पीरियड्स से जुड़ी परेशानियों को दूर करता है दशमूलारिष्ट, जानिए फायदे और उपयोग का तरीका: Dashmularishta Benefits In periods
Dashmularishta Benefits In periods

जानिए पीरियड्स के लिए किस तरह से फायदेमंद

दशमूलारिष्ट एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका सेवन महिलाओं की परेशानियों को दूर करने के लिए किया जाता है। आइए विस्तार से जानते हैं दशमूलारिष्ट के बारे में-

Dashmularishta Benefits In periods: आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में कई ऐसी जड़ी-बूटियां मौजूद हैं, जिससे गंभीर से गंभीर समस्याओं का इलाज होता है। आयुर्वेदिक औषधि का निर्माण करने के लिए कई तरह की बूटियों का प्रयोग होता है। इन आयुर्वेदिक औषधि में दशमूलारिष्ट भी शामिल है। कमर में दर्द, पीरियड्स की परेशानियों को कम करने के लिए दशमूलारिष्ट का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसके नाम से भी स्पष्ट होता है कि इस औषधि में दस जड़ों का इस्तेमाल होता है। यह स्वास्थ्यवर्धक टॉनिक है, जो पेन किलर की तरह आपके शरीर के लिए कार्य कर सकता है। इसके साथ ही इसमें करीब 3% से 7% अल्कोहल होती है, इसे जड़ी बूटियों के फर्मेंटेशन से तैयार किया जाता है। यह महिलाओं के लिए काफी प्रभावशाली औषधि है।

यह मुख्य रूप से पीरियड्स के दौरान और डिलीवरी के बाद शरीर की कमजोरी को दूर करने में प्रभावी हो सकता है। इससे स्टैमिना बूस्ट की जा सकती है। साथ ही यह ऐंठन, दर्द जैसी समस्याओं को दूर कर सकता है। इस आयुर्वेदिक औषधि में अश्वगंधा, मंजीता और द्राक्षा जैसी कई तरह की जड़ी-बूटी का इस्तेमाल होता है। आइए जानते हैं विस्तार से दशमूलारिष्ट से स्वास्थ्य को होने वाले क्या फायदे हैं?

भूख बढ़ाने में करता है मदद

Appetite
Appetite

डिलीवरी या फिर पीरियड्स के दौरान महिलाओं के भूख में कमी, बदहजमी जैसी परेशानी देखी जाती है। इस स्थिति में कई बार हेल्थ एक्सपर्ट दशमूलारिष्ट पीने की सलाह देते हैं। यह पाचन को बढ़ाने में मददगार होता है, जो भूख को बढ़ावा दे सकता है। साथ ही यह बदहजमी को कम करने में भी मदद मिल सकती है। 

डिलीवरी के दौरान बुखार करे कम

Fever-in-Pregnancy
Fever-in-Pregnancy

यह औषधि उन महिलाओं के लिए फायदेमंद होता है, जो डिलीवरी के बाद बुखार की परेशानी से जूझ रही होती हैं। दरअसल,  डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर का तापमान कम और ज्यादा होता रहता है। ऐसे में दशमूलारिष्ट उनके लिए प्रभावी हो सकता है। यह रोगाणुओं और बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार हो सकता है। 

पाचन की परेशानियां करें दूर

Digestion-1
Digestion-1

डिलीवरी या फिर पीरियड्स के दौरान कई बार महिलाओं को पाचन से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। इस दौरान महिलाओं को दस्त और आईबीएस जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन परेशानियों को कम करने में दशमूलारिष्ट का सेवन किया जा सकता है। 

शारीरिक शक्ति में करे सुधार

Body-Strength
Body-Strength

दशमूलारिष्ट में कई तरह की बूटियां मौजूद होती हैं, जो आपके शारीरिक और मानसिक परेशानियों को कम करने में मदद मिल सकती है। यह शरीर में होने वाले दर्द को दूर करके शरीर को मजबूती प्रदान कर सकता है। इससे दर्द और सूजन से आराम मिल सकता है। इससे शारीरिक फिटनेस को कम किया जा सकता है। 

इम्यूनिटी करे बूस्ट

Immunity
Immunity

दशमूलारिष्ट में इम्युनोमॉड्यूलेटरी होता है, जो डिलीवरी के बाद महिलाओं की कमजोर इम्यूनिटी को दूर कर सकता है। इससे इम्यूनिटी को बढ़ावा मिलता है, जो संक्रामक रोगों को दूर कर सकता है। 

पीठ के दर्द को करे कम

Back-Pain
Back-Pain

पीरियड्स दौरान होने वाली पीठ दर्द की परेशानी को कम करने के लिए भी आप दशमूलारिष्ट का सेवन कर सकते हैं। इसमें मौजूद जड़ी-बूटियों में दर्द निवारक गुण होता है, जो पीठ के दर्द और अकड़न को कम कर सकता है। अगर आप पीठ दर्द से जूझ रही हैं, तो नियमित रूप से दशमूलारिष्ट का सेवन कर सकते हैं। 

तनाव करता है कम

Stress-
Stress-

पीरियड्स के दौरान महिलाओं को काफी ज्यादा तनाव और डिप्रेशन जैसा महसूस होता है। इस स्थिति में दशमूलारिष्ट उनके लिए फायदेमंद है। यह तनाव को कम करने मानसिक परेशानी से राहत मिल सकता है। इससे शारीरिक और मानसिक स्ट्रेस को कम करने में मदद मिलती है। 

अनियमित पीरियड्स की समस्या से छुटकारा

Periods
Periods

दशमूलारिष्ट का सेवन करने से अनियमित पीरियड्स की परेशानियों को कम करने में मदद मिलती है। यह पीरियड्स के दौरान होने वाले ब्लड फ्लो को सही करता है। साथ ही शारीरिक कमजोरी से भी छुटकारा दिलाने में असरदार है। 

डिलीवरी के बाद टॉनिक की तरह करता है काम

प्रसव के बाद होने वाली शारीरिक थकान को कम करने में यह टॉनिक की तरह कार्य कर सकता है। इससे मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा मिल सकता है। दरअसल, इसमें कई तरह के विटामिन और खनिज होते हैं, जो शरीर में पोषक तत्वों की कमी को दूर कर सकता है। इससे पाचन शक्ति को बढ़ावा मिल सकता है। इससे शारीरिक थकान को कम करने में मदद मिलती है।

मानसिक तनाव से मिलता है छुटकारा 

focus
Mental-Stres

मानसिक परेशानियों को कम करने के लिए आप दशमूलारिष्ट का उपयोग कर सकते हैं। यह दिमाग को बूस्ट कर सकता है। यह शरीर को मजबूत बनाता है। साथ ही मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सकता है, जो कायाकल्प में भी सुधार ला सकता है। 

स्किन की समस्याएं करें कम

Skin Problem
Skin Problem

दशमूलारिष्ट स्किन की परेशानियों को कम करने में भी मददगार होता है। इससे स्किन की रंगत में सुधार आता है। साथ ही यह स्किन पर नैचुरल ग्लो ला सकता है। स्किन पर होने वाले काले धब्बों की परेशानी, डार्क सर्कल, पिंपल्स, एक्ने की समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है। 

स्टैमिना बढ़ाए

दशमूलारिष्ट न सिर्फ शारीरिक और मानसिक परेशानियों को दूर करने के लिए किया जाता है, बल्कि इसके इस्तेमाल से स्टैमिना को भी बूस्ट किया जा सकता है। यह शारीरिक कमजोरी को दूर करके सहनशक्ति को भी बढ़ावा देता है। 

दशमूलारिष्ट का सेवन करने से शरीर की कई परेशानियों को दूर किया जा सकता है। इससे कई तरह की परेशानी कम हो सकती है। हालांकि, ध्यान रखें कि अगर आप पहली बार इसका सेवन कर रहे हैं, तो इस स्थिति में डॉक्टरी परामर्श जरूर लें।

Stamina
Stamina

दशमूलारिष्ट का कैसे करते हैं उपयोग?

  • खाना खाने के तुरंत बाद दिन में दो बार इसका सेवन करने से इससे प्रभावी लाभ मिल सकता है। 
  • ध्यान रखें कि खाली पेट दशमूलारिष्ट का सेवन न करें, इसके फायदे की बजाय नुकसान हो सकता है। 
  • दिन में दो बार सिर्फ पानी के साथ दशमूलारिष्ट का सेवन करें। दूध के साथ इसका सेवन करें।
  • डॉक्टर की सलाह पर इसका सेवन करें, इससे आपको सही उचित जानकारी प्राप्त हो सकती है।
Dashmularishta
Dashmularishta

दशमूलारिष्ट लेने के दौरान किन बातों का रखें ध्यान?

ध्यान रखें कि दशमूलारिष्ट को सिर्फ पानी के साथ लेना चाहिए। इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए इसका सेवन अधिक मात्रा में न करें। हमेशा चिकित्सक की परामर्श पर ही इसका सेवन करें।

दशमूलारिष्ट की क्या है खुराक?

डिलीवरी के बाद महिलाओं को प्रतिदिन 15 मि.लि. दशमूलारिष्ट देने की सलाह दी जाती है। इसका सेवन दिन में दो बार कर सकते हैं। गंभीर रूप से शारीरिक कमजोरी का सामना कर रहीं महिलाओं को दिन में दो बार 30 मि.लि. तक दिया जा सकता है। 

दशमूलारिष्ट के दुष्प्रभाव क्या हैं?

दशमूलारिष्ट स्वास्थ्य के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। लेकिन कुछ स्थितियों में इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं, जैसे-

  • मुंह में छाले
  • सीने की जलन
  • प्यास ज्यादा लगना
  • पेट में जलन
  • जलन के साथ दस्त, इत्यादि।

FAQ | क्या आप जानते हैं

दशमूलारिष्ट किस चीज़ से तैयार की जाती है?

दशमूलारिष्ट आयुर्वेद की 10 शक्तिशाली जड़ी-बूटियों से तैयार की जाती है, जिसमें करीब 3 से 7% अल्कोहल होता है। यह महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकता है। 

दशमूलारिष्ट को स्टोर कैसे करें?

दशमूलारिष्ट को कमरे के तापमान में रखना चाहिए। यह इसे गर्मी और सीधी रोशनी के संपर्क से दूर रखने की जरूरत होती है। 

दशमूलारिष्ट का सेवन कितने समय तक करना चाहिए?

डॉक्टरी परामर्श पर दशमूलारिष्ट का सेवन 3 से 6 महीने तक किया जा सकता है। हालांकि, कई बार डॉक्टर इससे लंबी अवधि में उपयोग की सलाह देते हैं। 

दशमूलारिष्ट को दिन में कितनी बार लेने की जरूरत है?

खाना खाने के तुरंत बाद 15 से 20 मि.लि. दशमूलारिष्ट दिन में दो बार लिया जा सकता है। कुछ चिकित्सक इसके डोज को बढ़ा या फिर घटा भी सकते हैं। इसका डोज मरीज की स्थिति पर निर्भर करता है।

क्या इससे स्तनपान कराने पर कोई प्रभाव पड़ता है?

ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं के लिए दशमूलारिष्ट फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे दूध की आपूर्ति को भी पूरा किया जा सकता है। हालांकि, अगर आप इस स्थिति में दशमूलारिष्ट ले रहे हैं, तो एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 

क्या दशमूलारिष्ट बच्चों के लिए सुरक्षित है?

जी नहीं, दशमूलारिष्ट बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं मानी जाती है।

क्या पीरियड्स के दौरान दशमूलारिष्ट ले सकते हैं?

जी हां, पीरियड्स के दौरान दशमूलारिष्ट पी सकते हैं। इससे पीरियड्स की परेशानियों, जैसे- दर्द, ऐंठन, ब्लड फ्लो, पीरियड्स अनियमितता जैसी समस्याओं को दूर किया जा सकता है।

क्या लड़कियां दशमूलारिष्ट पी सकती हैं?

यह एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका सेवन महिलाओं की परेशानियों को दूर करने के लिए किया जा सकता है। 

निक्की मिश्रा पिछले 8 सालों से हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े मुद्दों पर लिख रही हैं। उन्होंने ग्वालियर के जीवाजी यूनिवर्सिटी से इकनॉमिक्स में एमए और भारतीय विद्या भवन से जर्नलिज़्म की पढ़ाई की है। लिखना उनके लिए सिर्फ एक प्रोफेशन...