आमतौर पर बाजार में हरे रंग की भिंडी बिकती है, मगर इन दिनों लाल भिंडी लोगों के आर्कषण का केंद्र बनी हुई है। 400 से लेकर 500 रुपये प्रति किलो बिकने वाली इस भिंडी का नाम काशी लालिमा है। ये भिंडी हरे रंग की भिंडी से बहुत ज्यादा पोष्टिक होती है। सूत्रों के मुताबिक, इस भिंडी की खोज दो साल पहले इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वेजिटेबल रिसर्च ने की थी। इस फसल की खासियत ये है कि इसमें मच्छर, इल्ली और अन्य कीट नहीं लगते, जिसकी वजह है इसका लाल रंग का होना। दरअसल, हरे रंग की सब्जियों में क्लोरोफिल पाया जाता है, जिसे कीट पसंद करते हैं। मगर इस भिंडी का रंग लाल होने से उसे यह कीट नहीं लगते।

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