Bhagavanth Kesari Review: साउथ फिल्मों को पसंद करने वाले लोगों के लिए यह वीकेंड शानदार रहने वाला है। नंदमुरी बालकृष्ण की एक्शन से भरपुर ’भगवंत केसरी’ फिल्म गुरुवार को रिलीज हुई। इस फिल्म को दर्शकों का अच्छा खासा प्यार मिल रहा है। सिनेमाघरों में लोग फिल्म के दौरान डांस, कमेंट, तालियां, सीटी और आवाजें निकालकर चीयर कर रहे हैं। दक्षिण भारत में इस फिल्म पहले दिन की ओपनिंग हाउसफुल रही। हालांकि उत्तर भारत में भी फिल्म को ठीक ठाक ओपनिंग मिली है।
अर्जुन रामपाल का तेलुगु डेब्यू
अनिल रविपुड़ी द्वारा निर्देशित फिल्म से अर्जुन रामपाल ने अपना तेलुगु डेब्यू किया है। वह भगवंत केसरी में दमदार खलनायक राहुल सांघवी की भूमिका में नजर आ रहे हैं। लंबे ब्रेक के बाद अर्जुन रामपाल को देखना दर्शकों के लिए एक ट्रीट साबित हो रहा है। अर्जुन की एक्टिंग शानदार है। कुल मिलाकर यह फिल्म एनबीके की पिछली दो हिट फिल्म के जैसे हिट होने की ताकत रखती है।
दमदार डायलॉग, भरपूर कॉमेडी
फिल्म एक भावनात्मक मोड़ पर शुरू होती है। मानों कलाकारों ने एक्टिंग में किरदार को जिया है। फिल्म शुरुआत से ही दर्शकों को बांधे रखती है। फर्स्ट हाफ की तरह सेकंड हाफ में भी कहानी तेजी से चलती है। एक के बाद एक सीन लोगों को सोचने का मौका नहीं देते। फिल्म के डायलॉग भी सीधे दिल को छूते हैं। कहानी के बीच बीच में कॉमेडी दर्शकों को बोर नहीं होने देती। इमोशनल सीन आंखों में आंसू लाने की काबिलियत रखते हैं। एक्शन सींस में भरपूर रोमांच है। सोशल मीडिया पर फिल्म रिलीज होते ही छा गई। सिनेमा हॉल और मल्टी प्लेक्सिस, दोनों में फिल्म देखकर बाहर निकलने वालों में से अधिकतर ने फिल्म के लिए पॉजिटिव कमेंट दिए हैं।
संदेश भी देती है यह फिल्म
फिल्म का निर्माण शाइन स्क्रीन बैनर के तहत साहू गरापति और हरीश पेड्डी द्वारा किया गया है। फिल्म में नंदमुरी बालकृष्ण, श्री लीला और काजल अग्रवाल प्रमुख भूमिकाओं में हैं। यह फिल्म पिता और बेटी के रिश्तों पर इमोशनल धागों से बंधी है। ये फिल्म मनोरंजन के साथ महिला सशक्तिकरण का मैसेज भी देती है। केसरी की गोद ली हुई लड़की के रूप में श्रीलीला का अभिनय सराहनीय है। यह फिल्म हर लड़की को बाघिन की तरह मजबूत और लचीला बनाने की ओर रेखांकित करती है। ये मूवी बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में शिक्षित करने में माता-पिता की भूमिका की जानकारी भी देगी। फिल्म की कहानी उन महत्वपूर्ण मुद्दों की मार्मिक याद दिलाती है जिन पर हमें ध्यान देने की आवश्यकता है।
यह है फिल्म की कहानी
कहानी के अनुसार नेलकोंडा भगवंत केसरी यानी बालकृष्ण अपने दिवंगत पिता की इच्छा को पूरा करने के लिए विज्जी श्रीलीला नाम की एक युवा लड़की की देखभाल की जिम्मेदारी लेता है। जैसे-जैसे वह किशोरावस्था में बढ़ती है, केसरी उसे सेना में भर्ती के लिए तैयार करने के लिए खुद को समर्पित कर देता है। इस बीच, उनकी जिंदगी में राहुल सांघवी यानी अर्जुन रामपाल नाम का एक धनी व्यापारी आ जाता है। वह उच्च-रैंकिंग वाले राजनेताओं के साथ भ्रष्ट लेनदेन का सहारा लेता है। फ्लैशबैक में, संघवी का भगवंत केसरी के साथ टकराव हुआ था और अब वह पुराने हिसाब चुकता करना चाहता है।
