Cataract Home Remedy: मोतियाबिंद, आंखों की एक ऐसी परेशानी जिससे कभी 60 साल से अधिक उम्र के लोग ही पीड़ित रहते थे। लेकिन अब कम उम्र के लोगों को भी मोतियाबिंद जैसी समस्याएं होने लगती हैं। यानी हमारी आंखें हमारी उम्र से ज्यादा और जल्दी बूढ़ी हो रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार अब 40 तक की उम्र के लोग भी इस रोग से प्रभावित हो रहे हैं।
कोविड भी है बड़ा कारण

विशेषज्ञ बताते हैं कि 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में मोतियाबिंद अंधेपन का प्रमुख कारण बन रहा है। अकसर लोग कम उम्र में यह एहसास ही नहीं कर पाते कि वे मोतियाबिंद से पीड़ित हैं और समस्या बढ़ जाती है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्था-मोलॉजी के अनुसार कोरोना के कारण आई स्ट्रोक के मामले बढ़े हैं। जिसके कारण भी रेटिना पर ब्लड के थक्के जम जाते हैं और आंखों में ऑक्सीजन के फ्लो रुक जाता है। इसके अलावा भी कम उम्र में मोतियाबिंद होने के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं।
1. अल्ट्रावॉयलेट रेडिएशन यानी पराबैंगनी विकिरणे
2. डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा
3. धूम्रपान
4. स्टेरॉयड का उपयोग
5. आंखों की पुरानी चोट
6. हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी
7. शराब का अधिक सेवन
8. कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाएं लेना
इन सभी कारणों से हमारी आंखें प्रभावित होती हैं। हालांकि समय रहते मोतियाबिंद पहचान कर इसका इलाज संभव है। मोतियाबिंद को सुरक्षित और कुशलता से हटाया जा सकता है। डॉक्टर्स के अनुसार अपनी दिनचर्या में सुधार करके भी हम इस बीमारी से बच सकते हैं।
नियमित योग से मिलेगा फायदा

मोतियाबिंद अगर प्रारंभिक स्टेज पर है तो योग से इसे ठीक किया जा सकता है। इसके लिए रोज सुबह नियमित रूप से अनुलोम विलोम करना सबसे बेहतर है। इसी के साथ प्राणायाम करना भी फायदेमंद रहता है। पीपल के पत्तों का रस पीने से और उसके नीचे बैठने से भी आंखों को फायदा होता है। आंखों को स्वस्थ रखने के लिए सामान्य योग क्रियाएं भी लाभदायक हैं। इन्हें अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल करें। सिर्फ सुबह ही नहीं दिन में दो से तीन बार इन्हें करने से बेहतर रिजल्ट मिलेंगे।
— एक कुर्सी पर सीधे बैठें और ऊपर और नीचे, दाएं-बाएं देखें
— लगातार कंप्यूटर, मोबाइल पर काम कर रहे हैं आंखों को कुछ देर बंद करें, इससे नमी बनी रहेगी
— अपनी हथेलियों को आपस में जोर से रगड़ें,जब ये गरम हो जाएं तो इन्हें आंखों पर रखें
— एक लक्ष्य निर्धारित करें और फिर एक मिनट तक उसे देखें
ये घरेलू उपाय आएंगे काम

कुछ घरेलू उपाय अपनाकर भी आप मोतियाबिंद जैसी बीमारी को प्रारंभिक स्तर पर सही करने की कोशिश कर सकते हैं। नट्स और बीज का नियमित सेवन करें। इनमें प्रचुर मात्रा में विटामिन-ई और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। ये आंखों को फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। बादाम, अखरोट, मूंगफली और सूरजमुखी के बीज आदि का सेवन आंखों के लिए बेस्ट हैै। ओमेगा-3 फैटी एसिड भी फायदेमंद रहता है। ध्यान रखें बादाम को रातभर भिगोकर सुबह इसका सेवन करना ज्यादा लाभकारी होता है। यह मोतियाबिंद को कम करने में मदद करता है। लहसुन भी मोतियाबिंद के प्रभाव को कम कर सकता है। इसके लिए आप लहसुन की कुछ कलियां चबाएं या फिर लहसुन को अपनी डाइट में शामिल करें। लहसुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आंखों की सेहत के लिए अच्छे हैं। गाजर का जूस नियमित रूप से पीना भी आंखों के लिए फायदेमंद है।