Summary: “गुस्ताख इश्क” के गाने ‘उल जलूल इश्क’ में दिखेगा फातिमा साना शेख और विजय वर्मा की नजाकत
गुस्ताख इश्क के गाने ‘उल जलूल इश्क’ में प्रेम की सादगी, मासूमियत और गहराई को खूबसूरती से पिरोया गया है। विशाल भारद्वाज के संगीत, गुलजार के बोल और पापोन-शिल्पा राव की गायकी ने इसे एक यादगार अनुभव बना दिया है।
Ul Jalool Ishq: फिल्मी दुनिया में म्यूजिक सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं होता, बल्कि यह किरदारों की भावनाओं को भी उजागर करता है। हाल ही में विजय वर्मा और फातिमा सना शेख की आने वाली रोमांटिक ड्रामा फिल्म “गुस्ताख इश्क” का पहला गाना ‘उल जलूल इश्क’ रिलीज हुआ है, जिसने दर्शकों के दिलों को छू लिया है। इस गाने की खासियत केवल इसका दिल छू लेने वाला संगीत नहीं, बल्कि वह एहसास है जो सुनते ही आपकी आत्मा को छू जाता है और उतरता चला जाता है। इसे संगीतकार विशाल भारद्वाज ने कंपोज किया है, आवाज है पापोन और शिल्पा राव की, और इसके बोल लिखे हैं मशहूर शायर गुलजार ने।
गुलजार और विशाल भारद्वाज का जादू
गाना सुनते ही यह साफ हो जाता है कि विशाल भारद्वाज ने इसे बेहद कोमलता के साथ रचा है। कोई भारी-भरकम बीट्स या शोरगुल नहीं, बल्कि बेहद हल्की धुनें हैं जो दिल के तारों को झनझना देती हैं। गुलजार के लिखे शब्द प्रेम की मासूमियत को बयान करते हैं। उनका अंदाज हमेशा की तरह आम भाषा में होते हुए भी गहराई से भरा है। गाने में पापोन की आवाज शांति और भावुकता को उभारती है, वहीं शिल्पा राव की गायकी उसमें मिठास भर देती है। यह गीत लोगों को उस एहसास तक ले जाती है जहां प्रेम सिर्फ देखा नहीं, बल्कि महसूस भी किया जाता है।
‘उल जलूल इश्क’ म्यूजिक वीडियो की कहानी
गाने का वीडियो विजय वर्मा और फातिमा सना शेख की मोहब्बत की झलकियों से बुना गया है। शुरुआत में दोनों आईने के सामने तैयार होते दिखते हैं। फिर जैसे ही पापोन की आवाज गूंजती है, दोनों का मिलना इस गीत को जीवंत बना देता है। एक खूबसूरत दृश्य में वे बंद ताला तोड़कर अंदर जाते हैं और डूबते सूरज के बीच चाय का आनंद लेते हैं। इसके बाद वे शहर की भीड़ से दूर हरियाली में वक्त बिताते हैं, जहां विजय का किरदार फातिमा से माफी मांगते हुए नजर आता है। दिलचस्प बात यह है कि इस गाने में एक्टर नसीरुद्दीन शाह भी नजर आते हैं, जो इस प्रेम कहानी के गवाह बनते हैं।
“गुस्ताख इश्क” का बैकग्राउन्ड
निर्देशक विभु पुरी की इस फिल्म की कहानी पुराने दौर की गलियों और हवेलियों से सजी है। “गुस्ताख इश्क” का माहौल पुरानी दिल्ली और पंजाब की पुरानी कोठियों में रचा गया है, जिसकी वजह से पूरा दृश्य बेहद हसीन नजर आ रहा है। फिल्म का निर्माण फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा और उनके भाई दिनेश मल्होत्रा ने अपनी प्रोडक्शन कंपनी स्टेज 5 प्रोडक्शन के तहत किया है। मनीष ने पहले ही कहा था कि उनका सिनेमा से लगाव बचपन से रहा है। कपड़ों और रंगों के बाद अब प्रोडक्शन में कदम रखकर वह सिनेमा को अपनी ओर से कुछ लौटाना चाहते हैं।
क्यों है खास यह गाना?
आज के दौर में जहां गानों में शोर, तेज बीट्स और तड़क-भड़क ज्यादा होती है, वहीं ‘उल जलूल इश्क’ अपनी सादगी और मासूमियत से अलग पहचान बना रहा है। यह गाना हमें याद दिलाता है कि प्यार का असली जादू उसकी मासूमियत और सच्चाई में छिपा होता है। फिल्म “गुस्ताख इश्क” 21 नवंबर को थिएटर में रिलीज होने जा रही है।
