Mandhana Harmanpreet tricolour photo viral fans recall Kohli Ro
Mandhana Harmanpreet tricolour photo viral fans recall Kohli Ro

Overview:महिला वर्ल्ड कप विजेता टीम की फोटो ने मचाया धमाल, फैंस बोले — ‘ये है भारत की नई पहचान’

जब Smriti Mandhana और Harmanpreet Kaur ने तिरंगे के साथ तस्वीर में आत्मविश्वास और जीते की खुशी बयां की, तो भारत ने एक नया अध्याय खोला। यह सिर्फ खिताब की खुशी नहीं, बल्कि महिला क्रिकेट की नई पहचान, समानता व प्रेरणा का सन्देश थी। पुरुष-टीम की यादों को ताज़ा करते हुए, उन्होंने भविष्य के लिए नए रिकॉर्ड सेट किए हैं।

Mandhana Harmanpreet tricolour photo viral fans recall Kohli Rohit-इस रविवार भारत की महिला क्रिकेट टीम ने ICC Women’s World Cup 2025 में इतिहास रचते हुए पहली बार खिताब अपने नाम किया। मैच खत्म होते ही कप्तान हरमनप्रीत और उपकप्तान स्मृति ने भारतीय तिरंगा थामे स्टेडियम में खड़े रहकर जीत की भावना को जी लिया — वह पल सोशल-मीडिया पर छा गया।
उनकी तस्वीर ने फैंस को पुरानी यादें दिला दी जब Virat Kohli और Rohit Sharma ने इसी तरह तिरंगे के साथ जीत का जश्न मनाया था। नया सफ़र और नया इतिहास बनाते हुए, महिला टीम ने साबित कर दिया है कि हुनर, जज़्बा और टीम-स्पिरिट उम्र-सेमिता नहीं जानते।

1. वो पल जिसने दिलों को छू लिया

Indian women cricket team created history winning the World Cup for first time in 52 years
Indian women cricket team created history winning the World Cup for first time in 52 years

जीत के बाद Harmanpreet और Smriti ने तिरंगा सिर पर लपेटा, गले मिले और भावनाओं के सागर में खो गए। यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई — जिसमें दोनों खिलाड़ी पैनल में एक-दूसरे के कंधे पर हाथ रखते नजर आ रही थीं। इस दृश्य को देखकर न्यायमूर्ति कहा जा सकता है कि महिला क्रिकेट ने पुरुष क्रिकेट की प्रसिद्ध यादगार तस्वीरों तक अपनी जगह बना ली है।

2. क्या याद दिला गई उन पुरानी यादों को

फैंस ने तुरंत तुलना शुरू कर दी — उस समय की याद जब Kohli और Rohit ने तिरंगे के साथ स्टेडियम में खड़े होकर जीत मनाई थी। अब इस बार महिला टीम ने वही दृश्य दोहराया है। यह सिर्फ एक तस्वीर नहीं, बल्कि भारत की महिला क्रिकेट की वृद्धि, संघर्ष और स्वीकृति का प्रतीक बन गया है।

3. क्या यह महिला क्रिकेट का नया दौर है?

यह खिताबी जीत और उस तिरंगे के नीचे खड़े होने वाला पल महिला क्रिकेट के लिए “समरसता का क्षण” माना जा रहा है। दोनों कप्तान-उपकप्तान ने मिलकर टीम का नेतृत्व किया, जो पुरुष-टीम के अनुभव से प्रेरित है लेकिन अपनी कहानी खुद लिख रही है। आने वाले मैचों में इस टीम से बहुत उम्मीदें जुड़ी हैं — सिर्फ़ जीत नहीं, बल्कि आदर्श-नमूने भी।

मेरा नाम सुनेना है और मैं बीते पाँच वर्षों से हिंदी कंटेंट लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हूं। विशेष रूप से महिला स्वास्थ्य, मानसिक सेहत, पारिवारिक रिश्ते, बच्चों की परवरिश और सामाजिक चेतना से जुड़े विषयों पर काम किया है। वर्तमान में मैं...