जहां एक तरफ बाकी फलों को काटकर, छीलकर, उसमें कीड़े या सड़न को सावधानी से जांचकर खाना पड़ता है वहीं अंगूर पर ये सब शर्तें लागू नहीं होतीं। अब जानते हैं इसके स्वास्थ्यवर्द्धक पक्ष के बारे में क्योंकि अंगूर सिर्फ दिखने में छोटा है, इसके फायदों की सूची बहुत लम्बी है-

कैंसर कोशिकाओं को निष्क्रिय करे

आजकल कैंसर, सर्दी-जुकाम जैसी सामान्य बीमारी बन चुकी है। इसमें स्तन कैंसर प्रमुख है, महिलाओं की व्यस्त जीवनशैली और अपना खयाल न रखने के कारण अकसर यह रोग पनपता है। इसलिए, जरूरी है कि आप पहले से ही इससे बचने के लिए अपने आहार में अंगूर को जरूर शामिल करें। अंगूर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण कैंसर कारक सेलों को निष्क्रिय करते हैं। अंगूर से बने किसी भी उत्पाद के सेवन से स्तन और पेट के कैंसर का खतरा कम हो सकता है।

पाचन क्रिया सुधारे

अगर शरीर को स्वस्थ रखना है, तो सही पाचन क्रिया होनी जरूरी है। इसलिए, अपनी जीवनशैली में अंगूर को शामिल करना न भूलें। अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल तत्त्व के कारण पाचन क्रिया में काफी हद तक सुधार हो सकता है।

आंखों की विभिन्न परेशानियों में लाभकारी

शरीर के अन्य अंगों के मुकाबले आपको अपनी आंखों का ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। बढ़ती उम्र के साथ आंखों की रोशनी पर भी प्रभाव पड़ता है। इस स्थिति में पौष्टिक तत्त्वों का सेवन बहुत जरूरी होता है। आप आंखों के लिए अंगूर का सेवन कर सकते हैं। अंगूर में ल्यूटिन और जियाजैंथिन मौजूद होता है, जो आंखों को स्वस्थ रखने के लिए बेहद कारगर है। 

कोलेस्ट्रॉल लेवल नियत्रित करे

आजकल खान-पान के कारण मानव शरीर में विभिन्न प्रकार के भोजन से कोलेस्ट्रॉल लेवल काफी बढ़ा रहता है। ऐसे में अंगूर के बीज के हायपोलिपिडेमिक प्रभाव से शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है। इसके लिए लाल अंगूर के जूस का सेवन उत्तम है यह आपके शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा में वृद्धि करता है। इसके अलावा यह उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी अन्य बीमारियों पर नियंत्रण भी रखता है।

दमा रोगियों के लिए राहत

दमा के मरीजों के लिए ठंड और बरसात का मौसम काफी परेशानियों भरा रहता है, वहीं मौसम बदलने पर भी उन्हें राहत नहीं मिलती है। दिन प्रतिदिन बढ़ते प्रदूषण के कारण तो उन्हें और मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अंगूर के सेवन से काफी राहत मिल सकती है। अंगूर के बीज में प्रोएंथोसायडीन नामक तत्त्व होता है, जो गले में सूजन को कम कर दमा के मरीज को राहत प्रदान करता है।

जोड़ों के दर्द से पाएं निजात

उम्र बढ़ने के साथ-साथ हड्डियां कमजोर होना और हड्डियों से संबंधित समस्याएं होना अब आम बात हो गई है। भारत में आज हर तीसरे व्यक्ति को जोड़ों में दर्द की समस्या है। इस स्थिति में अगर पहले से अंगूर का सेवन किया जाए, तो रूमेटाइड अर्थराइटिस, जोकि गठिया का ही एक रूप है, उससे बचा जा सकता है। अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल में एंटी-अर्थराइटिक प्रभाव है, जिस कारण इससे बचाव हो सकता है। सूजन की वजह से होने वाली कई बीमारियों में भी अंगूर के सेवन से राहत मिल सकती है। 

इन सबके अलावा अंगूर के सेवन से माइग्रेन, वजन घटाने, किडनी संबंधित बीमारियों से भी राहत मिल सकती है। एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के कारण यह शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा की कमी भी पूरी करता है। खाने के अलावा आप चाहें तो इसे सौन्दर्य उत्पाद के तौर पर फेसपैक बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं, कील-मुहांसों के उपचार के लिए यह उत्तम है। 

दिखने में यह भले ही छोटा लगे लेकिन गुणों की खान है। तो अपने खान-पान में जरूर शामिल करें अंगूर क्योंकि इस नवाबी फल के गुण भी नवाबी हैं।