Haleem Recipe: अरबी व्यंजन हलीम मुस्लिम घरों में खास मौकों पर बनाया जाता है। खासतौर से मोहर्रम के माह में इसे बनाने की परंपरा रही है। मोहर्रम में न केवल लोग इसे अपने घर में बनाते हैं बल्कि अपने रिश्तेदारों और गरीबों में इसे बांटने का रिवाज भी है। ऐसा माना जाता है कि कर्बला की जंग में हजरात इमाम की फौज के पास खाना खत्म हो गया था तो उन्होंने आखिरी भोजन के तौर पर हलीम को खाया था। हलीम बेसिकली मांस और अनाज का मिश्रण है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मोहर्रम का महीना मुस्लिम समुदाय में एक गम के महीने के तौर पर लिया जाता है। विशेषकर शिया समुदाय में। ऐसा इसलिए क्योंकि पैगबंर साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन को इसी मोहर्रम के महीने में कर्बला की जंग (680 ईसवी) में परिवार और दोस्तों के साथ शहीद कर दिया गया था। यह जंग राजा यजीद और इमाम हुसैन के बीच थी। इस्लाम की रक्षा के लिए उन्होंने अपने प्राणों को त्यागा था।
![Haleem Recipe](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/07/SIP-2023-07-29T164829.431.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
इस आर्टीकल में आप हलीम को आसानी से बनाना सीखें। मटन होने के बावजूद भी यह पचने में भी आसान होता है और इसका स्वाद भी अच्छा होता है। पारंपरिक रुप से देखें तो यह बड़े-बड़े बर्तनों में बनाया जाता है। जहां पूरी रात इसकी घुटाई होती है। ताकि इसमें लेस अच्छा आए। लेकिन हम आपके साथ वो रेसिपी साझा कर रहे हैं जिससे आप घर पर इस रेसिपी को बना सकते हैं।
भारत में कब आया हलीम?
माना जाता है कि हलीम खाने का सिलसिला हैदराबाद से शुरु हुआ था। आज भी हैदराबाद में बिरयानी के साथ हलीम को खाने का रिवाज है। टेनिस स्टार सानिया मिर्जा भी हलील खाने की बेहद शौकीन हैं। इसे हैदराबाद राज्य में निज़ामों के शासन काल के दौरान लाया गया था। हैदराबाद में रमजान में रोजा खोलने के बाद हलीम खाया जाता है। यह आपको इंस्टेंट एनर्जी देता है। इसके सांस्कृतिक महत्व और लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने साल 2010 में इसे जीआईएस प्रदान किया गया था। यह दर्जा हासिल करने वाला यह भारत का पहला मांसाहारी व्यंजन है।
हलीम के लिए सामग्री
![Haleem Recipe](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/07/SIP-2023-07-29T165125.371.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
- दलिया-1 कप
- मूंग दाल-1/2 कप
- चना दाल-1/2 कप
- मटन-1 किलो
- प्याज- 2 , कटे हुए
- अदरक-लहसुन का पेस्ट-2 बड़े चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर-1 बड़ा चम्मच
- हल्दी पाउडर-1 चम्मच
- धनिया पाउडर-1 चम्मच
- जीरा पाउडर-1 चम्मच
- नमक- स्वादानुसार
- तेल या घी-1/2 कप
- गरम मसाला पाउडर-1 चम्मच
- ताज़ा हरा धनिया-1/4 कप कटी हुई
- ताज़ा पुदीने की पत्तियां-1/4 कप कटी हुई
- नींबू के टुकड़े- सर्व करने के लिए
सजावट के लिए
- तले हुए प्याज-2 प्याज
- घी-1 बड़ा चम्मच
- नींबू -2
- ताज़ा हरा धनिया-1 बड़ा चम्मच
- ताज़ी पुदीने की पत्तियां-1 बड़ा चम्मच
- तले हुए काजू और किशमिश-2 बड़े चम्मच
ऐसे बनाएं
![Haleem Recipe](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/07/SIP-2023-07-29T165538.599.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
- दलिया और मूंग दाल को साफ करके कम से कम 3 घंटे के लिए पानी में भिगो दें।
- प्रेशर कुकर में मटन, कटा हुआ प्याज, अदरक-लहसुन का पेस्ट, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, जीरा पाउडर और नमक डालें। मटन को ढकने के लिए पर्याप्त पानी डालें और मटन के नरम होने तक लगभग 5-6 सीटी आने तक प्रेशर कुक करें।
- एक बार जब मटन पक जाए, तो हड्डियां हटा दें और मटन को कांटे का उपयोग करके टुकड़े कर लें।
- एक अलग पैन में तेल या घी गर्म करें और उसमें भिगोया हुआ टूटा हुआ गेहूं और मूंग दाल डालें। और अच्छी तरह हिलाएं और 5-7 मिनट तक पकाएं जब तक कि गेहूं और दाल हल्के भूरे रंग के न हो जाएं।
- चना दाल, कटा हुआ मटन और प्रेशर कुकर का बचा हुआ स्टॉक डालें। अच्छी तरह से मिलाएं।
धीमी आंच पर, लगातार हिलाते हुए लगभग 3-4 घंटे तक पकाएं, या जब तक कि मिश्रण गाढ़ा न हो जाए। यह दिखने में एकदम क्रीमी सा होना चाहिए। हलीम घुटा हुआ अच्छा लगता है ऐसे में आप हैंडब्लैंडर का भी उपयोग कर सकती हैं। - हलीम जब अच्छे से घुट जाए तो इसमें गरम मसाला पाउडर, कटी हुई धनिया पत्ती और कटी हुई पुदीना की पत्तियां डालें। अच्छी तरह मिलाएं और 5-10 मिनट तक पकाएं।
- तले हुए प्याज, घी, नींबू के टुकड़े, ताजा धनिया पत्ती, ताजा पुदीना की पत्तियां और तले हुए काजू और किशमिश से सजाकर गरमागरम परोसें।