Priyanka Chopra in Varanasi Event
Priyanka Chopra in Varanasi Event

Summery- प्रियंका का वाराणसी प्रदर्शन

वाराणसी लॉन्च में प्रियंका चोपड़ा ने देसी अंदाज़, महेश बाबू की तारीफ और हैदराबाद को घर बताने वाले शब्दों से दर्शकों का दिल जीत लिया।

Priyanka Chopra in Varanasi Event : हैदराबाद की मशहूर रमोजी फिल्म सिटी इन दिनों खूब चर्चा में है, जहां निर्देशक एस.एस. राजामौली अपनी बड़ी फिल्म “वाराणसी” का बेहद भव्य लॉन्च इवेंट करने पहुंचे। पूरे आयोजन की सबसे ज्यादा चमक प्रियंका चोपड़ा की मौजूदगी ने बढ़ा दी। उनकी एंट्री इतनी ग्रेसफुल और कॉन्फिडेंस से भरी थी कि फैंस ने खड़े होकर तालियों से उनका स्वागत किया। जैसे ही प्रियंका मंच पर पहुंचीं, पूरे माहौल में एक अलग ही ऊर्जा फैल गई और लगा कि यह सिर्फ एक लॉन्च नहीं, बल्कि आने वाले समय की एक विशाल फिल्म का आगाज़ है।

इस इवेंट में प्रियंका चोपड़ा ट्रेडिशनल व्हाइट लहंगा-साड़ी में नजर आईं, जिसने उनकी देसी खूबसूरती को और निखार दिया। उनकी एंट्री किसी त्योहार जैसी चमक लिए हुए थी। मुस्कुराते हुए दर्शकों की तरफ हाथ हिलाना, मंच तक की उनकी शालीन चाल, ये सब कुछ इतना आकर्षक था कि फैंस की निगाहें उन पर टिकी रह गईं। जैसे ही उन्होंने मंच संभाला, पूरा हॉल उनके स्वागत से गूंज उठा।

इवेंट का सबसे प्यारा पल तब बना, जब प्रियंका ने महेश बाबू की ईमानदारी से तारीफ की। उन्होंने कहा कि महेश बाबू सिर्फ एक बड़े कलाकार नहीं, बल्कि बेहद खास और प्रेरणा देने वाले इंसान हैं। जैसे ही उन्होंने उनका नाम लिया, दर्शकों ने ज़ोर से नारे लगाने शुरू कर दिए। प्रियंका भी उनके साथ उन नारों में शामिल हो गईं। यह जुड़ाव भरा पल पूरे इवेंट की जान बन गया।

प्रियंका ने मंच पर अपने इमोशन्स खुलकर शेयर कीं। उन्होंने कहा कि हैदराबाद अब उन्हें “घर” जैसा महसूस होने लगा है। महेश बाबू के परिवार में नम्रता शिरोडकर और उनकी बेटी सितारा ने उन्हें जिस अपनापन और प्यार से अपनाया , वह उनके दिल को गहराई से छू गया। उन्होंने कहा कि इस शहर का माहौल, लोग और संस्कृति इतनी गर्मजोशी से भरी है कि उनका मन यहां हमेशा लौट आने को कहता है।

प्रियंका चोपड़ा ने बताया कि तेलुगु सिनेमा का हिस्सा बनना उन्हें हमेशा उत्साह देता है। उन्होंने माना कि यह इंडस्ट्री मेहनत, तकनीक और रचनात्मकता का बेहतरीन मेल है। उनकी खुशी साफ झलक रही थी जब उन्होंने कहा कि इस फिल्म में जिन महान कलाकारों और रचनाकारों के साथ वह काम कर रही हैं, वे वास्तव में प्रेरणा का स्रोत हैं।

इवेंट में प्रियंका ने पूरी टीम की जमकर सराहना की। उन्होंने राजामौली को ऐसा निर्देशक बताया जो कहानी को कल्पना से कहीं आगे ले जाते हैं। संगीतकार कीरवानी की उन्होंने तारीफ करते हुए कहा कि उनका संगीत दिल को सीधे छू जाता है। पृथ्वीराज सुकुमारन, जो फिल्म में खलनायक बन रहे हैं, उनके बारे में प्रियंका ने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा कि पर्दे पर जितने खतरनाक दिखते हैं, असल में उतने ही शांत और अच्छे इंसान हैं।

इवेंट में प्रियंका ने दर्शकों से तेलुगु में मज़ेदार अंदाज़ में कहा, “क्या हम आग लगा दें?” इस एक लाइन ने पूरा हॉल उत्साह से भर दिया। दर्शकों की ज़बरदस्त प्रतिक्रिया देखकर साफ दिखा कि प्रियंका सिर्फ अभिनय से नहीं, बल्कि भाषा और संस्कृति से भी दिल जीतने का हुनर रखती हैं।

प्रतिमा 'गृहलक्ष्मी’ टीम में लेखक के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं। डिजिटल मीडिया में 10 सालों से अधिक का अनुभव है, जिसने 2013 में काशी विद्यापीठ, वाराणसी से MJMC (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की। बीते वर्षों...