल खाली पेट इसे धीरे-धीरे पिएं।
- त्रिफला चूर्ण गर्म पानी में डालकर पीएं।
- प्रातः काल 20 पत्ती नीम की पीस कर एक गिलास पानी में मिलाएं। प्रातः काल में ही इसे पीएं। आपकी नीम की 10 निंबोली भी चूस लें।
- एक या दो सन्तरों का रस खाली पेट 10-15 दिनों तक लें। आप रात को हरड़ को पानी में भिगों दें।
- प्रातः दूसरे दिन हरड़ को फिर से रगड़लेने से अच्छा रहेगा। इसमें कुछ नमक डाल कर पी लें।
- भोजन के साथ सलाद खायें । भोजन में सलाद में टमाटर अवश्य खाएं।
- गुलकंद के साथ सौंफ पीस कर डाल दें। उसे प्रातः काल खाएं।
