निर्देशक- मनीष शर्मा
कलाकार- शाहरूख खान, वलुचा डिसूजा, दीपिका अमीन, योगेन्द्र टिकू,  सयानी गुप्ता और श्रिया पिलगांवकर
अवधि- 2 घंटे 22 मिनट

 

 

निर्देशन- निर्देशक मनीष शर्मा ने अच्छी फिल्म बनाई है, फिल्म की कहानी भी अच्छी है, लेकिन फिल्म अपने स्क्रीनप्ले में कुछ जगहों पर कमजोर भी लगती है । मनीष ने कई छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखा है जैसे गौरव के साइबर कैफे का लुक, दिल्ली में लगने वाले मेले में होने वाली भीड़ और स्टेज शो, डीडीए के फ्लैट्स या मुंबई में आर्यन खन्ना के घर के बाहर के सीन्स। लेकिन फिल्म में ऐसे सीन्स भी हैं जो आपको अतिश्योक्ति लगेंगे जैसे जब आर्यन गौरव को पकड़ने दौड़ता है, तब एक आम आदमी बने गौरव के एक्शन सीन्स देखकर आप सोच में पड़ जाएंगे कि ये कैसे हो सकता है।

कहानी-  फिल्म में एक सुपरस्टार आर्यन खन्ना है और एक उसका फैन है गौरव चान्दना। दोनों ही किरदार शाहरीख खान ने निभाएं हैं। फिल्म को दूसरे सभी किरदार इन दोनों से जुड़े लोग हैं। गौरव खुद को जूनियर आर्यन खन्ना समझता है और उससे मिलने का अपना सपना पूरा करने मुम्बई पहुंचता है। लेकिन जब आर्यन खन्ना उसे अपनी लाइफ के 5 सेकंड भी देने के लिए राजी नहीं होता है, तब वो उसे ये समझाने की ठान लेता है कि एक सुपरस्टार अपने फैन के बगैर कुछ भी नहीं होता। इसके लिए वो क्या करता है और कैसे इस पर आर्यन रिऐक्ट करता है, यही है फिल्म की कहानी।

कलाकार- इस फिल्म में लंबे समय बाद शहरूख खान वैसा अभिनय करते दिखे हैं जैसे अभिनय ने उन्हें स्टार बनाया है। गौरव चान्दना के किरदार में शाहरूख की एक्टिंग आपको उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्में ‘डर’, ‘बाजीगर’ या ‘अंजाम’ की याद दिला देगी, लेकिन फिर भी गौरव का किरदार शाहरूख की इन फिल्मों से अलग है। गौरव के रूप में शाहरूख आपको क्यूट भी लगेगें और इरीटेटिंग भी। दीपिका अमीन और सयानी गुप्ता की एक्टिंग सराहनीय है। वलुचा डिसूजा, योगेन्द्र टिकू और श्रिया पिलगांवकर ने भी अपने किरदार को ईमानदारी से निभाया है।

फाइनल डिसीज़न- शाहरूख खान के फैन्स के साथ-साथ जो लोग शाहरूख खान की दिलवाले देखकर ये समझ रहे थे कि किंग खान में अब दम नहीं है, उन्हें भी ये फिल्म एक बार जरूर देखें।