Mrs Movie
Mrs Movie Life Lessons

Mrs. Review: Mrs. एक हिंदी फिल्म है, जो The Great Indian Kitchen का रीमेक है। इसमें सान्या मल्होत्रा मुख्य भूमिका में हैं और फिल्म का निर्देशन आरती कदव ने किया है। यह फिल्म घरेलू जीवन में महिलाओं की स्थिति को दिखाती है और यह बताती है कि कैसे समाज में औरतों पर घर संभालने की जिम्मेदारी डाल दी जाती है।

फिल्म में कुछ बदलाव किए गए हैं। मलयालम फिल्म में जहां रसोईघर गंदा और बिगड़ा हुआ होता था, वहीं Mrs. में किचन थोड़ा साफ-सुथरा और हवादार है। लेकिन फिर भी, यहां रहने वाली महिला के लिए यह जगह एक जेल से कम नहीं है। रिचा, जो शादी से पहले एक अच्छी डांसर थी, शादी के बाद सिर्फ घर के कामों में उलझकर रह जाती है। उसका पति दिवाकर (निशांत दहिया) डॉक्टर है और उसके पिता (कंवलजीत सिंह) घर के बड़े हैं। दोनों को यही लगता है कि घर की देखभाल और खाना बनाना सिर्फ महिलाओं की जिम्मेदारी है।

फिल्म में एक छोटा-सा लेकिन अहम दृश्य है – किचन की सिंक लीक हो रही है, लेकिन कोई उसकी मरम्मत नहीं कराता। पति दिवाकर, जो पेशे से डॉक्टर है, बार-बार टालता रहता है। यह सिर्फ एक सिंक की समस्या नहीं है, बल्कि यह उस शादीशुदा रिश्ते की हालत भी दिखाता है, जहां पत्नी की परेशानियों को नजरअंदाज किया जाता है।

रिचा की सास (अपर्णा घोषाल) भी उससे उम्मीद रखती हैं कि वह अच्छे से खाना बनाए और घर संभाले। जब रिचा अपनी मां (मृणाल कुलकर्णी) से शिकायत करती है, तो वह उसे कहती हैं, “यही सब तो होता है शादी के बाद, आदत डाल लो।” समाज में महिलाओं की तकलीफों को सामान्य मान लिया जाता है, और यह फिल्म उसी सच्चाई को दिखाती है।

फिल्म में यह भी दिखाया गया है कि खाना सिर्फ खाने की चीज नहीं होती, बल्कि यह महिलाओं के लिए एक बड़ा बोझ बन जाता है। दिवाकर ताजे बने गरम-गरम रोटियां चाहता है, पिता जी हाथ से पिसे मसाले और दमपुख्त बिरयानी की मांग करते हैं। इन सबके बीच रिचा का खुद का कोई अस्तित्व ही नहीं बचता। वह एक नौकरी करना चाहती है, लेकिन पति और ससुर किसी न किसी बहाने से उसे रोकने की कोशिश करते हैं।

कैमरा बार-बार खाने की मेज और घर के कामों पर फोकस करता है, जिससे यह साफ दिखता है कि पुरुष सिर्फ आराम से बैठकर खाने का मजा लेते हैं, जबकि महिलाओं को बिना किसी शिकायत के यह सब करना पड़ता है।

निर्देशक आरती कदव ने फिल्म में एक खास बात जोड़ी है – “प्राइम नंबर्स” यानी ऐसी संख्याएं जो सिर्फ खुद से और 1 से विभाजित होती हैं। यह महिलाओं की शक्ति का प्रतीक बनकर आता है। हालांकि, फिल्म में थोड़ा चमक-दमक ज्यादा है, जिससे यह असली The Great Indian Kitchen जितनी कड़वी नहीं लगती, लेकिन फिर भी इसका संदेश बहुत प्रभावशाली है।

सबसे बड़ी खासियत सान्या मल्होत्रा की शानदार एक्टिंग है। उन्होंने एक ऐसी महिला का किरदार निभाया है, जो धीरे-धीरे अपनी तकलीफ को समझती है और उससे निकलने का रास्ता ढूंढती है। उनकी अदाकारी इस फिल्म की सबसे बड़ी ताकत है, और यही वजह है कि Mrs. सिर्फ एक रीमेक नहीं, बल्कि एक नई पहचान वाली फिल्म बन जाती है।