Summary: दुनिया का सबसे लंबा नाम और लॉरेंस वॉटकिंस का गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड
लॉरेंस वॉटकिंस ने दुनिया का सबसे लंबा व्यक्तिगत नाम रखने का गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। उनका नाम 2,253 शब्दों का है, जो कई भाषाओं और संस्कृतियों के शब्दों से मिलकर बना है। न्यूज़ीलैंड में जन्मे लॉरेंस ने मार्च 1990 में कानूनी तौर पर अपना नाम बदलकर यह अनोखा रिकॉर्ड बनाया। इस प्रक्रिया में उन्हें कई कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
Worlds Longest Name: दुनिया में हर दिन कई तरह के रिकॉर्ड बनते और टूटते रहते हैं, लेकिन कुछ रिकॉर्ड इतने खास और अनोखे होते हैं कि सुनकर ही हैरानी होती है। एक शख्स ने दुनिया में लंबे नाम का रिकॉर्ड बनाया है। लंबे नाम दुनिया की कई संस्कृतियों में एक खास महत्व रखते हैं। ये नाम सिर्फ किसी व्यक्ति की पहचान नहीं होते, बल्कि उसके परिवार, संस्कृति, परंपराओं और सामाजिक ढांचे को भी दर्शाते हैं। लॉरेंस वाटकिंस, जिनका पूरा नाम 2253 अनोखे शब्दों का समूह है और यह दुनिया के सबसे लंबे नाम वाले व्यक्ति के रूप में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हैं। उनका पूरा नाम हजारों अक्षरों का था और इसमें कई भाषाओं के शब्द शामिल थे।
लॉरेंस वाटकिंस ने बनाया अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड
This is Laurence Watkins from New Zealand.
— Guinness World Records (@GWR) October 7, 2025
Well, it used to be, until he changed his name via Deed Poll in 1990.
His official name now includes 2,253 words and he now holds the record for the longest personal name. pic.twitter.com/ZiaOoe2OLr
दरअसल, न्यूज़ीलैंड में जन्मे लॉरेंस ने मार्च 1990 में कानूनी तौर पर अपना नाम बदल लिया और 2,000 से ज़्यादा मध्य नाम जोड़ दिए। इस अनोखे बदलाव ने उन्हें सबसे लंबे व्यक्तिगत नाम का गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का खिताब दिलाया। उनके नाम में कुल 2,253 अनोखे अक्षर हैं। गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड से बात करते हुए, लॉरेंस वाटकिंस ने बताया कि “मैं हमेशा से ही कुछ लोगों द्वारा बनाए गए अनोखे रिकॉर्डों से आकर्षित रहा हूं और मैं सचमुच उस दुनिया का हिस्सा बनना चाहता था। मैंने गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की किताब को शुरू से अंत तक पढ़ा ताकि देख सकूं कि क्या कोई ऐसा रिकॉर्ड है जिसे मैं तोड़ सकता हूं और मेरे पास तोड़ने का एकमात्र मौका मौजूदा रिकॉर्ड धारक से ज़्यादा नाम जोड़ने का था.”
रिकॉर्ड के साथ आईं मुश्किलें
यह प्रक्रिया लंबी थी, और उस समय कंप्यूटर के सीमित उपयोग के कारण और भी कठिन हो गई थी, और लॉरेंस ने अपने नामों की पूरी सूची टाइप करवाने के लिए कई सौ डॉलर का भुगतान किया। उनके आवेदन को शुरू में ज़िला न्यायालय ने मंज़ूरी दे दी थी, लेकिन रजिस्ट्रार जनरल ने उसे अस्वीकार कर दिया। निडर होकर, लॉरेंस ने न्यूज़ीलैंड के उच्च न्यायालय में अपील की, जिसने उनके पक्ष में फैसला सुनाया। इसके तुरंत बाद, इसी तरह के मामलों को रोकने के लिए दो कानूनों में बदलाव किया गया। मूल रूप से 2,310 नामों वाला रिकॉर्ड, बाद में गिनीज दिशानिर्देशों के अनुसार संशोधित करके 2,253 कर दिया गया।
लॉरेंस को किताबों से मिला नाम जोड़ने का आइडिया
ये नाम उन्होंने शहर की लाइब्रेरी में काम करते हुए किताबों से चुने और सहकर्मियों से सुझाव लिए। अपने 2,253 शब्दों के नाम में उनका पसंदीदा हिस्सा “AZ2000” है, जो दर्शाता है कि उनके नाम A से Z तक के शब्द हैं और कुल 2,000 नाम शामिल हैं। शुरू में रिकॉर्ड 2,310 नामों का था, लेकिन नियमों में बदलाव के बाद इसे 2,253 पर अपडेट किया गया।
लॉरेंस के नाम को लिखने में लगते हैं घंटों
लॉरेंस का पूरा नाम इतना लंबा है कि बोलने में करीब 20 मिनट लग जाते हैं। शादी के दौरान सेलिब्रेंट को नाम पढ़ने में 20 मिनट से ज्यादा समय लगा। वे खुद सभी नाम याद नहीं रख पाते और गिनती करने में घंटों लग जाते हैं। इसके अलावा सरकारी दस्तावेजों में समस्या आती है। फिर भी, लॉरेंस को इस पर गर्व है। वे कहते हैं, “यह 8 अरब लोगों में अनोखी पहचान है.” 2025 में अपडेट होकर अब ये ‘सबसे लंबा पर्सनल नेम’ बन गया है, 2253 शब्दों के साथ। लॉरेंस उम्मीद करते हैं कि 2026 की गिनीज बुक में यह रिकॉर्ड दिखेगा।
