KKR Star Varun Chakravarthy
When KKR star Varun Chakravarthy worked as junior artist for Rs 600

Overview: छोटी शुरुआत, बड़ी उड़ान

वरुण चक्रवर्ती का यह सफर फिल्मों के जूनियर आर्टिस्ट से क्रिकेट के सुपरस्टार बनने तक सिर्फ एक इंसान की नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति की कहानी है जो अपने जुनून के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हो

Varun Chakravarthy Acting Career: आईपीएल के स्टार स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को आज क्रिकेट की दुनिया में एक मजबूत पहचान मिल चुकी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक वक्त ऐसा भी था जब वरुण ने फिल्मों में जूनियर आर्टिस्ट के तौर पर सिर्फ 600 रुपये में काम किया था? यह कहानी है उस दौर की जब क्रिकेट और फिल्में दोनों उनके दिल के करीब थे।

किस्सा फिल्म ‘जीवा’ का – पर्दे पर पहली झलक

वरुण चक्रवर्ती को तमिल फिल्म ‘जीवा’ (2014) में देखा गया था, जिसमें उन्होंने एक जूनियर आर्टिस्ट का रोल निभाया था। ये फिल्म क्रिकेट पर आधारित थी, जिसमें अभिनेता विष्णु विशाल मुख्य भूमिका में नजर आए थे। वरुण को भी इस फिल्म में एक बैकग्राउंड क्रिकेटर की भूमिका मिली थी।

मात्र 600 रुपये की मेहनत

इस फिल्म में वरुण को केवल 600 रुपये की फीस मिली थी। उन्होंने बिना किसी शिकवा-शिकायत के इस अवसर को गले लगाया और कैमरे के सामने अपने सपनों का पहला कदम रखा। यह छोटा-सा रोल आगे चलकर उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मददगार साबित हुआ।

क्रिकेट से पहले फिल्मों की दुनिया

वरुण चक्रवर्ती ने आर्किटेक्ट की पढ़ाई की थी और फिर विज़ुअल इफेक्ट्स आर्टिस्ट के तौर पर भी काम किया। लेकिन उनका दिल क्रिकेट में ही लगा रहा, और इसी जुनून ने उन्हें फिल्मों से खेल के मैदान की ओर खींच लिया।

संघर्ष से सफलता तक का सफर

वरुण ने तमाम उतार-चढ़ाव देखे। चोटों और असफलताओं के बावजूद उन्होंने मेहनत जारी रखी। उनकी किस्मत तब बदली जब कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें आईपीएल में मौका दिया और उन्होंने शानदार प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा।

विष्णु विशाल की भी याद

फिल्म ‘जीवा’ के हीरो विष्णु विशाल ने भी इस पुरानी याद को साझा किया था और कहा था कि उन्हें विश्वास नहीं हुआ जब उन्होंने टीवी पर वरुण को क्रिकेट खेलते हुए देखा। विष्णु ने ये भी कहा कि सपनों की शुरुआत कहीं से भी हो सकती है, बस सच्ची मेहनत और लगन जरूरी होती है।

अब वरुण हैं मैदान के सितारे

आज वरुण चक्रवर्ती आईपीएल में एक जाना-पहचाना चेहरा हैं। उनकी गूगली और वैरिएशन ने उन्हें लाखों का हीरो बना दिया है। लेकिन जब भी वो पीछे मुड़कर देखते हैं, तो ‘जीवा’ का वो छोटा रोल उन्हें उनकी जड़ों की याद दिलाता है।

मेरा नाम वंदना है, पिछले छह वर्षों से हिंदी कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हूं। डिजिटल मीडिया में महिला स्वास्थ्य, पारिवारिक जीवन, बच्चों की परवरिश और सामाजिक मुद्दों पर लेखन का अनुभव है। वर्तमान में गृहलक्ष्मी टीम का हिस्सा हूं और नियमित...