बॉलीवुड की मशहूर कोरियाग्राफर मास्टर जी के नाम से फेमस सरोज खान जी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. सरोज खान ने बॉलीवुड मे हजारों गानों को डांस मे बदल दिया हैं,
आज हम सरोज जी के जीवन से जुड़ी बाते आपसे शेयर करेंगे
सरोज जी कोरियाग्राफर बनाने से पहले वो एक बैकग्राउंड डांसर थीं.
उहोने मशहूर कोरियाग्राफर बी. सोहनलाल के साथ ट्रेनिंग ली जो 1950 उस समय के बहुत मानवीय कोरियाग्राफर और उसके बाद उन्ही से शादी कर ली, सोहन जी उनसे 30 साल बड़े थे ।
जब सरोज की शादी हुई तब वह 13 साल की थी.उनका असली नाम निर्मला नागपाल था.
शादी को लेकर ऐसा था की वह स्कूल मे पढ़ करती थी जब शादी हुई और सोहनलाल ने उनके गले मे एक कला धागा बांध दिया था उससे ही वो शादी मान बैठी थी ।
उन्हे यह भी नहीं पता था की सोहनलाल जी पहले से शादी शादीशुदा हैं जब सरोज खान को 13 साल की ही उम्र मे बेटा हुआ और सोहनलाल जी ने उनको यह कहा की मैं इन बच्चों को अपना नाम नहीं दे सकता क्यूंकी मैं शादी शुदा हूँ तब उहने यह पता चला की सोहनलाल जी शादी शुदा हैं।
सरोज खान जी की पहली बार साल 1974 में रिलीज हुई फिल्म ‘गीता मेरा नाम’ के गानों को कोरियाग्राफर किया. इसके बाद वह धीरे धीरे बॉलीवुड की डैन्सिंग माँ का दर्जा मिला, 1986 में आई फिल्म ‘नगीना’, ‘मि. इंडिया’, ‘तेजाब’, ‘चांदनी’ ऐसे ही उर भी बहुत सारी बेहतरीन फिल्मों के सॉन्ग कोरियोग्राफी के लिए उन्हे अवार्ड और सम्मान से सम्मानित किया गया।
फिल्म ‘देवदास’ के गाने डोला रे डोल के लिए उन्हे नेशनल फिल्म अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. उसके बाद उनकी फिल्म आई ‘श्रीनगरम’ उसके लिए भी नेशनल फिल्म अवार्ड्स से सम्मान मिल और जब वी मेट का गाना यह इश्क हाए के लिए भी नेशनल अवार्ड मिला.
धक धक गर्ल माधुरी जिस गाने से फेमस हैं उस गाने की कोरियोग्राफी भी सरोज जी ने की थी।
श्री देवी हवा हवाई के नाम से फेमस हुई पर इस हवा हवाई डांस को भी सरोज जी ने ही श्री देवी की सीखया था।
