Harsh Face Wash
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गर्मियों में फेस वॉश से हो रही स्किन डैमेज? समय रहते पहचानें ये साइन

गर्मियों में हार्श फेस वॉश का इस्तेमाल त्वचा को ड्राई, लाल और इरिटेटेड बना सकता है। यदि चेहरा धोने के बाद खिंचाव महसूस हो, जलन हो या स्किन पर पपड़ी जमने लगे, तो यह संकेत हैं कि आपका फेस वॉश बहुत तेज़ है। ऐसे में माइल्ड, हाइड्रेटिंग और सल्फेट-फ्री फेस वॉश चुनें, जो त्वचा की नमी को बरकरार रखे। साथ ही, स्किन को मॉइस्चराइज़ करना न भूलें।

Harsh Face Wash: गर्मियों में पसीना, धूल-मिट्टी और ऑइली स्किन की वजह से हम दिन में कई बार चेहरा धो लेते हैं। ऐसा लगता है कि स्किन को जितना ज्यादा साफ करेंगे, उतनी ही हेल्दी रहेगी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्यादा फेस वॉश करना या बहुत स्ट्रॉन्ग फेस वॉश यूज़ करना आपकी स्किन के लिए नुकसानदायक हो सकता है?

अगर चेहरा धोने के बाद आपकी त्वचा खिंची-खिंची सी लगती है, खुजली होती है या कुछ घंटों बाद और भी ज्यादा ऑयली हो जाती है, तो ये साइन हैं कि आपका फेस वॉश आपकी स्किन के नैचुरल ऑयल्स को हटा रहा है। इससे स्किन का प्रोटेक्टिव बैरियर कमजोर हो जाता है और स्किन रूखी, रेड, या ब्रेकआउट्स से भर सकती है।

गर्मियों में स्किन की ज़रूरतें थोड़ी अलग होती हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि आप समझें कि कब फेस वॉश आपके लिए ज्यादा हार्श हो रहा है और क्या आप अपनी स्किन को नुकसान पहुँचा रहे हैं। चलिए जानते हैं कुछ सिम्पल साइन और सोल्यूशंस जो आपकी स्किन को गर्मियों में भी हेल्दी और ग्लोइंग बना सकते हैं।

चेहरा धोने के बाद स्किन खिंची-खिंची

अगर आप चेहरा धोने के बाद स्किन को टाइट या खिंचा हुआ महसूस करते हैं, तो यह ठीक नही है। ऐसा महसूस होना इस बात का साइन है कि फेस वॉश ने आपकी स्किन के जरूरी नेचुरल ऑयल्स को हटा दिया है। ये ऑयल्स स्किन को हाइड्रेटेड रखने में मदद करते हैं। अगर यह बैलेंस बिगड़ जाए तो स्किन ड्राय, इरिटेटेड और डल दिखने लगती है। गर्मियों में भी स्किन को नमी की जरूरत होती है, इसलिए ऐसे फेस वॉश से बचें जो स्किन को बहुत ज्यादा साफ कर दें और उसे ड्राइ बना दे।

रूखापन, छीलना या परतदार स्किन

अगर आपके चेहरे पर सूखे पैच, खासकर नाक, माथे या ठुड्डी के पास, दिखने लगे हैं या स्किन पर हल्की लेयर उतरने लगे तो ये संकेत हैं कि आपका फेस वॉश बहुत ज्यादा ड्राई कर रहा है। ऐसे लक्षण आमतौर पर उन फेस वॉश से होते हैं जिनमें सल्फेट या अल्कोहल होता है। गर्मियों में भी स्किन को सॉफ्ट बनाए रखने के लिए ज़रूरी है कि आप मॉइश्चराइजिंग फेस वॉश का चुनाव करें। वरना स्किन फटने जैसी समस्या भी हो सकती है।

स्किन का और ज्यादा ऑयली होना

यह सुनने में अजीब लग सकता है, पर फेस को बार-बार धोने या हार्श फेस वॉश इस्तेमाल करने से स्किन ज्यादा ऑयल प्रोड्यूस करने लगती है। इसका कारण ये है कि जब स्किन के नेचुरल ऑयल्स हट जाते हैं, तो वह खुद को बैलेंस करने के लिए ज्यादा ऑयल बनाना शुरू कर देती है। इससे चेहरे पर ब्रेकआउट्स, ब्लैकहेड्स और पिंपल्स की प्रॉब्लम्स बढ़ जाती है। इस साइकिल से बचने के लिए लाइट, जेल बेस्ड और बैलेंसिंग फेस वॉश का उपयोग करें।

स्किन पर जलन, रेडनेस या खुजली होना

अगर फेस वॉश के बाद आपकी त्वचा में जलन, खुजली या रेडनेस हो रही है, तो ये साइन हैं कि आपकी स्किन इरिटेट हो रही है। गर्मियों में सूरज की किरणें पहले ही स्किन को सेंसेटिव बना देती हैं, ऐसे में स्ट्रॉन्ग फेस वॉश से स्थिति और खराब हो सकती है। स्किन की हेल्थ को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आप ऐसे फेस वॉश चुनें जिनमें एलोवेरा, नीम, या हल्दी जैसे इनग्रेडिएंट्स हों जो स्किन को ठंडक पहुंचाएं और नुकसान न करें।

स्किन में ग्लो का खत्म होना

अगर फेस वॉश के बाद जब आप टोनर या मॉइश्चराइज़र लगाते हैं और उसमें जलन महसूस होती है, तो ये स्किन बैरियर डैमेज होने का साफ साइन है। स्किनकेयर प्रोडक्ट्स लगाते समय स्किन पर नॉर्मल फीलिंग होनी चाहिए, न कि जलन वाली फीलिंग । साथ ही, अगर आपकी स्किन का नेचुरल ग्लो धीरे-धीरे खत्म हो रहा है और वह मुरझाई हुई या थकी हुई लग रही है, तो इसका कारण भी हार्श फेस वॉश हो सकता है। इसलिए फेस वॉश हमेशा अपनी स्किन टाइप के अनुसार चुनें ।

कुछ हेल्दी टिप्स

  • हल्का और pH बैलेंस्ड फेस वॉश चुनें: एलोवेरा, नियासिनामाइड या हायालूरोनिक एसिड जैसे
  • इनग्रेडिएंट्स वाले फेस वॉश बेस्ट हैं।
  • दिन में सिर्फ दो बार ही चेहरा धोएं: अगर घर में हैं तो सिर्फ पानी या माइसेलर वॉटर से क्लीन करें।
  • डबल क्लींजिंग जरूरत पर ही करें: मेकअप या हेवी सनस्क्रीन लगाई हो तो नाइट टाइम में करें।
  • स्किन की बात सुनें: अगर स्किन रूखी, इरिटेटेड या जलन भरी लगे, तो सबसे पहले फेस वॉश बदलें।

मेरा नाम दिव्या गोयल है। मैंने अर्थशास्त्र (Economics) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है और उत्तर प्रदेश के आगरा शहर से हूं। लेखन मेरे लिए सिर्फ एक अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं, बल्कि समाज से संवाद का एक ज़रिया है।मुझे महिला सशक्तिकरण, पारिवारिक...