Summary: विराट कोहली और अनुष्का शर्मा देखने पहुंचे विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप, अनुष्का की फ़ोटोज़ पर लोगों के कमेन्ट्स
विंबलडन में विराट-अनुष्का की नैचुरल फोटो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर उनकी लुक को लेकर ट्रोलिंग शुरू हो गई। कई यूज़र्स ने इसका विरोध करते हुए महिलाओं पर थोपे जाने वाले 'परफेक्ट लुक' के दबाव पर सवाल उठाए।
Virat and Anushka Viral Photo: बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा और भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार विराट कोहली इन दिनों अपने बच्चों के साथ इंग्लैंड में समय बिता रहे हैं। ऐसी खबरें आती रहती हैं कि यह कपल अपने बच्चों को मीडिया की चकाचौंध से दूर एक सामान्य और शांत बचपन देना चाहता है। हालांकि, इस पर कोई ऑफिशियल बयान नहीं आया है। हाल ही में दोनों लंदन में विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप में नजर आए, जहां वे नोवाक जोकोविच का मैच देखने पहुंचे थे। दोनों की तस्वीरें वायरल हो गई हैं, जिसे लोग चश्मे लगाकर देख रहे हैं और आलोचना कर रहे हैं।
विंबलडन देखने पहुंचे अनुष्का शर्मा और विराट कोहली
#AnushkaSharma
— k l soni (@Soni94148) July 7, 2025
2015 vs 2025 😁
10-Year Challenge ft. #ViratKohli and #AnushkaSharma at Wimbledon.♥️ pic.twitter.com/z5505ZwV1k
एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा और क्रिकेटर विराट कोहली ने मंगलवार को लंदन में विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप देखने पहुंचे। सेलिब्रिटी कपल को आइकनिक टेनिस वेन्यू के सेंटर कोर्ट के रॉयल बॉक्स से नोवाक जोकोविच को खेलते हुए देखा गया। मैच देखते हुए इनकी कई फ़ोटोज़ वायरल हुई, जिनमें विराट और अनुष्का खेल के दौरान ऊबे हुए दिखाई दे रहे थे। इसमें से कुछ फोटोज़ पर लोग आलोचना करने से बाज नहीं आए।
अनुष्का शर्मा और विराट कोहली की वायरल फोटो
वायरल हुई इस फोटो में अनुष्का शर्मा कैमरे से दूर देखती हुई नजर आईं और चेहरे पर एक नॉर्मल, बिना फिल्टर वाला लुक था। विराट उनके बगल में बैठे थे और दोनों का चेहरा गंभीर सा नजर आ रहा था। इस फोटो को लेकर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने लिखा कि “फोटोग्राफर ने यह अच्छा नहीं किया”।
फोटो को लेकर फोकस सिर्फ अनुष्का की स्किन, हाव भाव और उम्र पर किया गया, जैसे कि एक महिला का नैचुरल दिखना किसी अपराध से कम नहीं है। लोगों ने उनके चेहरे पर झाइयों और बिना मेकअप के लुक को लेकर कमेंट्स भी किए।
लोगों ने लिया अनुष्का का पक्ष
लोगों के कमेंट्स के बावजूद इस बार इंटरनेट पर इंसानियत भी नजर आई। कई लोगों ने उन आलोचकों को जवाब देते हुए कहा, “महिलाओं को हर समय परफेक्ट दिखने की जरूरत क्यों है?” एक यूजर ने लिखा, “ना तो फोटोग्राफर ने कुछ गलत किया, और ना ही अनुष्का ने। ये फोटो तो सिर्फ एक इंसान की सच्ची झलक है, न कि किसी एडिटिंग ऐप की कलाकारी।” एक यूज़र ने कमेन्ट में लिखा, “अगर कोई फोटो फिल्टर के साथ हो तो लोग कहते हैं कि यह नकली है। और जब बिना फिल्टर की फोटो आती है, तो उसे लेकर भी मजाक उड़ाते हैं। इंसानों को इंसान की तरह देखना कब शुरू करोगे?”
महिलाओं के लिए अलग मापदंड क्यों?
इस बहस में एक और अहम बात सामने आई, और वह यह थी कि जब लोग विराट की उम्र या चेहरे को नहीं कोस रहे, तो अनुष्का को ही क्यों? क्या आज भी हम मानते हैं कि महिलाएं उम्र नहीं बढ़ा सकतीं? क्या उनका हर समय ग्लैमरस दिखना जरूरी है? आम लोगों के साथ मीडिया भी महिलाओं को ज्यादा जज करता है।
क्या कहना है हमारा?
विंबलडन का यह दृश्य सिर्फ खेल का नहीं, समाज की मानसिकता का भी आईना है। एक नॉर्मल सी फोटो ने दिखा दिया कि कैसे आज भी महिलाओं से “परफेक्ट दिखने की उम्मीद” की जाती है, भले ही वह दुनिया की सबसे सफल और सशक्त महिलाओं में से एक क्यों न हो। कभी कभी असली खूबसूरती उस सहजता में होती है, जिसे कैमरा कैद कर लेता है और समाज स्वीकार नहीं कर पाता।
