कैसा चल रहा है आपका लॉकडाउन
हँसते हुए हाँ हाँ हाँ – इस लॉकडाउन में मैने सबसे पहले गुजिया बनाई क्योंकि हम गुजिया को सबसे ज्यादा मिस कर रहे थे। वैसे तो इस लॉकडाउन में मैंने हर दिन कुछ नया बनाया है। इस लॉकडाउन ने मेरे लिए मेरा बचपन वापस लौटा दिया है। क्योंकि मैं 1993 से काम कर रही हूं, जब मैं स्कूल में थी तब यह सब चीजें बनाने का काम किया करती थी। अब मुझे ऐसा लग रहा है कि मेरा समर वेकेशन वापस आ गया है जहां हम सब लोग मिलकर वडियां, आलू का पापड़, चावल का पापड़, मैदे का पापड़ बनाया करते थे। इस पूरी गर्मी में मैंने यही सब बनाया और अपना वक्त बिताया है। मैंने लॉकडाउन में 10 किलो के आलू के चिप्स बनाए हैं। साथ ही वड़ी भी बनाई है। वही मैंने बूंदी भी बनाई है। इसके अलावा और भी कई सारी चीजें मैंने इस लॉकडाउन में बनाई है जो मैं इतने सालों में मैं नहीं बना पाई। मैंने अभी भी बचे हुए दिनों के लिए खाने की चीजों की सारी तैयारी पहले से ही कर ली है। मैंने सारे सूखे पाउडर बनाकर पहले से ही रख लिए हैं। क्योंकि बारिश का समय है, बाहर जाना नहीं है तो घर में ही नई नई चीजें बनाकर खाने का मजा कुछ और ही है। इसलिए मैंने यह सारी चीजें घर में ही तैयार करके रख ली है।
आप किस टाइप की गृहलक्ष्मी है?
मैं अपने आप को ट्रेंडी किस्म की गृह लक्ष्मी मानती हूं क्योंकि मैं बहुत ज्यादा ट्रेंडी हूं।
आप ट्रेंडी क्यों मानती ही खुद को?
मेरा मानना है कि ट्रेंडी मैं सिर्फ फैशन के लिए ही नहीं हूं। मैं उन सारी चीजों के लिए ट्रेंडी हूं जो आज की जरूरत और समय के हिसाब से ट्रेंडी होते हैं। अगर हम पुरानी सोच के साथ चलेंगे तो हम आज के हिसाब से नहीं जी पाएंगे और अगर आज की सोच के हिसाब से चलेंगे तो आप हमेशा ट्रेंडी रहेंगे। इसलिए आपको भी आज के हिसाब से ट्रेंडी होना ही पड़ेगा। मेरा हमेशा यह मानना होता है कि बच्चों को हमेशा अपने मां-बाप की तरह ही नहीं होना चाहिए। अगर बच्चे अपने मां बाप की तरह है तो वह पुरानी सोच जैसे ही रहेंगे, बच्चों को हमेशा ट्रेंड के हिसाब से ही रहना चाहिए। अगर बच्चे ट्रेंड के हिसाब से है तो तभी वह अच्छे बच्चे होते है। मैं इसलिए हमेशा ऐसे ट्रेंड के हिसाब से चलती हूं जो लेटेस्ट होता है। फिर चाहे वह मोबाइल हो, रिलेशन हो या फिर पर्सनल लाइफ हो या फिर प्रोफेशनल लाइफ हो इन सब में ट्रेंड रहना बहुत जरूरी है क्योंकि पहले का जमाना और आज का जमाना बहुत अलग हो गया है।
आप अपने प्रोफेशन में किस किस्म की गृहलक्ष्मी है?
मेरा मानना है कि मैं अपने प्रोफेशन में एक सुलझी हुई गृहलक्ष्मी हूं, क्योंकि शो में मुझे ज्यादातर पॉजिटिव और बहुत ही संस्कारी टाइप के रोल दिए जाते हैं। मैं हमेशा चाहती हूं कि मुझे नेगेटिव रोल मिले या फिर कोई चुलबुला टाइप का रोल मिले, लेकिन कोई मुझे इस टाइप का रोल नहीं देता है। मैं चाहती हूं कि मुझे कोई गरीब का रोल दे, मैं बोलती हूं कि मुझे गरीब का रोल चाहिए, लेकिन मुझे ऐसा कहा जाता है कि मैं गरीब जैसी नहीं लगती हूं इसलिए मुझे हमेशा संस्कारी और सुलझी हुई लड़की का रोल दिया जाता है। इसलिए मैं एक सुलझी हुई गृह लक्ष्मी बनती हूं मेरे प्रोफेशनल लाइफ में।
आप अपना घर और अपने हस्बैंड को कैसे मैनेज करती है?
जब मेने शादी नहीं की थी और मैं सूट पर जाती थी तब मैं सुबह 7:00 बजे ही अपनी मेड को काम पर बुला लेती थी और मैं सुबह 6 बजे उठ जाती थी। क्योंकि मुझे 8 ३० पर पहुंचना होता था। मैं सुबह जल्दी अपने किचन का काम निपटा लेती थी और मेरी मेड आकर घर का बाकि काम करती थी और मैं कहती थी कि में निकलूंगी तो तुमको भी निकलना पड़ेगा। ताकि में घर के पंखे वगेरा सब कुछ बंद कर दू और फिर जाऊ। उसके बाद छूट से रात को 9:10 बजे थक कर आओ और मैं अपना खाना शाम का लेकर ही जाती थी तो मैं सेट पर ही अपना खाना खा लेती थी। उसके बाद में घर आती थी तो मैं बहुत ज्यादा थक जाती थी। उसके साथ में मेने हर चीज़ का अलार्म अपने फ़ोन में लगा रखा था और वह ३ दिन पहले से ही बजने लग जाता था। क्यों की मुझे घर का मेंटेनन्स, बिजली का बिल और सब कुछ देना होता था तो मैं इन सब चीज़ों का अलार्म लगा कर रखती थी। ऐसे मैं अपना टाइम मैनेज करती थी। और जब मैं शूट नहीं करती थी तब उस दिन पहले तो मैं अच्छे से सोती थी। कोशिश करती थी कि मेड को मैं दिन में 2 बार बुलाऊ। और उसके साथ मिलकर पूरा घर सांफ करवाऊ। मुझे हफ्ते में एक या दो दिन छुट्टी मिल जाती थी। उसके बाद आगे टाइम मिलता है तो या तो दोस्तों के साथ चले जाओ या फिर मूवी देख लों, टेरस पर चले जाओ। ऐसे मैं सब कुछ मैनेज कर लेती थी। हमारे लिए ये सब थोड़ा डिफिकल्ट है क्योंकि हमारा काम नार्मल लोगों की तरह 8 घंटे का नहीं होता है हमको 12 घंटे काम करना पड़ते है। शादी के बाद अपने पति को पूरा टाइम देने के लिए एक साल काम नहीं किया मैं सिर्फ मूवी और वेबसेरीज की मेटिंग अटेंड करती थी। क्योंकि मुझे अपने पति को पूरा टाइम देना था। मुझे लगा कि मेरी शादी अभी हुई है तो मुझे अपने पति, इनलॉस और बाकि सबको टाइम देना चाहिए क्योंकि मुझे उन्हें समझना भी था कौन केसा है किसका नेचर केसा है। इसलिए मेने काम नहीं किया। लेकिन हम दोनों ने पहले से डिसाइड किया हुआ था कि काम तो हम लोग करेंगे। बूत प्रवीण ने कहा था कि डेली सोप मत करो बाकि मूवी और वेबसीरीज का काम करलो। तो मेने सोचा ठीक है इस तरह से मैं अपने फील्ड में भी रहूंगी और अपना काम भी अच्छे से कर लुंगी। ऐसे हम मैनेज करते हैं। )
आप अपने हस्बैंड के लिए किस टाइप की गृहलक्ष्मी है और उनके साथ कैसे अंडरस्टैंडिंग है आपकी?
मेरे हस्बैंड बहुत ही फूडी है, वह बहुत ज्यादा ही फूटी है। उनको तो बस यह ही है कि मैं उनको हमेशा कुछ ना कुछ अच्छा बना कर खिला दूं तो वह बस इतने में ही खुश हो जाते हैं। लेकिन कई बार मैं ये सब नहीं कर पाती हूं, तो वह थोड़ा सा गुस्सा हो जाते हैं। हम दोनों मैं ऐसा थोड़ा बहुत चलता रहता है। हम मैनेज कर लेते हैं। जितना हो सकता है मैं उन्हें सब कुछ बनाकर खिला देती हूं। बस मुझे टाइम मिलना चाहिए, अगर मुझे टाइम मिल जाए तो मैं बहुत कुछ कर लेती हूं। वही मैंने अभी हाल ही में दाल बाटी चूरमा बनाया था और वाकई वो बहुत अच्छा बना था। मैंने उसमे 5 तरह की दाल मिलाकर दाल बनाई थी। वहीं मुंबई में बारिश के सीजन में दाल बाटी खाने का सीजन आ गया है। ऐसे मौसम में दाल बाटी खाने का मजा ही कुछ अलग है।

आप किचन में कैसी गृहलक्ष्मी है और क्या क्या बनती है आप?
(बस मुझे टाइम मिलना चाहिए कर तो मैं बहुत कुछ लेती हूं। बस मुझे वक्त मिलना चाहिए। अभी बस हाल ह में मैंने दाल बाटी चूरमा बनाया था। और बाकायदा मैंने उसके 5 दाल मिला कर बनाया था। अब बॉम्बे में बारिश हो रही है तो अब दाल बाटी खाने का मौसम बन गया है। )
दोस्तों के लिए किस टाइप की गृहलक्ष्मीहैं और दोस्तों के साथ कैसे टाइम स्पेंड करती हैं।
दोस्तों के लिए मैं किस टाइप की ग्रहलक्ष्मी हूं वो तो मेरे दोस्त ही बता पाएंगे। मेरे दोस्त बोलते हैं कि जब से तुम्हारी शादी हुई है तुम गायब हो गई हो। हां शायद गायब क्योंकि मेरे हस्बैंड पायलट है और अभी मैं उनके साथ ज्यादा से ज्यादा टाइम स्पेंड करती हूं। मैं उनके साथ बहुत ज्यादा ट्रेवल करती हूं, मैने उनके साथ एक-एक दिन के लिए भी ट्रैवल किया है। हां पायलट की वाइफ हूं तो थोड़ा बहुत हम लोगों को और फैमिली को एस एस डी मिल जाता है। जिससे थोड़ा फायदा हम लोगों को डेफिनेटली रहता है। लेकिन पायलट सीट के बगल में बैठने का अरमान शायद पूरा नहीं हो पाएगा। क्योंकि यह एक कानूनी अपराध है इंडिया में, आप ऐसा नहीं कर सकते हैं। लेकिन मैंने बहुत ट्रेवल किया है अपने पति के साथ। इसलिए मुझे दोस्तों के साथ टाइम स्पेंड करने के लिए वक्त नहीं मिल पाता है। तो मेरे दोस्त मुझे कहते हैं शादी के बाद तू तो गायब ही हो गई है लेकिन मैं अपने दोस्तों को बहुत ज्यादा याद करती हूं।
आप अपने मी के टाइम को कैसे स्पेंड करती हैं और क्या–क्या करती हैं उस समय में आप?
मेरा मानना है कि मैं अपना वक्त बिताने के लिए या तो मैं नेटफ्लिक्स पर कोई वेब सीरीज देख लूं या फिर कोई फिल्म देख लू। क्योंकि मुझे मूवीस देखना बेहद पसंद है। मुझे लगता है कि मूवी देखने से हम अपनी प्रॉब्लम से कोसों दूर चले जाते हैं। जब तक आप एक अच्छी फिल्म देख रहे होते हैं तब आप अपनी प्रॉब्लम्स को पूरी तरह से भूल जाते हैं और मूवी में इतना ज्यादा इंवॉल्व हो जाते हैं। तो मैं इसलिए मूवी देखना सबसे ज्यादा पसंद करती हूं। इसके अलावा मैं अपने फ्री टाइम में सोना भी काफी ज्यादा पसंद करती हूं और मैं रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद लेती हूं। मैं बहुत ज्यादा सोती हूं। साथ ही मैं पानी भी बहुत ज्यादा मात्रा में पीती हूं और बिना मतलब के खुश रहती हूं। जिसकी वजह से मेरे फेस पर इतना ज्यादा ग्लो हमेशा बना हुआ रहता है। मेरा मानना है कि लाइफ में हमेशा खुश रहना बेहद जरूरी है। क्योंकि लाइफ में हर किसी को टेंशन होती ही है लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि आप सारा दिन उसी टेंशन में अपना दिमाग लगाकर रखें और खुद अकेले डिप्रेस्ड होते रहे।
आपकी ब्यूटी और फैशन फंडा क्या है
ट्रेंड होना और फैशन में रहना बहुत अच्छी बात है लेकिन हर एक की बॉडी का टाइप अलग होता है तो ऐसा ना हो कि आप कुछ भी कपड़े पहन ले जो आप पर सूट होते हैं आप उन्हीं कपड़ों को पहनेंगे तो आप अच्छे लगेंगे। जो कपड़े एक्ट्रेसेस पहनती है वह हर किसी पर सूट नहीं होते हैं क्योंकि हर किसी की अपनी बॉडी और शेप होता है। आप कपड़ों को थोड़ा अल्ट्रेशन करके पहन लो लेकिन ऐसा कुछ ना पहनो जिससे आप कार्टून लगो। लोग फैशन के चक्कर में कभी-कभी जोकर बन जाते हैं तो आप ऐसा कुछ भी ना पहने मैं 1993 से काम कर रही हूं और मैं अब तक साड़ी मॉडल रह चुकी हूं मैंने इतनी साड़ियां पहन रखी है कि उनकी गिनती लाखों में आती है मैं स्कूल में थी तब से मैं यह काम कर रही हूं ट्रेडिशनल कपड़े और साड़ी तो मैं बिल्कुल भी नहीं पहनती हु अपनी पर्सनल लाइफ में मैं अपनी पर्सनल लाइफ में वेस्टर्न कपड़े ही पहनती हूं क्योंकि वेस्टर्न मुझे थोड़ा कंफर्टेबल भी लगता है क्योंकि हमारी बहुत दौड़ भाग की जिंदगी है मैं साड़ी और सलवार पहन हूं तो मेरा दुपट्टा कहीं और और मैं कहीं और जा रही हूं इसलिए मैं वेस्टर्न ही प्रिफर करती हूं। दिवाली है या कोई फंक्शन होता है तभी मैं ट्रेडिशनल कपड़े पहनती हूं)
आप अपने आप को फ्यूचर में कैसे देखती हैं
मेरा मानना है कि मैं ज्यादातर फ्रेंडली रही हूं। इसलिए मैं ट्विटर पर और इंस्टाग्राम पर बहुत कम आती हूं। साथ ही मैं लाइव भी बहुत कम जाती हूं यह मेरी सबसे बड़ी खामियां है। अगर मैं अपने आपको ट्रेंडी कहती हूं तो यह मेरे लिए एक बड़ी खामी का हिस्सा है। यह मेरे सबसे बड़े ड्रॉबैकमें से एक है। क्योंकि मैंने अब तक टिक टॉक जैसा फीचर ही इस्तेमाल नहीं किया। लेकिन अब अगर टिक टॉक जैसा कोई नया फीचर आता है तो मैं उसको जरूर इस्तेमाल करूंगी। दरअसल हर इंसान में कुछ ना कुछ खामियां होती है और मेरी सबसे बड़ी खामी यही है जब मैं फ्यूचर को देखती हूं तो मैं बस यही सोचती हूं कि मुझे कुछ गलत नहीं करना है, मुझे अपनी खामियों को निकालना है। इसलिए मैं ट्विटर और इंस्टाग्राम पर कम हूं। मुझे ऐसा लगता है कि मेरे सामने जो है मैं उसके साथ और रियलिटी के साथ जी पाऊं। बजाएं किसी ऑनलाइन चीजों के। क्योंकि रियलिटी में जीना और सोशल लाइफ में जीना बहुत अलग होता है।
आप अपने आप को कैसे डिफाइन करती हैं
मेरा मानना है कि मैं बहुत ज्यादा टॉकेटिव हूं। मैं अपनी बिल्डिंग के वॉचमैन से भी रोज आधा घंटा बात कर सकती हूं बिना किसी वजह के। मुझ में किसी से भी बात करने के लिए कोई भी झिझक नहीं है। अगर मैं किसी अननोन पर्सन का फोन भी उठाती हूं तो मैं उस से 10 मिनट तक बात कर सकती हूं और मैं लोगों को बहुत जल्दी दोस्त बना लेती हूं और कोशिश करती हूं कि मैं उनके हमेशा टच में रहू।
रैपिट फायर
चुलबुली गृहलक्ष्मी – सुनना फौजदार, एक्टर
चटोरी गृहलक्ष्मी – सारिका तिवारी शुक्ला, रियल सिस्टर
खड़ूस गृहलक्ष्मी – स्वरा भंसरा, जिम फ्रेंड
कामचोर गृहलक्ष्मी – मैं खुद ही हूँ, सुरभि तिवारी
नटखट गृहलक्ष्मी – ममता वर्मा
शर्मीली गृहलक्ष्मी – टोनी पांडे, बिलासपुर
हंसमुख गृहलक्ष्मी – सूरज थापड़ उनकी वाइफ दीप्ती
चंडालिका गृहलक्ष्मी – हाँ है लेकिन, मैं नाम नहीं बताउंगी
आप हमारी गृहलक्ष्मियों को क्या संदेश देना चाहेंगी?
मेरा मानना है कि चीज़ को बहुत समझदारी से और संभल कर करना चाहिए ताकि आपके मन में कभी भी गलत ख्याल ना आए गलत कदम उठाने के। इसलिए चिल मारो अपनी ज़िन्दगी में कोई टेंशन नहीं लेने का है।
