Overview: धर्मेंद्र की बेटी अहाना को नहीं चाहिए पिता की जायदाद
भारतीय सिनेमा के 'ही मैन' कहे जाने वाले दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र के निधन से एक सुनहरे युग का दुखद अंत हो गया है। धर्मेंद्र और उनकी बेटियों के बीच का रिश्ता हमेशा स्नेह और अपनेपन से भरा रहा।
Dharmendra Property: भारतीय सिनेमा के ‘ही मैन’ कहे जाने वाले दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र के निधन से एक सुनहरे युग का दुखद अंत हो गया है। लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे और वेंटिलेटर सपोर्ट पर रहे एक्टर के दुनिया से चले जाने के बाद, उनकी निजी जिंदगी और संपत्ति के बंटवारे को लेकर चर्चाएं गरम हैं।
धर्मेंद्र का परिवार काफी बड़ा है। पहली पत्नी प्रकाश कौर से दो बेटियां और ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी से भी दो बेटियां, ईशा देओले और आहना। इस माहौल में, उनकी बेटी आहना देओल से जुड़ा एक पुराना किस्सा फिर से याद किया जा रहा है, जो यह दिखाता है कि परिवार में सबसे कीमती विरासत बड़ी-बड़ी धन-दौलत नहीं, बल्कि प्रेम से बुनी गई छोटी-छोटी यादों की निशानियां होती हैं।
पिता धर्मेंद्र के मूल्यों को मानती हैं अहाना
धर्मेंद्र और उनकी बेटियों के बीच का रिश्ता हमेशा स्नेह और अपनेपन से भरा रहा। आहना ने एक पुराने इंटरव्यू में अपने पिता द्वारा दिए गए जीवन मूल्यों को याद किया था। उन्होंने बताया था कि पापा धर्मेंद्र ने उन्हें हमेशा एक स्नेही और प्यार भरा इंसान बनना सिखाया। उनका मूल मंत्र था कि जीवन केवल भौतिक चीजों के बारे में नहीं, बल्कि प्यार और स्नेह के बारे में है। इसके अलावा, उन्होंने आहना को हमेशा खुश, स्वस्थ और मजबूत रहने की शिक्षा दी। आहना मानती हैं कि ये सलाह सुनने में भले ही सरल लगे, लेकिन इनका गहरा अर्थ जीवन को दिशा देता है।
विरासत में दौलत नहीं पापा की पहली कार चाहिए
इस भावनात्मक रिश्ते का सबसे बड़ा सबूत तब सामने आया जब आहना से पूछा गया कि वह अपने पिता से विरासत में क्या पाना चाहेंगी। उनका जवाब चौंकाने वाला और दिल को छू लेने वाला था। उन्होंने तुरंत ही पैसे, शोहरत या किसी महंगी लग्जरी चीज का नाम नहीं लिया। इसके बजाय, उन्होंने कहा, “मुझे पापा की फिएट कार।”
पिता की पहली कार से जुड़ा है इमोशन
आहना ने अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि वह अपने पिता की पहली कार उनकी पुरानी फिएट को विरासत में पाना पसंद करेंगी। उनके लिए, वह कार महज एक वाहन नहीं थी। आहना ने उसे बहुत प्यारी और पुरानी बताते हुए कहा कि उन्हें यकीन है कि उससे उनके पिता की अनगिनत यादें जुड़ी होंगी। आहना उस पुरानी फिएट को अपनी कार के रूप में हमेशा सहेज कर रखना चाहती थीं, जो यह साबित करता है कि उनके लिए पिता का प्यार भौतिक संपत्ति से कहीं अधिक मायने रखता था।
पापा की गोद में यादगार सफर
आहना ने अपने बचपन की एक और मीठी याद साझा की, जो उनके दिल के बहुत करीब है। उन्होंने उस समय को याद किया जब वह महज छह साल की थीं। धर्मेंद्र लोनावला में अपने फार्महाउस जा रहे थे और घर पर बस अलविदा कहने के लिए रुके थे। छोटी-सी आहना ने अचानक जिद की कि उन्हें भी जाना है। एक पल की भी देरी किए बिना, धर्मेंद्र ने उनका बैग पैक किया और उन्हें अपने साथ ले लिया। आहना ने भावुक होकर बताया कि धर्मेंद्र ने उन्हें कार में अपनी गोद में बिठाया था। यह उनके साथ बिताया गया सबसे बेहतरीन पल था, जिसे वह जीवन भर प्यार से याद रखेंगी।
