Kaun Movie
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उर्मिला मातोंडकर की ये थ्रिलर फिल्म जो घुमा देगी दिमाग, सिर्फ 15 दिन में बनकर हुई थी तैयार

उर्मिला मातोंडकर इंडियन फिल्म इंडस्ट्री की बेहतरीन अदाकारा में से एक है। उर्मिला मातोंडकर ने मात्र 3 साल की उम्र में फिल्मों में फिल्मों में एंट्री थी। उन्होंने अपनी एक्टिंग और क्यूटनेस से लोगों के दिलों पर राज किया है।

Kaun Movie: उर्मिला मातोंडकर इंडियन फिल्म इंडस्ट्री की बेहतरीन अदाकारा में से एक है। उर्मिला मातोंडकर ने मात्र 3 साल की उम्र में फिल्मों में फिल्मों में एंट्री थी। उन्होंने अपनी एक्टिंग और क्यूटनेस से लोगों के दिलों पर राज किया है। अपने करियर के दौरान उर्मिला ने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दीं। उर्मिला मातोंडकर हिंदी फिल्मों में काम करने से पहले साउथ की मूवीस में काम कर चुकी है। उर्मिला मातोंडकर ने रोमांस और इमोशनल ड्रामा की बजाय एक सस्पेंस से भरपूर सस्पेंस थ्रिलर में काम किया है। इस फिल्म में सिर्फ 3 ही कलाकार थे।

साल 1999 की बात है। रामगोपाल वर्मा ने एक सस्पेंस से भरपूर थ्रिलर फिल्म बनाई थी। आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने इस फिल्म में सिर्फ तीन लोगों को ही कास्ट किया था। फिल्म में उर्मिला, सुशांत सिंह और मनोज बाजपेयी नजर आए। इस फिल्म का नाम “कौन?” है। फिल्म का निर्देशन रामगोपाल वर्मा ने किया था। इस पूरी फिल्म को एक ही घर में शूट किया गया। इस फिल्म के डायरेक्टर रामगोपाल वर्मा थे, वहीं अनुराग कश्यप ने इस फिल्म की कहानी लिखी थी। इस फिल्म को रिलीज हुए 25 साल हो गए हैं, लेकिन आज भी ये हॉरर थ्रिलर फिल्म काफी फेमस है।

यह फिल्म पूरी तरह सस्पेंस से भरपूर है। जिसका आखिरी सीन देखने पर कई लोगों के होश भी उड़ गए। इस फिल्म में उर्मिला मातोंडकर की स्माइल देखने लायक थी। फिल्म की शुरुआत उर्मिला मातोंडकर से होती है जो अपनी मां से फोन पर बात करती है और पूछती है कि वह कब आएंगी। तभी घर में मनोज बाजपेयी रिंग बेल बजाता है और मिस्टर मल्होत्रा की तलाश करता है। पहले तो वह मिस्टर मल्होत्रा का घर होने से इनकार करती है, फिर डरकर भागने लगती है। तभी मनोज बाजपेयी उन्हें घर लेकर आता है। इसी बीच उर्मिला के घर में सुशांत सिंह आते हैं, जो खुद को पुलिस ऑफिसर बताते हैं।

This is the story of the film
This is the story of the film

मनोज को लगता है कि सुशांत सीरियल किलर है और वह मनोज को किलर समझता है। तभी फोन की घंटी बजती है और उर्मिला अपनी मां से बात करती है। इसी बीच मनोज को पता चलता है कि उनका फोन खराब है। बाद में उसे मिस्टर मल्होत्रा की लाश मिलती है और यह देख उर्मिला उसे मारने ही वाली होती है कि सुशांत उसे मार देता है। फिर उर्मिला सुशांत को मार देती है। आखिरी का सीन आपके वाकई होश उड़ा देगा। लास्ट में उर्मिला मातोंडकर की स्माइल देखकर कोई भी सदमे में आ जाएगा।

एक तरफ हिंदी फिल्मों की शूटिंग में महीनों या सालों लग जाते हैं। वहीं कौन मूवी सिर्फ 15 दिन में पूरी हुई थी। IMDb के मुताबिक, 1 घंटे 30 मिनट की ये फिल्म राम गोपाल वर्मा ने सिर्फ 15 दिन में पूर कर ली थी। एक और गौर फरमाने वाली बात यह होती है कि मूवी में उर्मिला का कोई कैरेक्टर नेम ही नहीं होता है।

दरअसल, उर्मिला मातोंडकर हिंदी फिल्मों में काम करने से पहले साउथ की मूवीस में काम कर चुकी है। जिस पहली फिल्म में उन्होंने लीड भूमिका निभाई थी, उसका नाम चाणक्यन था। इसके बाद उन्होंने नरसिम्हा से हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया। फिर वह लगातार कई फिल्मों में नजर आईं। जिसमें रंगीला, जुदाई, खूबसूरत, सत्या, प्यार तूने क्या किया, तहजीब जैसी फिल्में शामिल है। इनमें उनकी खूबसूरती, दमदार एक्टिंग और चेहरे की मासूमियत के लोग कायल हो गए।

मेरा नाम नमिता दीक्षित है। मैं एक पत्रकार हूँ और मुझे कंटेंट राइटिंग में 3 साल का अनुभव है। मुझे एंकरिंग का भी कुछ अनुभव है। वैसे तो मैं हर विषय पर कंटेंट लिख सकती हूँ लेकिन मुझे बॉलीवुड और लाइफ़स्टाइल के बारे में लिखना ज़्यादा पसंद...