‘जवान’ फिल्‍म में फिर दिखी शाहरूख की पावरपैक परफॉर्मेंस: Jawan Movie Review
Jawan Movie Review

Jawan Movie Review: शाहरूख खान बॉलीवुड के रोमांस किंग के नाम से भी जान जाते हैं। उनकी रोमांटिक फिल्‍मों की वजह से दुनियाभर में उनकी फैन फॉलोइंग है। लेकिन इस साल की शुरूआत शाहरूख खान ने एक एक्‍शन हीरो की तरह की। इस अवतार में भी उन्‍होंने दर्शकों का दिल जीत लिया। ‘पठान’ की सफलता के बाद शाहरूख की एक्‍शन पैक परफॉर्मेंस ने सिनेमाघरों में रिकॉर्ड बनाया। इस फिल्‍म के बाद से उनकी दूसरी फिल्‍म ‘जवान’ भी बॉक्‍स ऑफिस पर कमाल करने को तैयार है। जवान रिलीज हो गई है। ये फिल्‍म भी एक मसाला पैक एक्‍शन फिल्‍म है। यही नहीं इस फिल्‍म में बॉलीवुड और साउथ फिल्‍म इंडसट्री के मंझे हुए कलाकारों पावरपैक परफॉर्मेंस देखने को मिल रही है। फिल्‍म देखने से पहले जान लें इसका रिव्‍यू।

क्‍या है फिल्‍म की कहानी

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‘जवान’ फिल्‍म की कहानी है विक्रम राठौड और उसकी टीम की। जो देश में सिस्‍टम के खिलाफ अपने अंदाज में जंग छेडते हैं। फिल्‍म की कहानी शुरू होती है मुंबई में मेट्रो हाइजैक से। व‍िक्रम राठौड़ अकेला नहीं है बल्‍कि उसके साथ 6 लड़कियां भी हैं। ट्रेन हाइजैक कर 376 यात्रियों के बदले विक्रम किसानों का कर्ज माफ करवा पाने में सफल होता है। ये सब पॉसिबल हो पाता है काली की वजह से। काली एक आर्म डीलर है। उसकी बेटी भी इस मेट्रो में यात्रियों में है जिसकी वजह से विक्रम का काम बन जाता है। विक्रम और उसकी गैंग सरकार के खिलाफ खडी होती है और  वो आम लोगों के हीरो बन जाते हैं। व‍िक्रम राठौड़ की काली से  पुरानी दुश्‍मनी है। व‍िक्रम राठौड़ का बेटा है आजाद और इन दोनों ही किरदारों में शाहरुख खान नजर आए हैं। जो फिल्‍म में जेलर के किरदार निभा रहा है। शाहरुख इस फिल्‍म में आपको डबल रोल निभा रहे हैं। दोनों बाप-बेटे काली के जाल में कैसे फंस जाते हैं। काली के खिलाफ दोनों इस जंग में कैसे आगे बढते हैं। किस तरह लेडी आर्मी बनाकर उनके साथ सरकार और भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लडते हैं। व‍िक्रम राठौड़ और काली की दुश्‍मनी में आजाद क्‍या मदद करता है, विक्रम की लेडी गैग में शामिल नयनतारा का पसंद करने वाले आजाद की प्‍यार की कहानी फिल्‍म में किस करवट बैठती है। इन सारे सवालों के जवाब के लिए आपको स‍िनेमाघरों में जाना होगा।

अब बात एक्टिंग की

शाहरूख खान ने एक बार फिर एक्‍शन फिल्‍म में अपनी जबरदस्त एक्टिंग की छाप छोडी है। लम्‍बे समय बाद एक ग्रे शेड वाले किरदार को निभाकर उन्‍होंने डर और बाजीगर की याद दिला दी। फिल्म में विजय सेतुपति ने भी बंहतरीन अदाकारी की है। उनकी एक्टिंग की जितनी तारीफ की जाए कम है। नयनतारा ने भी एक्‍शनपैक परफॉर्मेंस में अपना जलवा दिखाया। जोगी बाबू और प्रियामणि ने भी अपने किरदारों के साथ न्‍याय किया है। फिल्‍म में दीपिका पादुकोण और संजय दत्त, सान्या मल्होत्रा के कैमियो सरप्रादजिंग एलिमेंट हैं। कुल मिलाकर ये कहना सही होगा कि ये एक स्‍टारस्‍टडेड फिल्‍म है जिसमें सभी सितारे अपनी अदाकारी की चमक से दर्शकों को लुभाने में कामयाब हुए हैं।

अब निर्देशन और अन्‍य पहलुओं पर डालते हैं नजर

तमिल फिल्मों के जाने माने निर्देशक एटली तमिल ने ‘जवान’ फिल्म में एक बार फिर अपने निर्देशन का जादू चलाया है। साउथ में कई सफल फिल्‍में दे चुके एटली निर्देशन में माहिर हैं। फिल्‍म में दक्षिण भारतीय फिल्मों का टच भी झलक रहा है। फिल्‍म का फर्स्‍ट हाफ बेहतरीन बना है। फिल्म की राइटिंग और स्क्रीनप्ले काफी शानदार है। फिल्‍म के डायलॉग भी काफी कैची हैं , लगता है कि ये दर्शकों की जुबां पर छा जाएंगे। फिल्‍म की कमजोरी है इसका म्‍यूजिक। इसके गाने दर्शकों पर जादू चलाने में बेअसर रहे हैं। म्‍यूजिक अगर और बेहतर होता तो ये पूरी तरह से बॉलीवुड मसाला मूवी कही जा सकती थी। फिर भी फिल्‍म शुरू से आखिरी तक दर्शकों को बांधे रखने में कामयाब हो रही है। ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि फिल्‍म पूरी तरह मास एंटरटेनर है। अगर आप एक्‍शन फिल्‍मों के शौकीन हैं और शाहरूख के फैन हैं तो ये फिल्‍म देखने जाना तो बनता है।