Summary: वर्ल्ड आयरन डेफिशिएंसी डे से पहले, डैनोन इंडिया ने की राष्ट्र व्यापी पहल ‘आयरन अप!’ की घोषणा
वर्ल्ड आयरन डेफिशिएंसी डे से पहले डैनोन इंडिया ने देशभर में ‘आयरन अप!’ अभियान लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य लाखों लोगों तक स्क्रीनिंग और जागरूकता पहुंचाना है।
Danone Iron Up Initiative: भारत में आयरन की कमी और एनीमिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए, डैनोन इंडिया ने विश्व आयरन डेफिशिएंसी डे से पहले अपनी बड़ी राष्ट्रीय पहल ‘आयरन अप!’ की घोषणा की है। यह अभियान देशभर में स्क्रीनिंग, डिजिटल शिक्षा, स्वास्थ्य कर्मियों की भागीदारी और सामुदायिक समर्थन के ज़रिए आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया (आईडीए) की पहचान और रोकथाम को तेज़ करेगा।
8 लाख से अधिक बच्चों की बिना दर्द वाली डिजिटल स्क्रीनिंग पूरी
डैनोन इंडिया अब तक कई राज्यों में 8 लाख से ज़्यादा बच्चों की आयरन स्क्रीनिंग कर चुका है। यह डिजिटल और बिना दर्द वाली स्क्रीनिंग बच्चों में जोखिम की शुरुआती पहचान करती है, जिससे माता–पिता और शिक्षक समय रहते कदम उठा पाते हैं।
जागरूकता बढ़ाने के लिए ‘IDA प्लेज’ अभियान
चिकित्सकीय जागरूकता को बढ़ाने के लिए डैनोन इंडिया ने ‘IDA प्लेज’ अभियान शुरू किया है। इसके ज़रिए देशभर के डॉक्टरों, विशेषज्ञों और स्वास्थ्य कर्मियों को समय पर पहचान, जागरूकता और रोकथाम आधारित पोषण को बढ़ावा देने की अपील की जा रही है। लक्ष्य है—एक एकजुट मेडिकल प्रयास, ताकि परिवार आयरन की कमी को जल्दी पहचान सकें।
25 मिलियन लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य
‘आयरन अप!’ की डिजिटल पहल ‘डिसअपीयर्ड रेड’ के माध्यम से डैनोन इंडिया सोशल मीडिया पर 25 मिलियन से अधिक लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य रखता है। यह अभियान तस्वीरों और कहानियों के ज़रिए समझाता है कि आयरन की कमी मानसिक कार्यक्षमता और रोज़मर्रा की ऊर्जा को कैसे प्रभावित करती है, ताकि लोग जल्दी स्क्रीनिंग और सही पोषण अपना सकें।
स्कूलों और समुदायों में जागरूकता कैंप
जमीनी स्तर पर डैनोन इंडिया स्कूलों व समुदायों में आयरन डेफिशिएंसी अवेयरनेस कैंप आयोजित कर रहा है। इन कैंपों का फोकस बच्चों और महिलाओं पर है, क्योंकि वे एनीमिया के सबसे अधिक शिकार होते हैं। इन प्रयासों का उद्देश्य है जागरूकता बढ़ाना, शुरुआती पहचान को प्रोत्साहित करना और उन समुदायों में पोषण की कमी को दूर करना जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है।
एनीमिया मुक्त भारत मिशन को समर्थन
लंबे समय तक स्थायी बदलाव लाने के लिए डैनोन इंडिया सरकारी संस्थाओं और एनजीओ के साथ मिलकर काम कर रहा है। कंपनी एनीमिया मुक्त भारत जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों को भी समर्थन दे रही है। यह सहयोग विज्ञान–आधारित पोषण शिक्षा को बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचाने में मदद करेगा।
देर से पहचान की जगह जल्दी रोकथाम
डैनोन इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर, शशि रंजन ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य है देश की सबसे गंभीर पोषण चुनौतियों में से एक, आयरन की कमी को दूर करना। ‘आयरन अप!’ अभियान का उद्देश्य देर से पहचान को बदलकर जल्दी रोकथाम की दिशा में कदम बढ़ाना है, जिसमें समय पर स्क्रीनिंग और सही पोषण अहम भूमिका निभाते हैं।
भारत में एनीमिया की चिंताजनक स्थिति
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS) के अनुसार, भारत में 6–59 महीने के 67% बच्चे एनीमिया के शिकार हैं। वहीं, लैंसेट सहित कई शोध बताते हैं कि एनीमिया भारतीय महिलाओं में विकलांगता की प्रमुख वजहों में से एक है। ये आंकड़े इस बात का संकेत हैं कि बड़े पैमाने पर जागरूकता और हस्तक्षेप की तुरंत जरूरत है।
इस पहल के साथ, डैनोन इंडिया देशभर के समुदायों का स्वस्थ भविष्य बनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराता है जहां जागरूकता समय रहते कार्रवाई में बदले, और समय पर की गई कार्रवाई, लंबे समय के बदलाव का मार्ग बनाए।
